प्रयोग:रविन्द्र१: Difference between revisions
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-ग्यारह | -ग्यारह | ||
-बारह | -बारह | ||
||{{seealso|रस|अलंकार}} | |||
{'[[वर्णमाला (व्याकरण)|वर्ण]]', 'मात्रा', 'यति' आदि से नियन्त्रित रचना को क्या कहते हैं?(एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-01 | {'[[वर्णमाला (व्याकरण)|वर्ण]]', 'मात्रा', 'यति' आदि से नियन्त्रित रचना को क्या कहते हैं?(एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-01 | ||
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-युवती | -युवती | ||
+कुँवारी | +कुँवारी | ||
||{{seealso|हिन्दी वर्णमाला (व्याकरण)|तद्भव|तत्सम}} | |||
{'तरणि' शब्द का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-01 | {'तरणि' शब्द का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-01 | ||
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-युवती | -युवती | ||
-नदी | -नदी | ||
||{{seealso|पर्यायवाची कोश}} | |||
{'नैसर्गिक' का [[विलोम शब्द]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-222 | {'नैसर्गिक' का [[विलोम शब्द]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-222 | ||
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+बोली | +बोली | ||
-परिनिष्ठ भाषा | -परिनिष्ठ भाषा | ||
||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}} | |||
{"जो मरने वाला हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-12 | {"जो मरने वाला हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-12 | ||
Line 53: | Line 57: | ||
-मृतप्राय | -मृतप्राय | ||
+मरणासन्न | +मरणासन्न | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}} | |||
{निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-09 | {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-09 | ||
Line 62: | Line 67: | ||
+[[सवैया]] | +[[सवैया]] | ||
-[[रोला]] | -[[रोला]] | ||
||{{seealso|कुण्डलिया|चौपई छन्द|अनुष्टुप छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}} | |||
{निम्नलिखित में से किसने भारतेंदु पूर्व युग में विशुद्ध संस्कृतनिष्ठ [[हिन्दी]] की हिमायत की?(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-306;प्रश्न-06 | {निम्नलिखित में से किसने भारतेंदु पूर्व युग में विशुद्ध संस्कृतनिष्ठ [[हिन्दी]] की हिमायत की?(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-306;प्रश्न-06 | ||
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-उपरोक्त दोनों | -उपरोक्त दोनों | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||{{seealso|द्विवेदी युग|रीतिकाल|छायावादी युग}} | |||
{निम्नलिखित में से किसने प्रसिद्ध ‘[[सरस्वती (पत्रिका)|सरस्वती]]’ [[पत्रिका]] का सम्पादन किया था? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-100 | {निम्नलिखित में से किसने प्रसिद्ध ‘[[सरस्वती (पत्रिका)|सरस्वती]]’ [[पत्रिका]] का सम्पादन किया था? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-100 | ||
Line 76: | Line 83: | ||
-शांति प्रसाद द्विवेदी | -शांति प्रसाद द्विवेदी | ||
-भगवती प्रसाद द्विवेदी | -भगवती प्रसाद द्विवेदी | ||
||{{seealso|भारत में समाचार पत्रों का इतिहास|कादम्बिनी}} | |||
Line 85: | Line 93: | ||
+नौ | +नौ | ||
-दस | -दस | ||
||{{seealso|रस|अलंकार}} | |||
{[[छन्द]] की प्रत्येक पंक्ति को क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-02 | {[[छन्द]] की प्रत्येक पंक्ति को क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-02 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वाक्य | -वाक्य | ||
-चौपाई | -[[चौपाई]] | ||
+चरण | +चरण | ||
-यति | -यति | ||
||{{seealso|चौपई छन्द|अनुष्टुप छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}} | |||
{निम्नलिखित में से 'नैसर्गिक' का समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-09 | {निम्नलिखित में से 'नैसर्गिक' का समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-09 | ||
Line 106: | Line 116: | ||
