सपना (सूक्तियाँ): Difference between revisions
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Revision as of 09:33, 23 April 2017
क्रमांक | सूक्तियाँ | सूक्ति कर्ता |
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(1) | हमारे कई सपने शुरू में असंभव लगते हैं, फिर असंभाव्य और फिर जब हमें संकल्पशक्ति आती है तो ये सपने अवश्यंभावी हो जाते हैं। | क्रिस्टोफर रीव |
(2) | सपने देखना बेहद ज़रूरी है, लेकिन केवल सपने देखकर ही मंज़िल को हासिल नहीं किया जा सकता, सबसे ज़्यादा ज़रूरी है ज़िंदगी में खुद के लिए कोई लक्ष्य तय करना। | डा. अब्दुल कलाम |
(3) | स्वप्न दृष्टा और यथार्थ के सृष्टा बनिए। | अज्ञात |
(4) | अभिलाषा तभी फलदायक होती है, जब वह दृढ निश्चय में परिणित कर दे जाती है। | स्वेट मार्डेन |
(5) | सपने देखना बेहद ज़रूरी है, लेकिन केवल सपने देखकर ही मंज़िल को हासिल नहीं किया जा सकता। सबसे ज़्यादा ज़रूरी है ज़िंदगी में खुद के लिए कोई लक्ष्य तय करना। | डा. अब्दुल कलाम |
(6) | सपना वह नहीं होता जो आप नींद में देखते हैं, यह तो कुछ ऐसी चीज़ है जो आपको सोने नहीं देती है। | अब्दुल कलाम |
(7) | यदि आप किसी चीज़ का सपना देख सकते हैं, तो आप उसे प्राप्त कर सकते हैं। | वाल्ट डिज़नी |
(8) | कोई सपना देखे बिना कुछ नहीं होता। | कार्ल सैंडबर्ग (1878-1967), कवि |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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