प्रयोग:रविन्द्र१: Difference between revisions
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+रति | +रति | ||
{जिस छन्द के पहले तथा तीसरे चरणों में 13-13 और दूसरे तथा चौथे चरणों में 11-11 मात्राएँ होती हैं, वह छन्द क्या कहलाता है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-06 | {जिस [[छन्द]] के पहले तथा तीसरे चरणों में 13-13 और दूसरे तथा चौथे चरणों में 11-11 मात्राएँ होती हैं, वह [[छन्द]] क्या कहलाता है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-06 | ||
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-रोला | -[[रोला]] | ||
-चौपाई | -[[चौपाई]] | ||
-कुण्डलिया | -[[कुण्डलिया]] | ||
+दोहा | +[[दोहा]] | ||
{कल्लोल का समानार्थी शब्द क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-13 | {'कल्लोल' का समानार्थी शब्द क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-13 | ||
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-कोलाहल | -कोलाहल | ||
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-आह्लाद | -आह्लाद | ||
{कानन का पर्यायवाची शब्द क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-06 | {'कानन' का [[पर्यायवाची शब्द]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-06 | ||
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-मधुकर | -मधुकर | ||
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+वन | +वन | ||
{राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र | {"राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र '''गूंगा''' है। इस वाक्य में काले मोटे लिखे [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-42;प्रश्न-02 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वाचक- | -वाचक | ||
वाचिक | -वाचिक | ||
-वाच्य | -वाच्य | ||
+वाचाल | +वाचाल | ||
{हिन्दी भाषा किस लिपि में लिखी जाती है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-12 | {[[हिन्दी भाषा]] किस [[लिपि]] में लिखी जाती है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-12 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-गुरुमुखी | -[[गुरुमुखी लिपि|गुरुमुखी]] | ||
-ब्राह्मी | -[[ब्राह्मी लिपि|ब्राह्मी]] | ||
+देवनागरी | +[[देवनागरी लिपि|देवनागरी]] | ||
-खरोष्ठी | -[[खरोष्ठी लिपि|खरोष्ठी]] | ||
{हमेशा रहने वाला। इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-17 | {"हमेशा रहने वाला।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-17 | ||
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+शाश्वत | +शाश्वत | ||
Line 423: | Line 423: | ||
-पार्थिव | -पार्थिव | ||
{निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही छन्द का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-14 | {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-14 | ||
मंगल भवन अमंगल हारी। | <poem>मंगल भवन अमंगल हारी। | ||
द्रवहु सो दशरथ अजिर बिहारी॥ | द्रवहु सो दशरथ अजिर बिहारी॥</poem> | ||
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-सोरठा | -[[सोरठा]] | ||
-सवैया | -[[सवैया]] | ||
+चौपाई | +[[चौपाई]] | ||
-दोहा | -[[दोहा]] | ||
{निम्न में से किसे ‘कथा सम्राट’ कहा जाता है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-94 | {निम्न में से किसे ‘कथा सम्राट’ कहा जाता है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-94 | ||
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+प्रेमचन्द | +[[प्रेमचन्द]] | ||
-जैनेन्द्र कुमार | -[[जैनेन्द्र कुमार]] | ||
-फणीश्वरनाथ रेणु | -[[फणीश्वरनाथ रेणु]] | ||
-रांघेय राघव | -[[रांघेय राघव]] | ||
{‘माटी हो गई सोना’ गद्य की विधा है-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-97 | {‘माटी हो गई सोना’ गद्य की विधा है-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-97 | ||
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+संस्मरण | +[[संस्मरण]] | ||
-रेखाचित्र | -[[रेखाचित्र]] | ||
-लघुकथा | -लघुकथा | ||
-जीवन वृत्तांत | -जीवन वृत्तांत | ||
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{‘जुगुत्सा’ कौन-से रस का स्थायी भाव है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-07 | {‘जुगुत्सा’ कौन-से [[रस]] का स्थायी भाव है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-07 | ||
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+वीभत्स रस | +वीभत्स रस | ||
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-अद्भुत रस | -अद्भुत रस | ||
{छन्द की रचना किसके द्वारा होती है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-07 | {[[छन्द]] की रचना किसके द्वारा होती है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-07 | ||
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+गणों के समायोजन से | +गणों के समायोजन से | ||
-स्वर के समायोजन से | -[[स्वर (व्याकरण)|स्वर]] के समायोजन से | ||
-ध्वनियों के समायोजन से | -ध्वनियों के समायोजन से | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{प्राणप्रिया का सही समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-14 | {'प्राणप्रिया' का सही समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-14 | ||
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-सहचरी | -सहचरी | ||
Line 469: | Line 469: | ||
-संगिनी | -संगिनी | ||
{दिये गए विकल्पों में से मारुत का पर्यायवाची बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-07 | {दिये गए विकल्पों में से 'मारुत' का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-07 | ||
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+वायु | +वायु | ||
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-देवता | -देवता | ||
{सीता एक | {"[[सीता]] एक '''पतिव्रता''' स्त्री थी?" इस वाक्य में काले मोटे लिखे [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए?(एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-42;प्रश्न-03 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+कुलटा | +कुलटा | ||
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-विधवा | -विधवा | ||
{भारतवर्ष में हिन्दी को आप किस वर्ग में रखेंगे? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-13 | {[[भारत|भारतवर्ष]] में [[हिन्दी]] को आप किस वर्ग में रखेंगे? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-13 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-राजभाषा | -[[राजभाषा]] | ||
+राष्ट्रभाषा | +राष्ट्रभाषा | ||
-विभाषा | -विभाषा | ||
-तकनीकी भाषा | -तकनीकी भाषा | ||
{जो किसी की ओर से है। इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-18 | {"जो किसी की ओर से है।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-18 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्रहरी | -प्रहरी | ||
Line 497: | Line 497: | ||
-अभिनेता | -अभिनेता | ||
{निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही छन्द का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-15 | {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-15 | ||
जो रहिम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग। | <poem>जो रहिम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग। | ||
चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग॥ | चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग॥</poem> | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-चौपाई | -[[चौपाई]] | ||
+दोहा | +[[दोहा]] | ||
-सोरठा | -[[सोरठा]] | ||
-सवैया | -[[सवैया]] | ||
{फणीश्वरनाथ रेणु का जन्म स्थान है-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-95 | {[[फणीश्वरनाथ रेणु]] का जन्म स्थान है-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-95 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+औराही हिंगना | +औराही हिंगना | ||
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{निम्न में से कौन-सा लेखक समालोचक नहीं है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-98 | {निम्न में से कौन-सा लेखक समालोचक नहीं है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-98 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-रामचन्द्र शुक्ल | -[[रामचन्द्र शुक्ल]] | ||
- | -[[हज़ारी प्रसाद द्विवेदी]] | ||
-डॉ. श्यामसुन्दर दास | -[[श्यामसुन्दर दास|डॉ. श्यामसुन्दर दास]] | ||
+सरदार पूर्णसिंह | +सरदार पूर्णसिंह | ||
{शांत रस का स्थायी भाव क्या है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-08 | {[[शांत रस]] का स्थायी भाव क्या है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-08 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+निर्वेद | +निर्वेद | ||
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-शोक | -शोक | ||
{24-24 मात्राओं की दो पंक्तियों वाले छन्द को क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-08 | {24-24 मात्राओं की दो पंक्तियों वाले [[छन्द]] को क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-08 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सोरठा | -[[सोरठा]] | ||
+दोहा | +[[दोहा]] | ||
-कुण्डलिया | -[[कुण्डलिया]] | ||
-रोला | -[[रोला]] | ||
{सुन्दर का समानार्थी शब्द क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-17 | {'सुन्दर' का समानार्थी शब्द क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-17 | ||
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+रमणीक | +रमणीक | ||
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-अनूठा | -अनूठा | ||
{निम्नलिखित में से प्रसून का पर्यायवाची बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-08 | {निम्नलिखित में से 'प्रसून' का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-08 | ||
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-वृक्ष | -वृक्ष | ||
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-अग्नि | -अग्नि | ||
{बिजली चले जाने से कल पूरा शहर | {"बिजली चले जाने से कल पूरा शहर '''अंधकार''' में डूबा रहा?" इस वाक्य में काले मोटे लिखे [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए?(एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-42;प्रश्न-04 | ||
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-उजाला | -उजाला | ||
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{निम्नलिखित में से ‘देवभाषा’ कौन-सी है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-15 | {निम्नलिखित में से ‘देवभाषा’ कौन-सी है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-15 | ||
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-हिन्दी | -[[हिन्दी]] | ||
-पाली | -[[पाली]] | ||
+संस्कृत | +[[संस्कृत]] | ||
-खड़ी बोली | -[[खड़ी बोली]] | ||
{चलायमान रहने वाली सम्पत्ति। इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-19 | {"चलायमान रहने वाली सम्पत्ति।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-19 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+चल सम्पत्ति | +चल सम्पत्ति | ||
Line 571: | Line 571: | ||
-अस्थिर सम्पत्ति | -अस्थिर सम्पत्ति | ||
{निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही छन्द का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-16 | {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-16 | ||
कहती हुई यों उत्तरा के नेत्र जल से भर गए। | <poem>कहती हुई यों उत्तरा के नेत्र जल से भर गए। | ||
हिम के कणों से पूर्ण मानो हो गए पंकज नए॥ | हिम के कणों से पूर्ण मानो हो गए पंकज नए॥</poem> | ||
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-कवित्त | -[[कवित्त]] | ||
-बरवै | -[[बरवै (छन्द)|बरवै]] | ||
+हरिगीतिका | +[[हरिगीतिका]] | ||
-घनाक्षरी | -घनाक्षरी | ||
{रामचन्द्र शुक्ल का प्रसिद्ध ग्रंथ ‘हिन्दी साहित्य का इतिहास’ 1920 ई. में प्रकाशित ‘हिन्दी शब्दसागर’ की भूमिका में किस नाम से प्रस्तुत किया गया था? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-99 | {[[रामचन्द्र शुक्ल]] का प्रसिद्ध [[ग्रंथ]] ‘हिन्दी साहित्य का इतिहास’ [[1920]] ई. में प्रकाशित ‘हिन्दी शब्दसागर’ की भूमिका में किस नाम से प्रस्तुत किया गया था? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-99 | ||
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-हिन्दी साहित्य का इतिहास | -हिन्दी साहित्य का इतिहास | ||
Line 587: | Line 587: | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{लेखक कमलेश्वर ने किन समाचार पत्रों का सम्पादन किया? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-99 | {लेखक [[कमलेश्वर]] ने किन [[समाचार पत्र|समाचार पत्रों]] का सम्पादन किया? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-99 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अमर उजाला और | -[[अमर उजाला]] और दैनिक नव ज्योति | ||
-दैनिक जागरण और दैनिक भास्कर | -[[दैनिक जागरण]] और [[दैनिक भास्कर]] | ||
-राजस्थान पत्रिका और पंजाब केसरी | -राजस्थान पत्रिका और [[पंजाब केसरी]] | ||
+इनमें से कोई नहीं | +इनमें से कोई नहीं | ||
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Revision as of 10:04, 21 October 2014
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