नारायणपाल: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "काफी " to "काफ़ी ") |
|||
Line 1: | Line 1: | ||
'''नारायणपाल''' (लगभग 860-915 ई.) [[पाल वंश]] के [[विग्रहपाल]] का पुत्र और उत्तराधिकारी था। इसका शासन काल | '''नारायणपाल''' (लगभग 860-915 ई.) [[पाल वंश]] के [[विग्रहपाल]] का पुत्र और उत्तराधिकारी था। इसका शासन काल काफ़ी बड़ा था। | ||
*[[राष्ट्रकूट वंश|राष्ट्रकूट]] राजा [[अमोघवर्ष प्रथम|अमोघवर्ष]] ने पाल शासक नारायणपाल को पराजित किया था। | *[[राष्ट्रकूट वंश|राष्ट्रकूट]] राजा [[अमोघवर्ष प्रथम|अमोघवर्ष]] ने पाल शासक नारायणपाल को पराजित किया था। |
Latest revision as of 14:11, 1 November 2014
नारायणपाल (लगभग 860-915 ई.) पाल वंश के विग्रहपाल का पुत्र और उत्तराधिकारी था। इसका शासन काल काफ़ी बड़ा था।
- राष्ट्रकूट राजा अमोघवर्ष ने पाल शासक नारायणपाल को पराजित किया था।
- प्रतिहारों ने भी धीरे-धीरे पूर्व की ओर अपनी शक्ति का विस्तार करना प्रारम्भ कर दिया था।
- ऐसे समय में नारायणपाल को न सिर्फ़ मगध से हाथ धोना पड़ा, अपितु पाल राज्य का मुख्य भाग उत्तरी बंगाल भी उसके हाथ से निकल गया।
- अपने शासन के अंतिम चरणों में नारायणपाल ने प्रतिहारों से उत्तरी बंगाल और दक्षिणी बिहार को छीन लिया था, क्योंकि प्रतिहार राष्ट्रकूटों के आक्रमण के कारण काफ़ी कमज़ोर हो गये थे।
- नारायणपाल का उत्तराधिकारी उसका पुत्र राज्यपाल था।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ परवर्ती पाल (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 17 अक्टूबर, 2013।