-अग्नि | -अग्नि | ||
-ब्रह्मा | -ब्रह्मा | ||
||{{seealso|पर्यायवाची कोश}} | |||
{'नवीन' शब्द का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-223 | {'नवीन' शब्द का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-223 | ||
Line 120: | Line 131: | ||
+[[संस्कृत]] | +[[संस्कृत]] | ||
-[[अपभ्रंश]] | -[[अपभ्रंश]] | ||
||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}} | |||
{"जिस पर विजय प्राप्त कर ली गई हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-13 | {"जिस पर विजय प्राप्त कर ली गई हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-13 | ||
Line 127: | Line 139: | ||
+पराजित | +पराजित | ||
-परतन्त्र | -परतन्त्र | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}} | |||
{"प्रफुल्लित दास वसन्त कि फौज सिलीमुख भीर देखावति है।" इस पंक्ति को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-10 | {"प्रफुल्लित दास वसन्त कि फौज सिलीमुख भीर देखावति है।" इस पंक्ति को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-10 | ||
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-[[सोरठा]] | -[[सोरठा]] | ||
-[[कवित्त]] | -[[कवित्त]] | ||
||{{seealso|कुण्डलिया|त्रिवेणी (काव्य विधा)}} | |||
{[[कबीर]] किस काव्य धारा के [[कवि]] थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-78 | {[[कबीर]] किस काव्य धारा के [[कवि]] थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-78 | ||
Line 141: | Line 155: | ||
-[[कृष्णाश्रयी शाखा|कृष्णमार्गी]] | -[[कृष्णाश्रयी शाखा|कृष्णमार्गी]] | ||
-[[रामाश्रयी शाखा|राममार्गी]] | -[[रामाश्रयी शाखा|राममार्गी]] | ||
||{{seealso|कबीर के दोहे|कबीर के पद -कबीर}} | |||
{'नई कहानी' के पथप्रदर्शक रहे हैं-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-312;प्रश्न-93 | {'नई कहानी' के पथप्रदर्शक रहे हैं-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-312;प्रश्न-93 | ||
Line 171: | Line 186: | ||
-सम्पूर्ण | -सम्पूर्ण | ||
-भरपूर | -भरपूर | ||
||{{seealso|हिन्दी वर्णमाला (व्याकरण)|तद्भव|तत्सम}} | |||
{नीचे दिये गए विकल्पों में से 'मेघ' का [[पर्यायवाची शब्द]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-03 | {नीचे दिये गए विकल्पों में से 'मेघ' का [[पर्यायवाची शब्द]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-03 | ||
Line 178: | Line 194: | ||
-जलधि | -जलधि | ||
+पयोद | +पयोद | ||
||{{seealso|पर्यायवाची कोश}} | |||
{'खल' का [[विलोम शब्द|विलोम]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-224 | {'खल' का [[विलोम शब्द|विलोम]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-224 | ||
Line 192: | Line 209: | ||
-[[संस्कृत]] | -[[संस्कृत]] | ||
-[[उर्दू]] | -[[उर्दू]] | ||
||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}} | |||
{"जिसके आर-पार देखा जा सके।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-14 | {"जिसके आर-पार देखा जा सके।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-14 | ||
Line 199: | Line 217: | ||
+पारदर्शी | +पारदर्शी | ||
-अतलदर्शी | -अतलदर्शी | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}} | |||
{निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-11 | {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-11 | ||
Line 208: | Line 227: | ||
-[[चौपाई]] | -[[चौपाई]] | ||
-काकली | -काकली | ||
||{{seealso|कुण्डलिया|चौपई छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}} | |||
{निम्नलिखित में से कौन ‘[[पद्मावत -जायसी|पद्मावत]]’ के रचयिता थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-79 | {निम्नलिखित में से कौन ‘[[पद्मावत -जायसी|पद्मावत]]’ के रचयिता थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-79 | ||
Line 232: | Line 252: | ||
-पाँच | -पाँच | ||
-छ: | -छ: | ||
||{{seealso|अलंकार}} | |||
{कोई भी [[छन्द]] किसमें विभक्त रहता है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-04 | {कोई भी [[छन्द]] किसमें विभक्त रहता है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-04 | ||
Line 253: | Line 274: | ||
-सुधाकर | -सुधाकर | ||
-विभाकर | -विभाकर | ||
||{{seealso|पर्यायवाची कोश}} | |||
{निम्नलिखित में से 'आत्मा' का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-225 | {निम्नलिखित में से 'आत्मा' का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-225 | ||
Line 267: | Line 289: | ||
-शिष्ट और सुशिक्षित लोगों की [[भाषा]] | -शिष्ट और सुशिक्षित लोगों की [[भाषा]] | ||
-केवल पढ़ाई-लिखाई के काम में लायी जाने वाली भाषा | -केवल पढ़ाई-लिखाई के काम में लायी जाने वाली भाषा | ||
||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}} | |||
{"काँटों से भरा हुआ।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-15 | {"काँटों से भरा हुआ।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-15 | ||
Line 274: | Line 297: | ||
-कुचैला | -कुचैला | ||
+कंटकाकीर्ण | +कंटकाकीर्ण | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}} | |||
{निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-12 | {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-12 | ||
Line 283: | Line 307: | ||
-[[दोहा]] | -[[दोहा]] | ||
-[[मालिनी छन्द|मालिनी]] | -[[मालिनी छन्द|मालिनी]] | ||
||{{seealso|कुण्डलिया|अनुष्टुप छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}} | |||
{निम्नलिखित में से किसे ‘[[राष्ट्रकवि]]’ कहा जाता है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-90 | {निम्नलिखित में से किसे ‘[[राष्ट्रकवि]]’ कहा जाता है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-90 | ||
Line 306: | Line 331: | ||
-भय | -भय | ||
-क्रोध | -क्रोध | ||
||{{seealso|रस|अलंकार}} | |||
{[[छन्द]] मुख्य रूप से कितने प्रकार के होते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-05 | {[[छन्द]] मुख्य रूप से कितने प्रकार के होते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-05 | ||
Line 313: | Line 339: | ||
+चार | +चार | ||
-छ: | -छ: | ||
||{{seealso|हरिगीतिका|इन्द्रवज्रा छन्द|वसन्ततिलका छन्द}} | |||
{निम्नलिखित शब्दों में से 'डाह' शब्द का समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-12 | {निम्नलिखित शब्दों में से 'डाह' शब्द का समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-12 | ||
Line 327: | Line 354: | ||
+भृत्य | +भृत्य | ||
-श्रमिक | -श्रमिक | ||
||{{seealso|पर्यायवाची कोश}} | |||
{"सज्जन '''मृदुभाषी''' होते हैं।" इस वाक्य में काले मोटे लिखे [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-42;प्रश्न-01 | {"सज्जन '''मृदुभाषी''' होते हैं।" इस वाक्य में काले मोटे लिखे [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-42;प्रश्न-01 | ||
Line 341: | Line 369: | ||
-आर्य भाषा | -आर्य भाषा | ||
-देवभाषा | -देवभाषा | ||
||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}} | |||
{"जो सब कालों में हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-16 | {"जो सब कालों में हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-16 | ||
Line 348: | Line 377: | ||
-तांत्रिक | -तांत्रिक | ||
-त्रिकालदर्शी | -त्रिकालदर्शी | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}} | |||
{निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-13 | {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-13 | ||
Line 357: | Line 387: | ||
-[[रोला]] | -[[रोला]] | ||
+घनाक्षरी | +घनाक्षरी | ||
||{{seealso|कुण्डलिया|चौपई छन्द|अनुष्टुप छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}} | |||
{‘[[गोदान -प्रेमचंद|गोदान]]’ [[उपन्यास]] के रचनाकार का नाम है-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-93 | {‘[[गोदान -प्रेमचंद|गोदान]]’ [[उपन्यास]] के रचनाकार का नाम है-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-93 |
Revision as of 10:40, 21 October 2014
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