Difference between revisions of "अनमोल वचन 7"
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==अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) (1879 - 1955)== | ==अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) (1879 - 1955)== | ||
[[चित्र:Albert_Einstein.jpg|अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein)|thumb|150px]] | [[चित्र:Albert_Einstein.jpg|अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein)|thumb|150px]] | ||
− | * विश्व एक | + | * विश्व एक महान् पुस्तक है जिसमें वे लोग केवल एक ही पृष्ठ पढ पाते हैं जो कभी घर से बाहर नहीं निकलते। ~ आगस्टाइन |
* धर्मरहित विज्ञान लंगडा है, और विज्ञान रहित धर्म अंधा। ~ आइन्स्टाइन | * धर्मरहित विज्ञान लंगडा है, और विज्ञान रहित धर्म अंधा। ~ आइन्स्टाइन | ||
* अवसर के रहने की जगह कठिनाइयों के बीच है। ~ अलबर्ट आइन्स्टाइन | * अवसर के रहने की जगह कठिनाइयों के बीच है। ~ अलबर्ट आइन्स्टाइन | ||
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* सफल व्यक्ति होने का प्रयास न करें, अपितु गरिमामय व्यक्ति बनने का प्रयास करें। ~ अल्बर्ट आईंसटीन | * सफल व्यक्ति होने का प्रयास न करें, अपितु गरिमामय व्यक्ति बनने का प्रयास करें। ~ अल्बर्ट आईंसटीन | ||
* ऐसा नहीं है कि मैं बहुत चतुर हूं; सच्चाई यह है कि मैं समस्याओं का सामना अधिक समय तक करता हूं। ~ अल्बर्ट आंईस्टीन | * ऐसा नहीं है कि मैं बहुत चतुर हूं; सच्चाई यह है कि मैं समस्याओं का सामना अधिक समय तक करता हूं। ~ अल्बर्ट आंईस्टीन | ||
− | * एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी | + | * एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी ग़लती नहीं की है, उसने जीवन में कुछ नया करने का कभी प्रयास ही नहीं किया होता है। ~ अल्बर्ट आईंस्टिन |
* अपना जीवन जीने के केवल दो ही तरीके हैं. पहला यह मानना कि कोई चमत्कार नहीं होता है, दूसरा है कि हर वस्तु एक चमत्कार है। ~ अल्बर्ट आईन्सटीन | * अपना जीवन जीने के केवल दो ही तरीके हैं. पहला यह मानना कि कोई चमत्कार नहीं होता है, दूसरा है कि हर वस्तु एक चमत्कार है। ~ अल्बर्ट आईन्सटीन | ||
− | ==जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw)== | + | ==जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw) (1856 - 1950)== |
[[चित्र:George Bernard Shaw.jpg|जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw)|thumb|150px]] | [[चित्र:George Bernard Shaw.jpg|जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw)|thumb|150px]] | ||
* सत्य को कह देना ही मेरा मज़ाक करने का तरीका है। संसार में यह सब से विचित्र मज़ाक है। ~ जार्ज बर्नार्ड शॉ | * सत्य को कह देना ही मेरा मज़ाक करने का तरीका है। संसार में यह सब से विचित्र मज़ाक है। ~ जार्ज बर्नार्ड शॉ | ||
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* पुस्तक प्रेमी सबसे धनवान व सुखी होता है, संपूर्ण रूप से त्रुटिहीन पुस्तक कभी पढ़ने लायक़ नहीं होती। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | * पुस्तक प्रेमी सबसे धनवान व सुखी होता है, संपूर्ण रूप से त्रुटिहीन पुस्तक कभी पढ़ने लायक़ नहीं होती। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | ||
* शिक्षा और प्रशिक्षण का एकमात्र उद्देश्य समस्या-समाधान होना चाहिये। ~ जार्ज बर्नार्ड शा | * शिक्षा और प्रशिक्षण का एकमात्र उद्देश्य समस्या-समाधान होना चाहिये। ~ जार्ज बर्नार्ड शा | ||
− | * बिना कुछ किए बिताने वाले जीवन की अपेक्षा | + | * बिना कुछ किए बिताने वाले जीवन की अपेक्षा ग़लतियाँ करते हुए बिताने वाला जीवन अधिक सम्माननीय होता है। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ |
* संसार मे समस्या यह है कि मूढ लोग अत्यन्त सन्देहरहित होते है और बुद्धिमान सन्देह से परिपूर्ण। ~ जार्ज बर्नार्ड शा | * संसार मे समस्या यह है कि मूढ लोग अत्यन्त सन्देहरहित होते है और बुद्धिमान सन्देह से परिपूर्ण। ~ जार्ज बर्नार्ड शा | ||
* आप कुछ देखते हैं; तो कहते हैं, "क्यों?", लेकिन मैं असंभव से सपने देखता हूँ और कहता हूँ, "क्यों नहीं?" ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | * आप कुछ देखते हैं; तो कहते हैं, "क्यों?", लेकिन मैं असंभव से सपने देखता हूँ और कहता हूँ, "क्यों नहीं?" ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | ||
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* कमाए बगैर धन का उपभोग करने की तरह ही खुशी दिए बगैर खुश रहने का अधिकार हमें नहीं है। ~ जार्ज बरनार्ड शा | * कमाए बगैर धन का उपभोग करने की तरह ही खुशी दिए बगैर खुश रहने का अधिकार हमें नहीं है। ~ जार्ज बरनार्ड शा | ||
− | ==बेंजामिन फ्रैंकलिन (Benjamin Franklin)== | + | ==बेंजामिन फ्रैंकलिन (Benjamin Franklin) (1706 - 1790)== |
[[चित्र:Benjamin Franklin.jpg|बेंजामिन फ्रैंकलिन (Benjamin Franklin)|thumb|150px]] | [[चित्र:Benjamin Franklin.jpg|बेंजामिन फ्रैंकलिन (Benjamin Franklin)|thumb|150px]] | ||
* मछली एवं अतिथि, तीन दिनों के बाद दुर्गन्धजनक और अप्रिय लगने लगते हैं। ~ बेंजामिन फ्रैंकलिन | * मछली एवं अतिथि, तीन दिनों के बाद दुर्गन्धजनक और अप्रिय लगने लगते हैं। ~ बेंजामिन फ्रैंकलिन | ||
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* जीवन में दुखद बात यह है कि हम बड़े दो जल्दी हो जाते हैं, लेकिन समझदार देर से होते हैं। ~ बेंजामिन फ्रेंकलिन | * जीवन में दुखद बात यह है कि हम बड़े दो जल्दी हो जाते हैं, लेकिन समझदार देर से होते हैं। ~ बेंजामिन फ्रेंकलिन | ||
− | ==विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare)== | + | ==विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare) (1564 - 1616)== |
[[चित्र:William Shakespeare.jpg|विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare)|thumb|150px]] | [[चित्र:William Shakespeare.jpg|विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare)|thumb|150px]] | ||
* हम जानते हैं कि हम क्या हैं, पर ये नहीं जानते कि हम क्या बन सकते हैं। ~ शेक्सपीयर | * हम जानते हैं कि हम क्या हैं, पर ये नहीं जानते कि हम क्या बन सकते हैं। ~ शेक्सपीयर | ||
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* ईमानदारी से बड़ी कोई विरासत नहीं है। ~ विलियम शेक्सपियर | * ईमानदारी से बड़ी कोई विरासत नहीं है। ~ विलियम शेक्सपियर | ||
* अपेक्षा ही मनोव्यथा का मूल है। ~ विलियम शेक्सपियर | * अपेक्षा ही मनोव्यथा का मूल है। ~ विलियम शेक्सपियर | ||
− | * सभी से प्रेम करें, कुछ पर विश्वास करें और किसी के साथ भी | + | * सभी से प्रेम करें, कुछ पर विश्वास करें और किसी के साथ भी ग़लत न करें। ~ विलियम शेक्सपियर |
* जिस श्रम से हमें आनन्द प्राप्त होता है, वह हमारी व्याधियों के लिए अमृत, तुल्य है, हमारी वेदना की निवृत्ित है। ~ शेक्सपीयर | * जिस श्रम से हमें आनन्द प्राप्त होता है, वह हमारी व्याधियों के लिए अमृत, तुल्य है, हमारी वेदना की निवृत्ित है। ~ शेक्सपीयर | ||
− | * जिस पर तुम्हारा वश नहीं, उसके लिये | + | * जिस पर तुम्हारा वश नहीं, उसके लिये दु:ख करना बंद कर दो। ~ शेक्सपियर |
* ऐसा व्यक्ति जिसने कभी आशा नहीं की, वह कभी निराशा भी नहीं होता है। ~ विलियम शेक्सपियर | * ऐसा व्यक्ति जिसने कभी आशा नहीं की, वह कभी निराशा भी नहीं होता है। ~ विलियम शेक्सपियर | ||
* मूर्ख व्यक्ति स्वयं को बुद्धिमान मानता है लेकिन बुद्धिमान व्यक्ति स्वयं को मूर्ख मानता है। ~ विलियम शेक्सपियर | * मूर्ख व्यक्ति स्वयं को बुद्धिमान मानता है लेकिन बुद्धिमान व्यक्ति स्वयं को मूर्ख मानता है। ~ विलियम शेक्सपियर | ||
− | ==विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill)== | + | ==विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill) (1874 - 1965)== |
[[चित्र:Winston Churchill.jpg|विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill)|thumb|150px]] | [[चित्र:Winston Churchill.jpg|विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill)|thumb|150px]] | ||
* किसी कम पढे व्यक्ति द्वारा सुभाषित पढना उत्तम होगा। ~ सर विंस्टन चर्चिल | * किसी कम पढे व्यक्ति द्वारा सुभाषित पढना उत्तम होगा। ~ सर विंस्टन चर्चिल | ||
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* निराशावादी हर अवसर में कठिनाई देखता हैं, जबकि आशावादी हर कठिनाई में अवसर देखता हैं। ~ विन्स्टन चर्चिल | * निराशावादी हर अवसर में कठिनाई देखता हैं, जबकि आशावादी हर कठिनाई में अवसर देखता हैं। ~ विन्स्टन चर्चिल | ||
− | ==अरस्तू (Aristotle)== | + | ==अरस्तू (Aristotle) (384 BC - 322 BC)== |
[[चित्र:Aristotle.jpg|अरस्तू (Aristotle)|thumb|150px]] | [[चित्र:Aristotle.jpg|अरस्तू (Aristotle)|thumb|150px]] | ||
* खुशी ही जीवन का अर्थ और उद्देश्य है, और मानव अस्तित्व का लक्ष्य और मनोरथ। ~ अरस्तू | * खुशी ही जीवन का अर्थ और उद्देश्य है, और मानव अस्तित्व का लक्ष्य और मनोरथ। ~ अरस्तू | ||
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* अपने दुश्मनों पर विजय पाने वाले की तुलना में मैं उसे शूरवीर मानता हूं जिसने अपनी इच्छाओं पर विजय प्राप्त कर ली है; क्योंकि सबसे कठिन विजय अपने आप पर विजय होती है। ~ अरस्तु | * अपने दुश्मनों पर विजय पाने वाले की तुलना में मैं उसे शूरवीर मानता हूं जिसने अपनी इच्छाओं पर विजय प्राप्त कर ली है; क्योंकि सबसे कठिन विजय अपने आप पर विजय होती है। ~ अरस्तु | ||
− | ==मार्टिन लुथर किंग, जूनियर (Martin Luther King, Jr.)== | + | ==मार्टिन लुथर किंग, जूनियर (Martin Luther King, Jr.) (1929 - 1968)== |
[[चित्र:Martin Luther King, Jr.jpg|मार्टिन लुथर किंग, जूनियर (Martin Luther King, Jr.)|thumb|150px]] | [[चित्र:Martin Luther King, Jr.jpg|मार्टिन लुथर किंग, जूनियर (Martin Luther King, Jr.)|thumb|150px]] | ||
* आँख के बदले आँख' के प्राचीन सिद्धान्त से तो एक दिन सभी अंधे हो जाएंगे। ~ मार्टिन लुथर किंग, जूनियर | * आँख के बदले आँख' के प्राचीन सिद्धान्त से तो एक दिन सभी अंधे हो जाएंगे। ~ मार्टिन लुथर किंग, जूनियर | ||
* हमारे जीवन का उस दिन अंत होना शुरू हो जाता है जिस दिन हम उन विषयों के बारे में चुप रहना शुरू कर देते हैं जो मायने रखते हैं। ~ मार्टिन लुथर किंग, जूनियर | * हमारे जीवन का उस दिन अंत होना शुरू हो जाता है जिस दिन हम उन विषयों के बारे में चुप रहना शुरू कर देते हैं जो मायने रखते हैं। ~ मार्टिन लुथर किंग, जूनियर | ||
* मैंने प्रेम को ही अपनाने का निर्णय किया है। द्वेष करना तो बेहद बोझिल काम है। ~ मार्टिन लूथर किंग, जूनियर | * मैंने प्रेम को ही अपनाने का निर्णय किया है। द्वेष करना तो बेहद बोझिल काम है। ~ मार्टिन लूथर किंग, जूनियर | ||
− | * पत्नी को चाहिए कि पति घर लौटने पर खुश हो, और पति को चाहिए कि पत्नी को उसके घर से निकलने पर | + | * पत्नी को चाहिए कि पति घर लौटने पर खुश हो, और पति को चाहिए कि पत्नी को उसके घर से निकलने पर दु:ख हो। ~ मार्टिन लूथर |
* हमें परिमित निराशा को स्वीकार करना चाहिए, लेकिन अपरिमित आशा को कभी नहीं खोना चाहिए। ~ मार्टिन लूथर किंग, जूनियर (1929-1967), अश्वेत मानवाधिकारी नेता | * हमें परिमित निराशा को स्वीकार करना चाहिए, लेकिन अपरिमित आशा को कभी नहीं खोना चाहिए। ~ मार्टिन लूथर किंग, जूनियर (1929-1967), अश्वेत मानवाधिकारी नेता | ||
* हमे सीमित मात्रा में निराशा को स्वीकार करना चाहिये, लेकिन असीमित आशा को नहीं छोडना चाहिये। ~ मार्टिन लुथर किंग | * हमे सीमित मात्रा में निराशा को स्वीकार करना चाहिये, लेकिन असीमित आशा को नहीं छोडना चाहिये। ~ मार्टिन लुथर किंग | ||
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* सही काम करने के लिए समय हर वक्त ही ठीक होता है। ~ मार्टिन लूथर किंग जूनियर | * सही काम करने के लिए समय हर वक्त ही ठीक होता है। ~ मार्टिन लूथर किंग जूनियर | ||
− | ==हेनरी वार्ड बीचर (Henry Ward Beecher)== | + | ==हेनरी वार्ड बीचर (Henry Ward Beecher) (1813 - 1887)== |
[[चित्र:Henry-Ward-Beecher.jpg|हेनरी वार्ड बीचर (Henry Ward Beecher)|thumb|150px]] | [[चित्र:Henry-Ward-Beecher.jpg|हेनरी वार्ड बीचर (Henry Ward Beecher)|thumb|150px]] | ||
− | * हम जब तक खुद | + | * हम जब तक खुद माँ बाप नहीं बन जाएं, माँ बाप का प्यार कभी नहीं जान पाते। ~ हेनरी वार्ड बीचर, (1813-1887), अमरीकी पादरी |
* संगीत की धुनों में जो स्वर्ग की ऊंचाइयों तक पहूंची है, वह है एक स्नेहभरे दिल की धड़कन। ~ हेनरी वार्ड बीचर | * संगीत की धुनों में जो स्वर्ग की ऊंचाइयों तक पहूंची है, वह है एक स्नेहभरे दिल की धड़कन। ~ हेनरी वार्ड बीचर | ||
* प्रत्येक व्यक्ति के लिए यह याद रखना बेहतर होगा कि सभी सफल व्यवसाय नैतिकता की नींव पर आधारित होते हैं। ~ हैनरी वार्ड बीचर | * प्रत्येक व्यक्ति के लिए यह याद रखना बेहतर होगा कि सभी सफल व्यवसाय नैतिकता की नींव पर आधारित होते हैं। ~ हैनरी वार्ड बीचर | ||
Line 116: | Line 116: | ||
* मुश्किलें वे औजार हैं जिनसे ईश्वर हमें बेहतर कामों के लिए तैयार करता हैं। ~ एच. डबल्यू वीचर | * मुश्किलें वे औजार हैं जिनसे ईश्वर हमें बेहतर कामों के लिए तैयार करता हैं। ~ एच. डबल्यू वीचर | ||
− | ==राल्फ वाल्डो एमर्सन (Ralph Waldo Emerson)== | + | ==राल्फ वाल्डो एमर्सन (Ralph Waldo Emerson) (1803 - 1882)== |
[[चित्र:ralph-waldo-emerson.jpg|राल्फ वाल्डो एमर्सन (Ralph Waldo Emerson)|thumb|150px]] | [[चित्र:ralph-waldo-emerson.jpg|राल्फ वाल्डो एमर्सन (Ralph Waldo Emerson)|thumb|150px]] | ||
* यदि किसी असाधारण प्रतिभा वाले आदमी से हमारा सामना हो तो हमें उससे पूछना चाहिये कि वो कौन सी पुस्तकें पढता है। ~ एमर्शन | * यदि किसी असाधारण प्रतिभा वाले आदमी से हमारा सामना हो तो हमें उससे पूछना चाहिये कि वो कौन सी पुस्तकें पढता है। ~ एमर्शन | ||
Line 127: | Line 127: | ||
* हर सुबह जब आप जागते हैं तो अपने भगवान को धन्यवाद दें तथा आप अनुभव करते है कि आपने वह कार्य करना है जिसे अवश्य किया जाना चाहिए, चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं, इससे चरित्र का निर्माण होता है। ~ एमरसन | * हर सुबह जब आप जागते हैं तो अपने भगवान को धन्यवाद दें तथा आप अनुभव करते है कि आपने वह कार्य करना है जिसे अवश्य किया जाना चाहिए, चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं, इससे चरित्र का निर्माण होता है। ~ एमरसन | ||
* प्रत्येक कलाकार एक दिन नौसिखिया ही होता है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | * प्रत्येक कलाकार एक दिन नौसिखिया ही होता है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | ||
− | * बिना उत्साह के आज तक कुछ भी | + | * बिना उत्साह के आज तक कुछ भी महान् उपलब्धि हासिल नहीं की गई है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन |
* पूरा जीवन एक प्रयोग है। जितने अधिक प्रयोग आप करेंगे, उतना ही अच्छा। ~ राल्फ इमरसन | * पूरा जीवन एक प्रयोग है। जितने अधिक प्रयोग आप करेंगे, उतना ही अच्छा। ~ राल्फ इमरसन | ||
* प्रकृति की गति अपनाएं: उसका रहस्य है धीरज। ~ राल्फ इमर्सन | * प्रकृति की गति अपनाएं: उसका रहस्य है धीरज। ~ राल्फ इमर्सन | ||
Line 133: | Line 133: | ||
* एक बार जब आप निर्णय कर लेते हैं तो समस्त सृष्टि इसके भलीभूत होने के लिए तत्पर हो जाती है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | * एक बार जब आप निर्णय कर लेते हैं तो समस्त सृष्टि इसके भलीभूत होने के लिए तत्पर हो जाती है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | ||
* एक बार एक युवक को एक अच्छी सलाह प्राप्त करते हुए मैंने सुना था कि, "हमेशा वह कार्य करो जिसको करने से आप ड़रते हैं। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | * एक बार एक युवक को एक अच्छी सलाह प्राप्त करते हुए मैंने सुना था कि, "हमेशा वह कार्य करो जिसको करने से आप ड़रते हैं। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | ||
− | * उत्साह, प्रयास की जननी है, तथा इसके बिना आज तक कोई | + | * उत्साह, प्रयास की जननी है, तथा इसके बिना आज तक कोई महान् उपलब्धि हासिल नहीं की गई है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन |
* हमारे भीतर क्या छिपा है इसकी तुलना में हमारे विगत में क्या था और हमारे भविष्य में क्या है, यह बहुत छोटी छोटी बातें है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | * हमारे भीतर क्या छिपा है इसकी तुलना में हमारे विगत में क्या था और हमारे भविष्य में क्या है, यह बहुत छोटी छोटी बातें है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | ||
* वे जीत जाते हैं, जिन्हें यह विश्वास होता हैं कि वे जीत सकते है। ~ इमर्सन | * वे जीत जाते हैं, जिन्हें यह विश्वास होता हैं कि वे जीत सकते है। ~ इमर्सन | ||
* जो आदमी इरादा कर सकता है, उसके लिए कुछ भी असम्भव नहीं। ~ एमर्सन | * जो आदमी इरादा कर सकता है, उसके लिए कुछ भी असम्भव नहीं। ~ एमर्सन | ||
− | ==दलाई लामा (Dalai Lama)== | + | ==दलाई लामा (Dalai Lama) (1935 - )== |
[[चित्र:Dalai-Lama2800600.jpg|दलाई लामा (Dalai Lama)|thumb|150px]] | [[चित्र:Dalai-Lama2800600.jpg|दलाई लामा (Dalai Lama)|thumb|150px]] | ||
* इस जीवन का प्रथम लक्ष्य है दूसरों की सहायता करना। और यदि आप दूसरों की सहायता नहीं कर सकते तो कम से कम उन्हें आहत तो न करें। ~ दलाई लामा | * इस जीवन का प्रथम लक्ष्य है दूसरों की सहायता करना। और यदि आप दूसरों की सहायता नहीं कर सकते तो कम से कम उन्हें आहत तो न करें। ~ दलाई लामा | ||
Line 156: | Line 156: | ||
* मुझे एक पेड़ काटने के लिए यदि आप छह घंटे देते हैं तो मैं पहले चार घंटे अपनी कुल्हाड़ी की धार बनाने में लगाऊँगा। ~ अब्राहम लिंकन | * मुझे एक पेड़ काटने के लिए यदि आप छह घंटे देते हैं तो मैं पहले चार घंटे अपनी कुल्हाड़ी की धार बनाने में लगाऊँगा। ~ अब्राहम लिंकन | ||
* चरित्र एक वृक्ष है और मान एक छाया। हम हमेशा छाया की सोचते हैं; लेकिन असलियत तो वृक्ष ही है। ~ अब्राहम लिंकन | * चरित्र एक वृक्ष है और मान एक छाया। हम हमेशा छाया की सोचते हैं; लेकिन असलियत तो वृक्ष ही है। ~ अब्राहम लिंकन | ||
− | * चरित्र वृक्ष के समान है तो प्रतिष्ठा, उसकी छाया है। हम अक्सर छाया के, बारे में सोचते हैं, जबकि असल, | + | * चरित्र वृक्ष के समान है तो प्रतिष्ठा, उसकी छाया है। हम अक्सर छाया के, बारे में सोचते हैं, जबकि असल, चीज़ तो वृक्ष ही है। ~ अब्राहम लिंकन |
* अपने विरोधियो से मित्रता कर लेना क्या विरोधियों को नष्ट करने के समान नहीं है? ~ अब्राहम लिंकन | * अपने विरोधियो से मित्रता कर लेना क्या विरोधियों को नष्ट करने के समान नहीं है? ~ अब्राहम लिंकन | ||
* इंसान जितना अपने मन को मना सके उतना खुश रह सकता है। ~ अब्राहम लिंकन | * इंसान जितना अपने मन को मना सके उतना खुश रह सकता है। ~ अब्राहम लिंकन | ||
Line 163: | Line 163: | ||
* मुझे अधिक संबंध इस बात से नहीं है कि आप असफ़ल हुए, बल्कि इस बात से कि आप अपनी असफलता से कितने संतुष्ट है। ~ अब्राहम लिंकन | * मुझे अधिक संबंध इस बात से नहीं है कि आप असफ़ल हुए, बल्कि इस बात से कि आप अपनी असफलता से कितने संतुष्ट है। ~ अब्राहम लिंकन | ||
− | ==मार्क ट्वेन (Mark Twain)== | + | ==मार्क ट्वेन (Mark Twain) (1835 - 1910)== |
[[चित्र:Mark Twain.jpg|मार्क ट्वेन (Mark Twain)|thumb|150px]] | [[चित्र:Mark Twain.jpg|मार्क ट्वेन (Mark Twain)|thumb|150px]] | ||
− | * स्वास्थ्य के संबंध में, पुस्तकों पर भरोसा न करें। छपाई की एक | + | * स्वास्थ्य के संबंध में, पुस्तकों पर भरोसा न करें। छपाई की एक ग़लती जानलेवा भी हो सकती है। ~ मार्क ट्वेन |
* अगर आप सच बोलते हैं, तो आप को ज़्यादा कुछ याद रखने की ज़रूरत नहीं। ~ मार्क ट्वेन | * अगर आप सच बोलते हैं, तो आप को ज़्यादा कुछ याद रखने की ज़रूरत नहीं। ~ मार्क ट्वेन | ||
− | * उन लोगों से दूर रहें जो आप आपकी महत्वकांक्षाओं को तुच्छ बनाने का प्रयास करते हैं। छोटे लोग हमेशा ऐसा करते हैं, लेकिन | + | * उन लोगों से दूर रहें जो आप आपकी महत्वकांक्षाओं को तुच्छ बनाने का प्रयास करते हैं। छोटे लोग हमेशा ऐसा करते हैं, लेकिन महान् लोग आपको इस बात की अनुभूति करवाते हैं कि आप भी वास्तव में महान् बन सकते हैं। ~ मार्क ट्वेन |
* देरी से प्राप्त की गई सम्पूर्णता की तुलना में निरन्तर सुधार बेहतर होता है। ~ मार्क टवैन | * देरी से प्राप्त की गई सम्पूर्णता की तुलना में निरन्तर सुधार बेहतर होता है। ~ मार्क टवैन | ||
* भारत मानव जाति का पलना है, मानव-भाषा की जन्मस्थली है, इतिहास की जननी है, पौराणिक कथाओं की दादी है, और प्रथाओं की परदादी है। मानव इतिहास की हमारी सबसे कीमती और सबसे ज्ञान-गर्भित सामग्री केवल भारत में ही संचित है। ~ मार्क ट्वेन | * भारत मानव जाति का पलना है, मानव-भाषा की जन्मस्थली है, इतिहास की जननी है, पौराणिक कथाओं की दादी है, और प्रथाओं की परदादी है। मानव इतिहास की हमारी सबसे कीमती और सबसे ज्ञान-गर्भित सामग्री केवल भारत में ही संचित है। ~ मार्क ट्वेन | ||
* क्रोध एक तेजाब है जो उस बर्तन का अधिक अनिष्ट कर सकता है जिसमें वह भरा होता है न कि उसका जिस पर वह डाला जाता है। ~ मार्क ट्वेन | * क्रोध एक तेजाब है जो उस बर्तन का अधिक अनिष्ट कर सकता है जिसमें वह भरा होता है न कि उसका जिस पर वह डाला जाता है। ~ मार्क ट्वेन | ||
− | * जो पढ़ता नहीं है, वह उस व्यक्ति से | + | * जो पढ़ता नहीं है, वह उस व्यक्ति से क़तई बेहतर नहीं है जो अनपढ़ है। ~ मार्क ट्वेन |
* एक शब्द और लगभग सही शब्द में ठीक उतना ही अंतर है जितना कि रोशनी और जुगनू में। ~ मार्क ट्वेन | * एक शब्द और लगभग सही शब्द में ठीक उतना ही अंतर है जितना कि रोशनी और जुगनू में। ~ मार्क ट्वेन | ||
* जीवन मुख्य रुप से अथवा मोटे तौर पर तथ्यों और घटनाओं पर आधारित नहीं है. यह मुख्य रुप से किसी व्यक्ति के दिलो दिमाग में निरन्तर उठने वाले विचारों के तूफ़ानों पर आधारित होती है। ~ मार्क ट्वेन | * जीवन मुख्य रुप से अथवा मोटे तौर पर तथ्यों और घटनाओं पर आधारित नहीं है. यह मुख्य रुप से किसी व्यक्ति के दिलो दिमाग में निरन्तर उठने वाले विचारों के तूफ़ानों पर आधारित होती है। ~ मार्क ट्वेन | ||
− | ==गोथे (Johann Wolfgang von Goethe)== | + | ==गोथे (Johann Wolfgang von Goethe) (1749 - 1832)== |
[[चित्र:Johann Wolfgang von Goethe.jpg|जोहेन वोल्फ़्गेंग गोथ (Johann Wolfgang von Goethe)|thumb|150px]] | [[चित्र:Johann Wolfgang von Goethe.jpg|जोहेन वोल्फ़्गेंग गोथ (Johann Wolfgang von Goethe)|thumb|150px]] | ||
* सही मायने में बुद्धिपूर्ण विचार हजारों दिमागों में आते रहे हैं। लेकिन उनको अपना बनाने के लिये हमको ही उन पर गहराई से तब तक विचार करना चाहिये जब तक कि वे हमारी अनुभूति में जड न जमा लें। ~ गोथे | * सही मायने में बुद्धिपूर्ण विचार हजारों दिमागों में आते रहे हैं। लेकिन उनको अपना बनाने के लिये हमको ही उन पर गहराई से तब तक विचार करना चाहिये जब तक कि वे हमारी अनुभूति में जड न जमा लें। ~ गोथे | ||
Line 185: | Line 185: | ||
* अज्ञानी व्यक्ति वह प्रश्न पूछते हैं जिनका उत्तर समझदार व्यक्तियों द्वारा एक हज़ार पहले दे दिया गया होता है। ~ गोएथ | * अज्ञानी व्यक्ति वह प्रश्न पूछते हैं जिनका उत्तर समझदार व्यक्तियों द्वारा एक हज़ार पहले दे दिया गया होता है। ~ गोएथ | ||
− | ==कंफ्यूशियस (Confucious)== | + | ==कंफ्यूशियस (Confucious) (551 BC - 479)== |
[[चित्र:Confucius.gif|कंफ्यूशियस (Confucious)|thumb|150px]] | [[चित्र:Confucius.gif|कंफ्यूशियस (Confucious)|thumb|150px]] | ||
− | * जब तुम्हारे खुद के | + | * जब तुम्हारे खुद के दरवाज़े की सीढ़ियाँ गंदी हैं तो पड़ोसी की छत पर पड़ी गंदगी का उलाहना मत दीजिए। ~ कनफ़्यूशियस |
* बुद्धि का अर्जन हम तीन तरीकों से कर सकते हैं: प्रथम, चिंतन से, जो कि उत्तम है; द्वितीय, दूसरों से सीखकर, जो सबसे आसान है; और तृतीय, अनुभव से, जो सबसे कठिन है। ~ कन्फ़्यूशियस | * बुद्धि का अर्जन हम तीन तरीकों से कर सकते हैं: प्रथम, चिंतन से, जो कि उत्तम है; द्वितीय, दूसरों से सीखकर, जो सबसे आसान है; और तृतीय, अनुभव से, जो सबसे कठिन है। ~ कन्फ़्यूशियस | ||
* ऐसे पेशे का चयन करें जो आपको दिलचस्प लगता हो, और आपको अपने जीवन में एक भी दिन काम नहीं करना पड़ेगा। ~ कंफ्यूशियस | * ऐसे पेशे का चयन करें जो आपको दिलचस्प लगता हो, और आपको अपने जीवन में एक भी दिन काम नहीं करना पड़ेगा। ~ कंफ्यूशियस | ||
* जो व्यक्ति दूसरों की भलाई चाहता है, वह अपनी भलाई को सुनिश्चित कर लेता है। ~ कंफ्यूशियस | * जो व्यक्ति दूसरों की भलाई चाहता है, वह अपनी भलाई को सुनिश्चित कर लेता है। ~ कंफ्यूशियस | ||
− | * जब यह | + | * जब यह साफ़ हो कि लक्ष्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता है, तो लक्ष्यों में फेरबदल न करें, बल्कि अपनी प्रयासों में बदलाव करें। ~ कंफ्यूशिअस |
* श्रेष्ठ व्यक्ति बोलने में संयमी होता है लेकिन अपने कार्यों में अग्रणी होता है। ~ कंफ्यूशियस | * श्रेष्ठ व्यक्ति बोलने में संयमी होता है लेकिन अपने कार्यों में अग्रणी होता है। ~ कंफ्यूशियस | ||
* प्रत्येक कृति में सुंदरता होती है, लेकिन हर कोई इसे देख नहीं सकता। ~ कन्फूशियस | * प्रत्येक कृति में सुंदरता होती है, लेकिन हर कोई इसे देख नहीं सकता। ~ कन्फूशियस | ||
Line 197: | Line 197: | ||
* आप कहीं भी जाएं, दिल से जाएं। ~ कंफ्यूशियस | * आप कहीं भी जाएं, दिल से जाएं। ~ कंफ्यूशियस | ||
− | ==विलियम ड्रूमंड== | + | ==विलियम ड्रूमंड (William James [Will] Durant) (1885 - 1981)== |
* जो तर्क को अनसुना कर देते हैं, वह कटर हैं! जो तर्क ही नहीं कर सकते, वह मुर्ख हैं और जो तर्क करने का साहस ही नहीं दिखा सकते, वह ग़ुलाम हैं। ~ विलियम ड्रूमंड | * जो तर्क को अनसुना कर देते हैं, वह कटर हैं! जो तर्क ही नहीं कर सकते, वह मुर्ख हैं और जो तर्क करने का साहस ही नहीं दिखा सकते, वह ग़ुलाम हैं। ~ विलियम ड्रूमंड | ||
* सभ्यता सुव्यस्था के जन्मती है, स्वतन्त्रता के साथ बडी होती है और अव्यवस्था के साथ मर जाती है। ~ विल डुरान्ट | * सभ्यता सुव्यस्था के जन्मती है, स्वतन्त्रता के साथ बडी होती है और अव्यवस्था के साथ मर जाती है। ~ विल डुरान्ट | ||
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==अलबर्ट हबर्ड (Elbert Hubbard) (1856 - 1915)== | ==अलबर्ट हबर्ड (Elbert Hubbard) (1856 - 1915)== | ||
[[चित्र:Elbert Hubbard.jpg|अलबर्ट हबर्ड (Elbert Hubbard)|thumb|150px]] | [[चित्र:Elbert Hubbard.jpg|अलबर्ट हबर्ड (Elbert Hubbard)|thumb|150px]] | ||
− | * | + | * ग़लती करने में कोई ग़लती नहीं है। ग़लती करने से डरना सबसे बडी ग़लती है। ~ एल्बर्ट हब्बार्ड |
* स्पष्टीकरण से बचें। मित्रों को इसकी आवश्यकता नहीं; शत्रु इस पर विश्वास नहीं करेंगे। ~ अलबर्ट हबर्ड | * स्पष्टीकरण से बचें। मित्रों को इसकी आवश्यकता नहीं; शत्रु इस पर विश्वास नहीं करेंगे। ~ अलबर्ट हबर्ड | ||
* कभी भी सफाई नहीं दें। आपके दोस्तों को इसकी आवश्यकता नहीं है और आपके दुश्मनों को विश्वास ही नहीं होगा। ~ अलबर्ट हब्बार्ड | * कभी भी सफाई नहीं दें। आपके दोस्तों को इसकी आवश्यकता नहीं है और आपके दुश्मनों को विश्वास ही नहीं होगा। ~ अलबर्ट हब्बार्ड | ||
* यदि आपके पास स्वास्थ्य है तो संभवतः आप प्रसन्न होंगे, और यदि आपके पास स्वास्थ्य और प्रसन्नता दोनों हैं, तो आपके पास अपनी आवश्यकता के अनुसार समस्त सम्पदा होगी फिर चाहे आप इसे न भी चाहते हों। ~ एल्बर्ट हुब्बार्ड | * यदि आपके पास स्वास्थ्य है तो संभवतः आप प्रसन्न होंगे, और यदि आपके पास स्वास्थ्य और प्रसन्नता दोनों हैं, तो आपके पास अपनी आवश्यकता के अनुसार समस्त सम्पदा होगी फिर चाहे आप इसे न भी चाहते हों। ~ एल्बर्ट हुब्बार्ड | ||
* जब हम कठिन कार्यों को चुनौती के रुप में स्वीकार करते हैं और उन्हें खुशी और उत्साह से निष्पादित करते हैं, तो चमत्कार हो सकते हैं। ~ अल्बर्ट गिल्बर्ट | * जब हम कठिन कार्यों को चुनौती के रुप में स्वीकार करते हैं और उन्हें खुशी और उत्साह से निष्पादित करते हैं, तो चमत्कार हो सकते हैं। ~ अल्बर्ट गिल्बर्ट | ||
− | * आप इस जीवन में सबसे बड़ी | + | * आप इस जीवन में सबसे बड़ी ग़लती यह कर सकते हैं कि आप निरन्तर इस बात को लेकर डरते रहें कि आप कोई ग़लती कर देंगे। ~ एल्बर्ट हुब्बार्ड |
* असफलता की उत्पत्ति तभी होती है जब आप प्रयास करना बन्द कर देते हैं। ~ एल्बर्ट हब्बार्ड | * असफलता की उत्पत्ति तभी होती है जब आप प्रयास करना बन्द कर देते हैं। ~ एल्बर्ट हब्बार्ड | ||
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==शेख सादी (Sadi)== | ==शेख सादी (Sadi)== | ||
* इंसान अगर लोभ को ठुकरा दे तो बादशाह से भी ऊंचा दर्जा हासिल कर सकता है, क्योंकि संतोष ही इंसान का माथा हमेशा ऊंचा रख सकता है। ~ शेख सादी | * इंसान अगर लोभ को ठुकरा दे तो बादशाह से भी ऊंचा दर्जा हासिल कर सकता है, क्योंकि संतोष ही इंसान का माथा हमेशा ऊंचा रख सकता है। ~ शेख सादी | ||
− | * अज्ञानी आदमी के लिये खामोशी से बढ़कर कोई | + | * अज्ञानी आदमी के लिये खामोशी से बढ़कर कोई चीज़ नहीं, और अगर उसमें यह समझने की बुद्धि है तो वह अज्ञानी नहीं रहेगा। ~ शेखी सादी |
* वाणी मधुर हो तो सब कुछ वश में हो जाता है, अन्यथा सब शत्रु बन जाते हैं। ~ शेख सादी | * वाणी मधुर हो तो सब कुछ वश में हो जाता है, अन्यथा सब शत्रु बन जाते हैं। ~ शेख सादी | ||
− | * वह आदमी वास्तव में बुद्धिमान है जो क्रोध में भी | + | * वह आदमी वास्तव में बुद्धिमान है जो क्रोध में भी ग़लत बात मुंह से नहीं निकालता। ~ शेख सादी |
* लोभी को पूरा संसार मिल जाए तो भी वह, भूखा रहता है, लेकिन संतोषी का पेट, एक रोटी से ही भर जाता है। ~ शेख सादी | * लोभी को पूरा संसार मिल जाए तो भी वह, भूखा रहता है, लेकिन संतोषी का पेट, एक रोटी से ही भर जाता है। ~ शेख सादी | ||
* ग़रीबों के समान विनम्र अमीर और अमीरों के समान उदार ग़रीब ईश्वर के प्रिय पात्र होते हैं। ~ शेख़ सादी | * ग़रीबों के समान विनम्र अमीर और अमीरों के समान उदार ग़रीब ईश्वर के प्रिय पात्र होते हैं। ~ शेख़ सादी | ||
Line 236: | Line 236: | ||
* जो नसीहतें नहीं सुनता, उसे लानत-मलामत सुनने का सुख होता है। ~ शेख़ सादी | * जो नसीहतें नहीं सुनता, उसे लानत-मलामत सुनने का सुख होता है। ~ शेख़ सादी | ||
* बुरे आदमी के साथ भी भलाई करनी चाहिए – कुत्ते को रोटी का एक टुकड़ा डालकर उसका मुंह बन्द करना ही अच्छा है। ~ शेख सादी | * बुरे आदमी के साथ भी भलाई करनी चाहिए – कुत्ते को रोटी का एक टुकड़ा डालकर उसका मुंह बन्द करना ही अच्छा है। ~ शेख सादी | ||
− | * खुदा एक | + | * खुदा एक दरवाज़ा बन्द करने से पहले दूसरा खोल देता है, उसे प्रयत्न कर देखो। ~ शेख सादी |
* धैर्य रखें, सभी कार्य सरल होने से पहले कठिन ही दिखाई देते हैं। ~ सादी | * धैर्य रखें, सभी कार्य सरल होने से पहले कठिन ही दिखाई देते हैं। ~ सादी | ||
Line 244: | Line 244: | ||
* हमारी शक्ति हमारे निर्णय करने की क्षमता में निहित है। ~ फुलर | * हमारी शक्ति हमारे निर्णय करने की क्षमता में निहित है। ~ फुलर | ||
* ज्ञान एक ख़ज़ाना है, लेकिन अभ्यास इसकी चाभी है। ~ थामस फुलर | * ज्ञान एक ख़ज़ाना है, लेकिन अभ्यास इसकी चाभी है। ~ थामस फुलर | ||
− | * जब तक रुग्णता का सामना नहीं करना पड़ता; तब तक स्वास्थ्य का महत्व समझ में नहीं आता है। ~ | + | * जब तक रुग्णता का सामना नहीं करना पड़ता; तब तक स्वास्थ्य का महत्व समझ में नहीं आता है। ~ डॉ. थॉमस फुल्लर |
* प्रार्थनाः दिन की कुंजी तथा रात का ताला होती है। ~ थॉमस फुल्लर | * प्रार्थनाः दिन की कुंजी तथा रात का ताला होती है। ~ थॉमस फुल्लर | ||
Line 253: | Line 253: | ||
* बुद्धिमानो की बुद्धिमता और बरसों का अनुभव सुभाषितों में संग्रह किया जा सकता है। ~ आईजक दिसराली | * बुद्धिमानो की बुद्धिमता और बरसों का अनुभव सुभाषितों में संग्रह किया जा सकता है। ~ आईजक दिसराली | ||
− | ==सेनेका (Lucius Annaeus Seneca)== | + | ==सेनेका (Lucius Annaeus Seneca) (4? B.C. - 65 A.D.)== |
[[चित्र:Lucius Annaeus Seneca.jpg|सेनेका (Lucius Annaeus Seneca)|thumb|150px]] | [[चित्र:Lucius Annaeus Seneca.jpg|सेनेका (Lucius Annaeus Seneca)|thumb|150px]] | ||
* आप हर इंसान का चरित्र बता सकते हैं यदि आप देखें कि वह प्रशंसा से कैसे प्रभावित होता है। ~ सेनेका | * आप हर इंसान का चरित्र बता सकते हैं यदि आप देखें कि वह प्रशंसा से कैसे प्रभावित होता है। ~ सेनेका | ||
Line 267: | Line 267: | ||
* जीवन का महानतम उपयोग इसे किन्हीं ऐसे अच्छे कार्यों पर व्यय करना है जो कि इसके जाने के बाद भी बने रहें। ~ विलियम जेम्स | * जीवन का महानतम उपयोग इसे किन्हीं ऐसे अच्छे कार्यों पर व्यय करना है जो कि इसके जाने के बाद भी बने रहें। ~ विलियम जेम्स | ||
* मेरी पीढ़ी की महानतम खोज यह रही है कि मनुष्य अपने दृष्टिकोण में परिवर्तन कर के अपने जीवन को बदल सकता है। ~ विलियम जेम्स (1842-1910), अमरीकी दार्शनिक | * मेरी पीढ़ी की महानतम खोज यह रही है कि मनुष्य अपने दृष्टिकोण में परिवर्तन कर के अपने जीवन को बदल सकता है। ~ विलियम जेम्स (1842-1910), अमरीकी दार्शनिक | ||
− | * मानव अपनी सोच की आंतरिक | + | * मानव अपनी सोच की आंतरिक प्रवृत्ति को बदलकर अपने जीवन के बाह्य पहलूओं को बदल सकता है। ~ विलिमय जेम्स |
==विलियम ऑर्थर वार्ड (William Arthur Ward)== | ==विलियम ऑर्थर वार्ड (William Arthur Ward)== | ||
Line 275: | Line 275: | ||
* कुशलतापूर्वक किसी की बात सुनना अकेलेपन, वाचालता और कंठशोथ का सब से बढ़िया इलाज है। ~ विलियम आर्थर वार्ड | * कुशलतापूर्वक किसी की बात सुनना अकेलेपन, वाचालता और कंठशोथ का सब से बढ़िया इलाज है। ~ विलियम आर्थर वार्ड | ||
* अवसर सूर्योदय की तरह होते हैं, यदि आप ज़्यादा देर तक प्रतीक्षा करते हैं तो आप उन्हें गंवा बैठते हैं। ~ विलियम आर्थर वार्ड | * अवसर सूर्योदय की तरह होते हैं, यदि आप ज़्यादा देर तक प्रतीक्षा करते हैं तो आप उन्हें गंवा बैठते हैं। ~ विलियम आर्थर वार्ड | ||
− | * निराशावादी व्यक्ति पवन के बारे में शिकायत करता है; आशावादी इसका | + | * निराशावादी व्यक्ति पवन के बारे में शिकायत करता है; आशावादी इसका रुख़ बदलने की आशा करता है; लेकिन यथार्थवादी पाल को अनुकूल बनाता है। ~ विलियम आर्थर वार्ड |
* प्रतिकूल परिस्थितियों से कुछ व्यक्ति टूट जाते हैं, जबकि कुछ अन्य व्यक्ति रिकार्ड तोड़ते हैं। ~ विलियम ए. वार्ड | * प्रतिकूल परिस्थितियों से कुछ व्यक्ति टूट जाते हैं, जबकि कुछ अन्य व्यक्ति रिकार्ड तोड़ते हैं। ~ विलियम ए. वार्ड | ||
* उपलब्धि के चार कदम: उद्देश्यपूर्ण योजना बनाए, प्रार्थना के साथ तैयारी करें, सकारात्मक रूप से आगे बढ़े निरन्तर अपने लक्ष्य के लिए प्रयासरत रहें। ~ विलियम ए. वार्ड | * उपलब्धि के चार कदम: उद्देश्यपूर्ण योजना बनाए, प्रार्थना के साथ तैयारी करें, सकारात्मक रूप से आगे बढ़े निरन्तर अपने लक्ष्य के लिए प्रयासरत रहें। ~ विलियम ए. वार्ड | ||
Line 284: | Line 284: | ||
* किसी व्यक्ति को एक मछली दे दो तो उसका पेट दिन भर के लिए भर जाएगा। उसे इंटरनेट चलाना सिखा दो तो वह हफ़्तों आपको परेशान नहीं करेगा। ~ एनन | * किसी व्यक्ति को एक मछली दे दो तो उसका पेट दिन भर के लिए भर जाएगा। उसे इंटरनेट चलाना सिखा दो तो वह हफ़्तों आपको परेशान नहीं करेगा। ~ एनन | ||
− | ==हैरी एस ट्रुमेन (Harry Truman)== | + | ==हैरी एस ट्रुमेन (Harry S. Truman) (1884 - 1972)== |
* यदि आप इस बात की चिंता न करें कि आपके काम का श्रेय किसे मिलने वाला है तो आप आश्चर्यजनक कार्य कर सकते हैं। ~ हैरी एस. ट्रूमेन | * यदि आप इस बात की चिंता न करें कि आपके काम का श्रेय किसे मिलने वाला है तो आप आश्चर्यजनक कार्य कर सकते हैं। ~ हैरी एस. ट्रूमेन | ||
* यदि आप गर्मी सहन नहीं कर सकते तो रसोई के बाहर निकल जाईये। ~ हैरी एस ट्रुमेन | * यदि आप गर्मी सहन नहीं कर सकते तो रसोई के बाहर निकल जाईये। ~ हैरी एस ट्रुमेन | ||
Line 295: | Line 295: | ||
* अपने कार्य की योजना बनाएं तथा अपनी योजना पर कार्य करें। ~ नेपोलियन हिल | * अपने कार्य की योजना बनाएं तथा अपनी योजना पर कार्य करें। ~ नेपोलियन हिल | ||
* यदि आपने अपनी मनोवृतियों पर विजय प्राप्त नहीं की, तो मनोवृत्तियां आप पर विजय प्राप्त कर लेंगी। ~ नेपोलियन हिल | * यदि आपने अपनी मनोवृतियों पर विजय प्राप्त नहीं की, तो मनोवृत्तियां आप पर विजय प्राप्त कर लेंगी। ~ नेपोलियन हिल | ||
− | * असफलता आपको | + | * असफलता आपको महान् कार्यों के लिये तैयार करने की प्रकृति की योजना है। ~ नैपोलियन हिल |
* जब किसी व्यक्ति द्वारा अपने लक्ष्य को इतनी गहराई से चाहा जाता है कि वह उसके लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने के लिए तैयार होता है, तो उसका जीतना सुनिश्चित होता है। ~ नेपोलियन हिल | * जब किसी व्यक्ति द्वारा अपने लक्ष्य को इतनी गहराई से चाहा जाता है कि वह उसके लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने के लिए तैयार होता है, तो उसका जीतना सुनिश्चित होता है। ~ नेपोलियन हिल | ||
* इच्छा सफलता का शुरुआती बिन्दु हैं, यह हमेशा याद दखें, जिस तरह छोटी आग से कम गर्माहट मिलती हैं उसी तरह कमज़ोर इच्छा से कमज़ोर परिणाम मिलते है। ~ नेपोलियन हिल | * इच्छा सफलता का शुरुआती बिन्दु हैं, यह हमेशा याद दखें, जिस तरह छोटी आग से कम गर्माहट मिलती हैं उसी तरह कमज़ोर इच्छा से कमज़ोर परिणाम मिलते है। ~ नेपोलियन हिल | ||
− | ==फ्रांसिस बेकन== | + | ==फ्रांसिस बेकन (Francis Bacon) (1561 - 1626)== |
* बुरा व्यक्ति उस समय और भी बुरा हो जाता है जब वह अच्छा होने का ढोंग करता है। ~ फ्रांसिस बेकन | * बुरा व्यक्ति उस समय और भी बुरा हो जाता है जब वह अच्छा होने का ढोंग करता है। ~ फ्रांसिस बेकन | ||
* जो नए सुधारों पर अमल नहीं, करेगा वह नए खतरों को न्यौता देगा। ~ फ्रांसिस बेकन | * जो नए सुधारों पर अमल नहीं, करेगा वह नए खतरों को न्यौता देगा। ~ फ्रांसिस बेकन | ||
* बुद्धिमान व्यक्ति को जितने, अवसर मिलते हैं उससे अधिक वह स्वयं बनाता है। ~ फ्रांसिस बेकन | * बुद्धिमान व्यक्ति को जितने, अवसर मिलते हैं उससे अधिक वह स्वयं बनाता है। ~ फ्रांसिस बेकन | ||
* प्रतिशोध लेते समय मनुष्य अपने शत्रु के समान ही होता है, लेकिन उसकी उपेक्षा कर देने पर वह उससे बड़ा हो जाता है। ~ फ्रांसिस बेकन | * प्रतिशोध लेते समय मनुष्य अपने शत्रु के समान ही होता है, लेकिन उसकी उपेक्षा कर देने पर वह उससे बड़ा हो जाता है। ~ फ्रांसिस बेकन | ||
− | * हम स्वभाव के | + | * हम स्वभाव के मुताबिक़ सोचते हैं, कायदे के मुताबिक़ बोलते हैं, रिवाज के मुताबिक़ आचरण करते हैं। ~ फ्रांसिस बेकन |
− | ==थॉमस जैफर्सन (Thomas Jefferson)== | + | ==थॉमस जैफर्सन (Thomas Jefferson) (1743 - 1826)== |
* क्या आप जानना चाहते हैं कि आप कौन हैं? तो किसी से पूछिये मत। कार्य करना शुरू कर दें। आपका कार्य आपको परिभाषित एवं चित्रित कर देगा। ~ थॉमस जेफर्सन | * क्या आप जानना चाहते हैं कि आप कौन हैं? तो किसी से पूछिये मत। कार्य करना शुरू कर दें। आपका कार्य आपको परिभाषित एवं चित्रित कर देगा। ~ थॉमस जेफर्सन | ||
* विनम्र तो सबके साथ रहें, लेकिन घनिष्ठ कुछ एक के साथ ही। ~ थॉमस जैफरसन | * विनम्र तो सबके साथ रहें, लेकिन घनिष्ठ कुछ एक के साथ ही। ~ थॉमस जैफरसन | ||
* बुद्धिमत्ता की पुस्तक में ईमानदारी पहला अध्याय है। ~ थॉमस जैफर्सन | * बुद्धिमत्ता की पुस्तक में ईमानदारी पहला अध्याय है। ~ थॉमस जैफर्सन | ||
− | * | + | * ग़लती करने की बजाय देर करना कहीं अधिक अच्छा होता है। ~ थॉमस जैफरसन |
− | ==फ़ोर्ब्स (Malcolm Forbes)== | + | ==फ़ोर्ब्स (Malcolm S. Forbes (1919 - 1990)== |
* ख़ाली दिमाग को खुला दिमाग बना देना ही शिक्षा का उद्देश्य है। ~ फ़ोर्ब्स | * ख़ाली दिमाग को खुला दिमाग बना देना ही शिक्षा का उद्देश्य है। ~ फ़ोर्ब्स | ||
* कम्प्यूटर को प्रोग्राम करने के लिये संस्कृत सबसे सुविधाजनक भाषा है। ~ फोर्ब्स पत्रिका (जुलाई, 1987) | * कम्प्यूटर को प्रोग्राम करने के लिये संस्कृत सबसे सुविधाजनक भाषा है। ~ फोर्ब्स पत्रिका (जुलाई, 1987) | ||
Line 320: | Line 320: | ||
* हार का स्वाद मालूम हो तो जीत हमेशा मीठी लगती है। ~ माल्कम फोर्बस | * हार का स्वाद मालूम हो तो जीत हमेशा मीठी लगती है। ~ माल्कम फोर्बस | ||
− | ==जॉन रस्किन ( | + | ==जॉन रस्किन (John Ruskin) (1819 - 1900)== |
* हम क्या सोचते हैं, क्या जानते हैं, और किसमें विश्वास करते हैं – अंततः ये बातें मायने नहीं रखतीं. हम क्या करते हैं वही महत्त्वपूर्ण है। ~ जॉन रस्किन | * हम क्या सोचते हैं, क्या जानते हैं, और किसमें विश्वास करते हैं – अंततः ये बातें मायने नहीं रखतीं. हम क्या करते हैं वही महत्त्वपूर्ण है। ~ जॉन रस्किन | ||
* जब किसी कार्य में रुचि और उसे करने के हुनर का संगम हो, तो उत्कृष्टता स्वाभाविक है। ~ जॉन रस्किन | * जब किसी कार्य में रुचि और उसे करने के हुनर का संगम हो, तो उत्कृष्टता स्वाभाविक है। ~ जॉन रस्किन | ||
Line 330: | Line 330: | ||
* सफल होने के लिए ज़रूरी है कि आप में सफलता की आस असफलता के डर से कहीं अधिक हो। ~ बिल कोज़्बी | * सफल होने के लिए ज़रूरी है कि आप में सफलता की आस असफलता के डर से कहीं अधिक हो। ~ बिल कोज़्बी | ||
− | ==सुकरात (Socrates)== | + | ==सुकरात (Socrates) (469 - 399 BC)== |
[[चित्र:Socrates.jpg|सुकरात (Socrates)|thumb|150px]] | [[चित्र:Socrates.jpg|सुकरात (Socrates)|thumb|150px]] | ||
* हर वर्ष एक बुरी आदत को मूल से खोदकर, फेंका जाए तो कुछ ही वर्षों में बुरे से बुरा, व्यक्ति भला हो सकता है। ~ सुकरात | * हर वर्ष एक बुरी आदत को मूल से खोदकर, फेंका जाए तो कुछ ही वर्षों में बुरे से बुरा, व्यक्ति भला हो सकता है। ~ सुकरात | ||
Line 339: | Line 339: | ||
==ओरिसन स्वेट मार्डन (Orison Swett Marden)== | ==ओरिसन स्वेट मार्डन (Orison Swett Marden)== | ||
* ऊंची से ऊंची चोटी पर पहुंचना मकसद हो तो अपना काम निचली सतह से शुरू करना चाहिए। ~ स्वेट मार्डेन | * ऊंची से ऊंची चोटी पर पहुंचना मकसद हो तो अपना काम निचली सतह से शुरू करना चाहिए। ~ स्वेट मार्डेन | ||
− | * जो मनुष्य अपने मन का ग़ुलाम बना रहता है वह कभी नेता और प्रभावशाली | + | * जो मनुष्य अपने मन का ग़ुलाम बना रहता है वह कभी नेता और प्रभावशाली पुरुष नहीं हो सकता। ~ स्वेट मार्डन |
* आशा और आत्मविश्वास से ही हमारी, शक्तियां जागृत होती हैं, इनसे हमारी, उत्पादन शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। ~ स्वेट मार्डेन | * आशा और आत्मविश्वास से ही हमारी, शक्तियां जागृत होती हैं, इनसे हमारी, उत्पादन शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। ~ स्वेट मार्डेन | ||
* हमारी अधिकतर बाधाएँ पिघल जाएंगी अगर उनके सामने दुबकने के बजाय हम उनसे निडरतापूर्वक निपटने का मानस बनाएँ। ~ ओरिसन स्वेट मार्डेन | * हमारी अधिकतर बाधाएँ पिघल जाएंगी अगर उनके सामने दुबकने के बजाय हम उनसे निडरतापूर्वक निपटने का मानस बनाएँ। ~ ओरिसन स्वेट मार्डेन | ||
− | * ऐसे सभी व्यक्ति जिन्होंने | + | * ऐसे सभी व्यक्ति जिन्होंने महान् उपलब्धियां हासिल की हैं, वह महान् स्वप्नदृष्टा भी होते हैं। ~ ओरिसन स्वेट मार्डन |
* अपनी शक्ति को छोटा न समझें, एक छोटी सी चिनगारी भी विशाल वन को जला कर राख कर सकती हैं। ~ स्वेट मार्डन | * अपनी शक्ति को छोटा न समझें, एक छोटी सी चिनगारी भी विशाल वन को जला कर राख कर सकती हैं। ~ स्वेट मार्डन | ||
==गेटे== | ==गेटे== | ||
− | * जब कोई व्यक्ति ठीक काम करता है, तो उसे पता तक नहीं चलता कि वह क्या कर रहा है पर | + | * जब कोई व्यक्ति ठीक काम करता है, तो उसे पता तक नहीं चलता कि वह क्या कर रहा है पर ग़लत काम करते समय उसे हर क्षण यह ख्याल रहता है कि वह जो कर रहा है, वह ग़लत है। ~ गेटे |
* इस संसार में सबसे सुखी वही व्यक्ति है जो अपने घर में शांति पाता है। ~ गेटे | * इस संसार में सबसे सुखी वही व्यक्ति है जो अपने घर में शांति पाता है। ~ गेटे | ||
* सबसे अच्छी सरकार वही है जो हमें स्वयं अपने ऊपर शासन करना सिखाती है। ~ गेटे | * सबसे अच्छी सरकार वही है जो हमें स्वयं अपने ऊपर शासन करना सिखाती है। ~ गेटे | ||
− | ==थियोडॉर रूज़वेल्ट (Theodore Roosevelt)== | + | ==थियोडॉर रूज़वेल्ट (Theodore Roosevelt) (1858 - 1919)== |
− | * अपनी आंखों को सितारों पर टिकाने से पहले अपने पैर | + | * अपनी आंखों को सितारों पर टिकाने से पहले अपने पैर ज़मीन में गड़ा लो। ~ थियोडॉर रूज़वेल्ट |
* आपसे जितना हो सके करें, वहीं जहां आप हैं और उनसे जो साधन आपके पास हैं। ~ थियोडोर रूसवेल्ट | * आपसे जितना हो सके करें, वहीं जहां आप हैं और उनसे जो साधन आपके पास हैं। ~ थियोडोर रूसवेल्ट | ||
* लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित कर पाना ही सफ़लता का एक अति महत्त्वपूर्ण सूत्र है। ~ थियोडोर रूसवेल्ट | * लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित कर पाना ही सफ़लता का एक अति महत्त्वपूर्ण सूत्र है। ~ थियोडोर रूसवेल्ट | ||
Line 372: | Line 372: | ||
* यदि आप सौ व्यक्तियों की सहायता नहीं कर सकते तो केवल एक की ही सहायता कर दें। - मदर टेरेसा | * यदि आप सौ व्यक्तियों की सहायता नहीं कर सकते तो केवल एक की ही सहायता कर दें। - मदर टेरेसा | ||
* भगवान यह अपेक्षा नहीं करते कि हम सफल हों, वे तो केवल इतना ही चाहते हैं कि हम प्रयास करें। - मदर टेरेसा | * भगवान यह अपेक्षा नहीं करते कि हम सफल हों, वे तो केवल इतना ही चाहते हैं कि हम प्रयास करें। - मदर टेरेसा | ||
− | * मीठे बोल संक्षिप्त और बोलने में आसान हो सकते हैं, लेकिन उन की गूँज सचमुच अनंत होती है। - | + | * मीठे बोल संक्षिप्त और बोलने में आसान हो सकते हैं, लेकिन उन की गूँज सचमुच अनंत होती है। - माँ टेरेसा |
* कल तो चला गया. आने वाले कल अभी आया नहीं है, हमारे पास केवल आज है, आईये शुरुआत करें। ~ मदर टेरेसा | * कल तो चला गया. आने वाले कल अभी आया नहीं है, हमारे पास केवल आज है, आईये शुरुआत करें। ~ मदर टेरेसा | ||
* मैं सफलता की प्रार्थना नहीं करती हूं, मैं विश्वास के लिए कहती हूं। ~ मदर टेरेसा | * मैं सफलता की प्रार्थना नहीं करती हूं, मैं विश्वास के लिए कहती हूं। ~ मदर टेरेसा | ||
Line 381: | Line 381: | ||
* आयु आपकी सोच में है। जितनी आप सोचते हैं उतनी ही आपकी उम्र है। ~ मुहम्मद अली | * आयु आपकी सोच में है। जितनी आप सोचते हैं उतनी ही आपकी उम्र है। ~ मुहम्मद अली | ||
* बच्चों को देखकर इच्छा होती है कि जीवन फिर से शुरू करें। ~ मुहम्मद अली | * बच्चों को देखकर इच्छा होती है कि जीवन फिर से शुरू करें। ~ मुहम्मद अली | ||
− | * मैं अपने ट्रेनिंग सत्र के प्रत्येक मिनट से घृणा करता था, परंतु मैं कहता था – 'भागो मत, अभी तो भुगत लो, और फिर पूरी | + | * मैं अपने ट्रेनिंग सत्र के प्रत्येक मिनट से घृणा करता था, परंतु मैं कहता था – 'भागो मत, अभी तो भुगत लो, और फिर पूरी ज़िंदगी चैम्पियन की तरह जिओ' ~ मुहम्मद अली |
− | ==एलेनोर रुज़वेल्ट (Eleanor Roosevelt)== | + | ==एलेनोर रुज़वेल्ट (Eleanor Roosevelt) (1884 - 1962)== |
* आप प्रत्येक ऐसे अनुभव जिसमें आपको वस्तुत डर सामने दिखाई देता है, से बल, साहस तथा विश्वास अर्जित करते हैं, आपको ऐसे कार्य अवश्य करने चाहिए जिनके बारे में आप सोचते हैं कि आप उनको नहीं कर सकते हैं। ~ एलेनोर रुज़वेल्ट | * आप प्रत्येक ऐसे अनुभव जिसमें आपको वस्तुत डर सामने दिखाई देता है, से बल, साहस तथा विश्वास अर्जित करते हैं, आपको ऐसे कार्य अवश्य करने चाहिए जिनके बारे में आप सोचते हैं कि आप उनको नहीं कर सकते हैं। ~ एलेनोर रुज़वेल्ट | ||
* भविष्य उनका है जो अपने सपनों की सुंदरता में यकीन करते हैं। ~ एलेअनोर रूज़वेल्ट | * भविष्य उनका है जो अपने सपनों की सुंदरता में यकीन करते हैं। ~ एलेअनोर रूज़वेल्ट | ||
− | * आपकी | + | * आपकी मर्ज़ी |
− | * | + | के बिना कोई भी आपको तुच्छ होने का अहसास नहीं करवा सकता है। ~ एलेयनोर रूज़वेल्ट |
+ | * महान् मानस के लोग विचारों पर बात करते हैं, साधारण मानस के लोग घटनाक्रम की बात करते हैं, और निम्न स्तर के लोग दूसरों के बारे में बात करते हैं। ~ एलेनोर रूसवेल्ट | ||
* यदि मैं उदास महसूस करती हूं तो मैं काम पर चली जाती हूं, काम में व्यस्तता उदासी का उत्तम प्रतिकार है। ~ एलेनोर रूजवेल्ट | * यदि मैं उदास महसूस करती हूं तो मैं काम पर चली जाती हूं, काम में व्यस्तता उदासी का उत्तम प्रतिकार है। ~ एलेनोर रूजवेल्ट | ||
− | ==प्लूटार्क (Plutarch)== | + | ==प्लूटार्क (Plutarch) (c. - 120)== |
[[चित्र:Plutarch.gif|प्लूटार्क (Plutarch)|thumb|150px]] | [[चित्र:Plutarch.gif|प्लूटार्क (Plutarch)|thumb|150px]] | ||
* वह व्यक्ति अच्छा कार्य निष्पादन करता है जो परिस्थितियों का ठीक से सामना करता है। ~ प्लुटार्च | * वह व्यक्ति अच्छा कार्य निष्पादन करता है जो परिस्थितियों का ठीक से सामना करता है। ~ प्लुटार्च | ||
− | * कोई | + | * कोई ग़लती न करना मनुष्य के बूते की बात नहीं है, लेकिन अपनी त्रुटियों और ग़लतियों से समझदार व्यक्ति भविष्य के लिए बुद्धिमत्ता अवश्य सीख लेते हैं। ~ प्लूटार्क |
* मुझे ऐसे मित्र की आवश्यकता नहीं जो मेरे साथ-साथ बदले और मेरी हां में हां भरे; ऐसा तो मेरी परछाई कहीं बेहतर कर लेती है। ~ प्लूटार्क | * मुझे ऐसे मित्र की आवश्यकता नहीं जो मेरे साथ-साथ बदले और मेरी हां में हां भरे; ऐसा तो मेरी परछाई कहीं बेहतर कर लेती है। ~ प्लूटार्क | ||
− | * क्रोध बुद्धि को घर से बाहर, निकाल देता है और | + | * क्रोध बुद्धि को घर से बाहर, निकाल देता है और दरवाज़े पर, चटकनी लगा देता है। ~ प्लूटार्क |
==थॉमस एडिसन (Thomas Edison)== | ==थॉमस एडिसन (Thomas Edison)== | ||
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==बिल गेट्स (Bill Gates)== | ==बिल गेट्स (Bill Gates)== | ||
− | * चाहे आप में कितनी भी योग्यता क्यों न हो, केवल एकाग्रचित्त होकर ही आप | + | * चाहे आप में कितनी भी योग्यता क्यों न हो, केवल एकाग्रचित्त होकर ही आप महान् कार्य कर सकते हैं। ~ बिल गेट्स |
* टीवी वास्तविकता से परे है, वास्तविक जीवन में लोगों को फुरसत छोड़ कर नौकरी और कारोबार करना होता है। ~ बिल गेट्स | * टीवी वास्तविकता से परे है, वास्तविक जीवन में लोगों को फुरसत छोड़ कर नौकरी और कारोबार करना होता है। ~ बिल गेट्स | ||
* सफलता की खुशियां मनाना ठीक है, लेकिन असफलताओं से सबक सीखना अधिक महत्वपूर्ण है। ~ बिल गेट्स | * सफलता की खुशियां मनाना ठीक है, लेकिन असफलताओं से सबक सीखना अधिक महत्वपूर्ण है। ~ बिल गेट्स | ||
− | ==हेनरी फ़ोर्ड (Henry Ford)== | + | ==हेनरी फ़ोर्ड (Henry Ford) (1863 - 1947)== |
* ग़लतियाँ मत ढूंढो, हल ढूंढो। ~ हेनरी फ़ोर्ड, कार निर्माता | * ग़लतियाँ मत ढूंढो, हल ढूंढो। ~ हेनरी फ़ोर्ड, कार निर्माता | ||
* अगर सफलता का कोई राज़ है, तो वह दूसरे के दृष्टिकोण को समझने और चीजों को उसके दृष्टिकोण से अपने दृष्टिकोण जितने अच्छे से देख पाने की क्षमता में निहित है। ~ हेनरी फोर्ड | * अगर सफलता का कोई राज़ है, तो वह दूसरे के दृष्टिकोण को समझने और चीजों को उसके दृष्टिकोण से अपने दृष्टिकोण जितने अच्छे से देख पाने की क्षमता में निहित है। ~ हेनरी फोर्ड | ||
* असफलता मात्र फिर से कार्यारम्भ करने का अवसर होती है, इस बार और अधिक बुद्धिमत्ता से। ~ हेनरी फोर्ड | * असफलता मात्र फिर से कार्यारम्भ करने का अवसर होती है, इस बार और अधिक बुद्धिमत्ता से। ~ हेनरी फोर्ड | ||
− | ==हेनरी डेविड थोरो (Henry David Thoreau)== | + | ==हेनरी डेविड थोरो (Henry David Thoreau) (1817 - 1862)== |
* व्यस्त रहना काफ़ी नहीं है, व्यस्त तो चींटियाँ भी रहती हैं। सवाल यह है - हम किस लिए व्यस्त हैं? ~ हेनरी डेविड थोरु | * व्यस्त रहना काफ़ी नहीं है, व्यस्त तो चींटियाँ भी रहती हैं। सवाल यह है - हम किस लिए व्यस्त हैं? ~ हेनरी डेविड थोरु | ||
* प्रातःकाल का भ्रमण पूरे दिन के लिए वरदान होता है। ~ हेनरी डेविड थोरो (1817-1862), लेखक | * प्रातःकाल का भ्रमण पूरे दिन के लिए वरदान होता है। ~ हेनरी डेविड थोरो (1817-1862), लेखक | ||
* यदि आपने हवाई किलों का निर्माण किया है तो आपका कार्य बेकार नहीं जाना चाहिए, हवाई किले हवा में ही बनाए जाते हैं, अब, उनके नीचे नींव रखने का कार्य करें। ~ हैनरी डेविड थोरेयू | * यदि आपने हवाई किलों का निर्माण किया है तो आपका कार्य बेकार नहीं जाना चाहिए, हवाई किले हवा में ही बनाए जाते हैं, अब, उनके नीचे नींव रखने का कार्य करें। ~ हैनरी डेविड थोरेयू | ||
+ | * अन्याय चाहे अपनें घर में होता हो या बाहर, उसका विरोध करने से नहीं डरना चाहिए और कुछ न कर सको तो भी बुराई के साथ सहयोग तो करना ही नहीं चाहिए!~ हेनरी डेविड थोरु | ||
+ | * हेनरी डेविड थोरु की [[प्रार्थना]]- ''हे प्रभो ! मुझे इतनी शक्ति दे दो कि मैं अपने को अपनी करनी से कभी निराश न करूँ । मेरे हस्त, मेरी द्रढ़ता, श्रद्धा का कभी अनादर न करें । मेरा प्रेम मेरे मित्रों के प्रेम से घटिया न रहे । मेरी वाणी जितना कहे-- जीवन उससे ज्यादा करता चले । तेरी मंगलमय स्रष्टि का हर अमंगल पचा सकूँ, इतनी शक्ति मुझ में बनी रहे ।'' | ||
− | ==डब्ल्यू सोमरसेट मोघम (W. Somerset Maugham)== | + | ==डब्ल्यू सोमरसेट मोघम (W. Somerset Maugham) (1874 - 1965)== |
* लोग आपको समालोचना के लिए पूछ भले ही लें, लेकिन चाहते वे केवल प्रशंसा ही हैं। ~ डब्लू सोमरसेट मोघेम | * लोग आपको समालोचना के लिए पूछ भले ही लें, लेकिन चाहते वे केवल प्रशंसा ही हैं। ~ डब्लू सोमरसेट मोघेम | ||
* जब आप अपने मित्रों का चयन करते हैं तो चरित्र के स्थान पर व्यक्तित्व को न चुनें। ~ डब्ल्यू सोमरसेट मोघम | * जब आप अपने मित्रों का चयन करते हैं तो चरित्र के स्थान पर व्यक्तित्व को न चुनें। ~ डब्ल्यू सोमरसेट मोघम | ||
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* एकाग्र-चिन्तन वांछित फल देता है। ~ जिग जिग्लर | * एकाग्र-चिन्तन वांछित फल देता है। ~ जिग जिग्लर | ||
* जीतने का इतना महत्व नहीं है जितना की जीतने के लिए प्रयास करने का महत्व होता है। ~ जिग जिगलार | * जीतने का इतना महत्व नहीं है जितना की जीतने के लिए प्रयास करने का महत्व होता है। ~ जिग जिगलार | ||
− | * आपकी उपलब्धियों का निर्धारण आपकी | + | * आपकी उपलब्धियों का निर्धारण आपकी प्रवृत्ति से नहीं अपितु आपके रवैय्ये से होता है। ~ जिग जिगलर |
− | ==जॉन बेइज़ (Joan Baez)== | + | ==जॉन बेइज़ (Joan Baez) (1941 - )== |
* जब तक आप ढूंढते रहेंगे, समाधान मिलते रहेंगे। ~ जॉन बेज | * जब तक आप ढूंढते रहेंगे, समाधान मिलते रहेंगे। ~ जॉन बेज | ||
* निराशा को काम में व्यस्त रहकर दूर भगाया जा सकता है। ~ जॉन बेइज़ | * निराशा को काम में व्यस्त रहकर दूर भगाया जा सकता है। ~ जॉन बेइज़ | ||
− | * आपको यह चुनने का अवसर नहीं मिलता है कि आप किस प्रकार से अथवा कब मरेंगे, आप केवल इतना ही निर्णय कर सकते हैं कि आप किस प्रकार से | + | * आपको यह चुनने का अवसर नहीं मिलता है कि आप किस प्रकार से अथवा कब मरेंगे, आप केवल इतना ही निर्णय कर सकते हैं कि आप किस प्रकार से ज़िंदगी को ज़ीने जा रहे हैं। ~ जॉन बेइज़ |
==एंथनी राबिन्स (Anthony Robbins)== | ==एंथनी राबिन्स (Anthony Robbins)== | ||
* समस्त सफलताएं कर्म की नींव पर आधारित होती हैं। ~ एंथनी राबिन्स | * समस्त सफलताएं कर्म की नींव पर आधारित होती हैं। ~ एंथनी राबिन्स | ||
* मुझे काफ़ी समय पहले ही पता लग गया था कि यदि मैं लोगों की उनकी चाहतों को पूरा करने में सहायता करता हूं तो मुझे हमेशा वह सब मिल जाएगा जो मैं चाहता था और मुझे कभी भी चिंता नहीं करनी पड़ेगी। ~ एंथनी राबिन्स | * मुझे काफ़ी समय पहले ही पता लग गया था कि यदि मैं लोगों की उनकी चाहतों को पूरा करने में सहायता करता हूं तो मुझे हमेशा वह सब मिल जाएगा जो मैं चाहता था और मुझे कभी भी चिंता नहीं करनी पड़ेगी। ~ एंथनी राबिन्स | ||
− | * आप हमेशा परिस्थितियों को नियंत्रित, नहीं कर सकते, लेकिन आप खुद को | + | * आप हमेशा परिस्थितियों को नियंत्रित, नहीं कर सकते, लेकिन आप खुद को ज़रूर नियंत्रित कर सकते हैं। ~ एंथनी रोबिन्स |
− | ==वाल्ट डिज़्नी== | + | ==वाल्ट डिज़्नी (Walt Disney) (1901 - 1966)== |
− | * यदि आप किसी | + | * यदि आप किसी चीज़ का सपना देख सकते हैं, तो आप उसे प्राप्त कर सकते हैं। ~ वाल्ट डिज़नी |
* जब हम किसी नई परियोजना पर विचार करते हैं तो हम बड़े गौर से उसका अध्ययन करते हैं - केवल सतह मात्र का नहीं, बल्कि उसके हर एक पहलू का। ~ वाल्ट डिज़्नी | * जब हम किसी नई परियोजना पर विचार करते हैं तो हम बड़े गौर से उसका अध्ययन करते हैं - केवल सतह मात्र का नहीं, बल्कि उसके हर एक पहलू का। ~ वाल्ट डिज़्नी | ||
* हम आगे बढ़ते हैं, नए रास्ते बनाते हैं, और नई योजनाएं बनाते हैं, क्योंकि हम जिज्ञासु है और जिज्ञासा हमें नई राहों पर ले जाती है। ~ वाल्ट डिज़्नी | * हम आगे बढ़ते हैं, नए रास्ते बनाते हैं, और नई योजनाएं बनाते हैं, क्योंकि हम जिज्ञासु है और जिज्ञासा हमें नई राहों पर ले जाती है। ~ वाल्ट डिज़्नी | ||
− | ==नॉर्मन विंसेंट पील== | + | ==नॉर्मन विंसेंट पील (Norman Vincent Peale) (1898 - 1993)== |
* एक मूल नियम है कि समान विचारधारा के व्यक्ति एक दूसरे के प्रति आकर्षित होते हैं, नकारात्मक सोच सुनिश्चित रुप से नकारात्मक परिणामो को आकर्षित करती है, इसके विपरीत, यदि कोई व्यक्ति आशा और विश्वास के साथ सोचने को आदत ही बना लेता है तो उसकी सकारात्मक सोच से सृजनात्मक शक्तियों सक्रिय हो जाती हैं- और सफलता उससे दूर जाने की बजाय उसी ओर चलने लगती है। ~ नार्मन विंसेन्ट पीएले | * एक मूल नियम है कि समान विचारधारा के व्यक्ति एक दूसरे के प्रति आकर्षित होते हैं, नकारात्मक सोच सुनिश्चित रुप से नकारात्मक परिणामो को आकर्षित करती है, इसके विपरीत, यदि कोई व्यक्ति आशा और विश्वास के साथ सोचने को आदत ही बना लेता है तो उसकी सकारात्मक सोच से सृजनात्मक शक्तियों सक्रिय हो जाती हैं- और सफलता उससे दूर जाने की बजाय उसी ओर चलने लगती है। ~ नार्मन विंसेन्ट पीएले | ||
* आप अपना सोच बदल दीजिए, आप की दुनिया बदल जाएगी। ~ नॉर्मन विंसेंट पील, अमरीकी पादरी (1898-1993) | * आप अपना सोच बदल दीजिए, आप की दुनिया बदल जाएगी। ~ नॉर्मन विंसेंट पील, अमरीकी पादरी (1898-1993) | ||
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* यदि आप यह मानते हैं कि आप कर सकते हैं, तो संभवतः आप कर सकते हैं, यदि यह सोचते हैं कि आप नहीं कर सकते, तो आप सुनिश्चित रुप से नहीं कर सकते, विश्वास वह स्विच है जो आपको आगे बढ़ाता है। ~ डेनिस वेटले | * यदि आप यह मानते हैं कि आप कर सकते हैं, तो संभवतः आप कर सकते हैं, यदि यह सोचते हैं कि आप नहीं कर सकते, तो आप सुनिश्चित रुप से नहीं कर सकते, विश्वास वह स्विच है जो आपको आगे बढ़ाता है। ~ डेनिस वेटले | ||
− | ==वोल्टेयर== | + | ==वोल्टेयर (Voltaire [Francois Marie Arouet]) (1694 - 1778)== |
* हो सकता है कि मैं आपके विचारों से सहमत न हो पाऊँ, परन्तु विचार प्रकट करने के आपके अधिकार की रक्षा करूँगा। ~ वाल्तेयर | * हो सकता है कि मैं आपके विचारों से सहमत न हो पाऊँ, परन्तु विचार प्रकट करने के आपके अधिकार की रक्षा करूँगा। ~ वाल्तेयर | ||
− | * किसी निर्दोष को दंडित करने से बेहतर है एक दोषी व्यक्ति को बख़्श देने का जोख़िम उठाना। ~ वाल्तेयर (1694-1778) | + | * किसी निर्दोष को दंडित करने से बेहतर है एक दोषी व्यक्ति को बख़्श देने का जोख़िम उठाना। ~ वाल्तेयर (1694 - 1778) |
− | * सत्य से प्यार करें और | + | * सत्य से प्यार करें और ग़लती को क्षमा कर दें। ~ वोल्टेयर |
==जिम रॉन== | ==जिम रॉन== | ||
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− | * प्रत्येक उतकृष्ट कार्य पहले पहल असम्भव होता है। ~ थॉमस कार्लेले | + | * प्रत्येक उतकृष्ट कार्य पहले पहल असम्भव होता है। ~ थॉमस कार्लेले (Thomas Carlyle) (1795 - 1881) |
− | * अंतर्दृष्टि के बिना ही काम करने से अधिक भयानक दूसरी | + | * अंतर्दृष्टि के बिना ही काम करने से अधिक भयानक दूसरी चीज़ नहीं है। ~ थामस कार्लाइल |
− | |||
+ | ;चार्ली चेपलिन (Charlie Chaplin) (1889 - 1977) | ||
* मेरे जीवन में कईं कठिनाईयाँ आई है, मगर मेरे होठों को कभी भी उसकी जानकारी नहीं थी क्यूंकि वह हमेशा हंसते ही रहते है। ~ चार्ली चेपलिन | * मेरे जीवन में कईं कठिनाईयाँ आई है, मगर मेरे होठों को कभी भी उसकी जानकारी नहीं थी क्यूंकि वह हमेशा हंसते ही रहते है। ~ चार्ली चेपलिन | ||
* क्लोज़-अप में जीवन एक त्रासदी (ट्रेजेडी) है, तो लंबे शॉट में प्रहसन (कॉमेडी)। ~ चार्ली चेपलिन | * क्लोज़-अप में जीवन एक त्रासदी (ट्रेजेडी) है, तो लंबे शॉट में प्रहसन (कॉमेडी)। ~ चार्ली चेपलिन | ||
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− | * यदि आपको पहली बार में सफलता नहीं मिलती है, तो फिर से कड़ी मेहनत करें। ~ विलियम फैदर | + | * यदि आपको पहली बार में सफलता नहीं मिलती है, तो फिर से कड़ी मेहनत करें। ~ विलियम फैदर (William Feather) |
* सफलता का एक ही सूत्र है और वह जब अन्य हिम्मत हार चुके हों तो भी आप डटे रहते हैं। ~ विलियम फैदर | * सफलता का एक ही सूत्र है और वह जब अन्य हिम्मत हार चुके हों तो भी आप डटे रहते हैं। ~ विलियम फैदर | ||
− | * हम सभी रोज़ कुछ-न-कुछ सीखते हैं। और ज़्यादातर हम यही सीखते हैं कि पिछले दिन हमने जो सीखा था वह | + | * हम सभी रोज़ कुछ-न-कुछ सीखते हैं। और ज़्यादातर हम यही सीखते हैं कि पिछले दिन हमने जो सीखा था वह ग़लत था। ~ बिल वौगेन |
* आकार का इतना अधिक महत्व नहीं होता है, व्हेल मछली का अस्तित्व खतरे में है जबकि चींटी एक सहज जीवन जी रही है। ~ बिल वाघन | * आकार का इतना अधिक महत्व नहीं होता है, व्हेल मछली का अस्तित्व खतरे में है जबकि चींटी एक सहज जीवन जी रही है। ~ बिल वाघन | ||
− | * अपने विचारों पर ध्यान दो, वे शब्द बन जाते हैं। अपने शब्दों पर ध्यान दो, वे क्रिया बन जाते हैं। अपनी क्रियाओं पर ध्यान दो, वे आदत बन जाती हैं। अपनी आदतों पर ध्यान दो, वे तुम्हारा चरित्र बनाती हैं। अपने चरित्र पर ध्यान दो, वह तुम्हारी नियति का निर्माण करता है। ~ लाओ-त्जु | + | * अपने विचारों पर ध्यान दो, वे शब्द बन जाते हैं। अपने शब्दों पर ध्यान दो, वे क्रिया बन जाते हैं। अपनी क्रियाओं पर ध्यान दो, वे आदत बन जाती हैं। अपनी आदतों पर ध्यान दो, वे तुम्हारा चरित्र बनाती हैं। अपने चरित्र पर ध्यान दो, वह तुम्हारी नियति का निर्माण करता है। ~ लाओ-त्जु (Lao-Tzu) |
* हज़ार मील का सफर भी एक क़दम से ही आरंभ होता है। ~ लाओ त्ज़ु | * हज़ार मील का सफर भी एक क़दम से ही आरंभ होता है। ~ लाओ त्ज़ु | ||
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* जब हम अपने विचारों को सही दिशा निर्देशन प्रदान करते हैं, तो हम अपनी भावनाओं को नियंत्रित कर सकते हैं। ~ डब्ल्यू. क्लेमेंट स्टोन | * जब हम अपने विचारों को सही दिशा निर्देशन प्रदान करते हैं, तो हम अपनी भावनाओं को नियंत्रित कर सकते हैं। ~ डब्ल्यू. क्लेमेंट स्टोन | ||
− | + | ;कार्ल सैंडबर्ग (Carl Sandburg) (1878 - 1967) | |
− | * कोई सपना देखे बिना कुछ नहीं होता। ~ कार्ल सैंडबर्ग (1878-1967), कवि | + | * कोई सपना देखे बिना कुछ नहीं होता। ~ कार्ल सैंडबर्ग (1878 - 1967), कवि |
* नन्हे शिशु के जन्म का अर्थ है कि भगवान यह चाहते हैं कि यह दुनिया बनी रहे। ~ कार्ल सैन्बर्ग | * नन्हे शिशु के जन्म का अर्थ है कि भगवान यह चाहते हैं कि यह दुनिया बनी रहे। ~ कार्ल सैन्बर्ग | ||
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* मौन निद्रा के सदृश है। यह ज्ञान में नयी स्फूर्ति पैदा करता है। ~ बेकन | * मौन निद्रा के सदृश है। यह ज्ञान में नयी स्फूर्ति पैदा करता है। ~ बेकन | ||
− | + | ;जोसेफ एडिशन (Joseph Addison) (1672 - 1719) | |
* अध्ययन हमें आनन्द तो प्रदान करता ही है, अलंकृत भी करता है और योग्य भी बनाता है, मस्तिष्क के लिये अध्ययन की उतनी ही आवश्यकता है जितनी शरीर के लिये व्यायाम की। ~ जोसेफ एडिशन | * अध्ययन हमें आनन्द तो प्रदान करता ही है, अलंकृत भी करता है और योग्य भी बनाता है, मस्तिष्क के लिये अध्ययन की उतनी ही आवश्यकता है जितनी शरीर के लिये व्यायाम की। ~ जोसेफ एडिशन | ||
− | * | + | * पढ़ने से सस्ता कोई मनोरंजन नहीं; न ही कोई खुशी, उतनी स्थायी। ~ जोसेफ एडिशन |
Line 553: | Line 556: | ||
− | * विवाह करने से पहले मेरे पास बच्चों को पालने के | + | * विवाह करने से पहले मेरे पास बच्चों को पालने के छह सिद्धांत थे, अब मेरे पास छह बच्चे हैं पर सिद्धांत एक भी नहीं। ~ जॉन विल्मोट |
* जब तक उम्मीद की जगह अफ़सोस नहीं ले लेता, तब तक इंसान वृद्ध नहीं होता। ~ जॉन बैरिमोर | * जब तक उम्मीद की जगह अफ़सोस नहीं ले लेता, तब तक इंसान वृद्ध नहीं होता। ~ जॉन बैरिमोर | ||
Line 566: | Line 569: | ||
* प्रत्येक समस्या अपने साथ आपके लिए एक उपहार लेकर आती है। ~ रिचर्ड बैक | * प्रत्येक समस्या अपने साथ आपके लिए एक उपहार लेकर आती है। ~ रिचर्ड बैक | ||
− | * वह रिश्ता जो आपके परिवार को वास्तव में बाँधता है, वह | + | * वह रिश्ता जो आपके परिवार को वास्तव में बाँधता है, वह ख़ून का नहीं है, बल्कि एक दूसरे के जीवन के प्रति आदर और खुशी का रिश्ता होता है। ~ रिचर्ड बैक |
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− | * हर सुबह जब मैं अपनी | + | * हर सुबह जब मैं अपनी आँखें खोलता हूं तो अपने आप से कहता हूं कि आज मुझमें स्वयं को खुश या उदास रखने का सामर्थ्य है न कि घटनाओं में, मैं इस बात को चुन सकता हूं कि यह क्या होगी, कल तो जा चुका है, कल अभी आया नहीं है, मेरे पास केवल एक दिन है, आज तथा मैं दिन भर प्रसन्न रहूंगा। ~ ग्रोचो मार्क्स |
* मुझे टीवी बहुत शिक्षाप्रद लगता है। जब भी कोई टीवी चलाता है, तो मैं दूसरे कमरे में जाता हूँ और किताब पढ़ता हूँ। ~ ग्रौचो मार्क्स | * मुझे टीवी बहुत शिक्षाप्रद लगता है। जब भी कोई टीवी चलाता है, तो मैं दूसरे कमरे में जाता हूँ और किताब पढ़ता हूँ। ~ ग्रौचो मार्क्स | ||
Line 598: | Line 601: | ||
* अगर आप लोगों के साथ अच्छा बर्ताव करेंगे, तो वे भी आप के साथ अच्छा बर्ताव करेंगे - कम से कम 90% वक़्त। ~ फ्रेंकलिन डी रूसवेल्ट | * अगर आप लोगों के साथ अच्छा बर्ताव करेंगे, तो वे भी आप के साथ अच्छा बर्ताव करेंगे - कम से कम 90% वक़्त। ~ फ्रेंकलिन डी रूसवेल्ट | ||
− | * एक | + | * एक चीज़ जिससे डरा जाना चाहिए वह डर है। ~ फ्रेंकलिन डी. रुज़वेल्ट |
Line 611: | Line 614: | ||
* निष्क्रियता से संदेह और डर की उत्पत्ति होती है, क्रियाशीलता से विश्वास और साहस का सृजन होता है, यदि आप डर पर विजय प्राप्त करना चाहते हैं, तो चुपचाप घर पर बैठ कर इसके बारे में विचार न करें, बाहर निकले और व्यस्त रहें। ~ डेल कार्नेगी | * निष्क्रियता से संदेह और डर की उत्पत्ति होती है, क्रियाशीलता से विश्वास और साहस का सृजन होता है, यदि आप डर पर विजय प्राप्त करना चाहते हैं, तो चुपचाप घर पर बैठ कर इसके बारे में विचार न करें, बाहर निकले और व्यस्त रहें। ~ डेल कार्नेगी | ||
− | * इस तरह से कार्य करें जैसे कि आप पहले से ही खुश हैं तथा इसके | + | * इस तरह से कार्य करें जैसे कि आप पहले से ही खुश हैं तथा इसके परिणामस्वरूप आप खुशी प्राप्त कर लेंगे। ~ डेल कार्नेज |
− | * | + | * ग़रीब वह है जिसकी अभिलाषायें बढी हुई हैं। ~ डेनियल |
* कोई छोटी-छोटी योजनाएं न बनाएं; उनमें मनुष्य को प्रेरित करने का कोई जादु नहीं समाया होता, बड़ी योजनाएं बनाएं, उच्च आशा रखें और काम करें। ~ डैनियल एच. बर्नहम | * कोई छोटी-छोटी योजनाएं न बनाएं; उनमें मनुष्य को प्रेरित करने का कोई जादु नहीं समाया होता, बड़ी योजनाएं बनाएं, उच्च आशा रखें और काम करें। ~ डैनियल एच. बर्नहम | ||
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
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Latest revision as of 09:58, 11 February 2021
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