शंकर वर्मन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 03:58, 21 October 2010 by आशा चौधरी (talk | contribs) ('शंकरवर्मन ने 885 से 902 ई. तक शासन किया। *अवन्ति वर्मन के...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

शंकरवर्मन ने 885 से 902 ई. तक शासन किया।

  • अवन्ति वर्मन के बाद सिंहासनारूढ़ शंकर वर्मन ने अपने साम्राज्य विस्तार के अन्तर्गत दार्वाभिसार, त्रिगर्त, एवं गुर्जर को जीता।
  • लगातार युद्ध के कारण धनाभाव की पूर्ति हेतु उसने अपनी प्रजा पर करों का बोझ बढ़ा दिया, इस कारण वह काफी अलोकप्रिय हो गया था।
  • रानी दिद्दा का उस पर अत्यधिक प्रभाव था।
  • उसके सिक्कों पर उसके नाम के साथ दिद्दा का नाम भी अंकित है।
  • इस कारण लोगों ने उसका नाम दिद्दाक्षेपा रख दिया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

सम्बंधित कडियाँ

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः