मंगलेश: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('*कीर्तिवर्मा के बाद उसके पुत्र [[...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
गोविन्द राम (talk | contribs) m (Removed Category:नया पन्ना (using HotCat)) |
||
Line 16: | Line 16: | ||
{{चालुक्य राजवंश}} | {{चालुक्य राजवंश}} | ||
{{भारत के राजवंश}} | {{भारत के राजवंश}} | ||
[[Category:इतिहास_कोश]] | [[Category:इतिहास_कोश]] | ||
[[Category:दक्षिण भारत के साम्राज्य]] | [[Category:दक्षिण भारत के साम्राज्य]] |
Revision as of 10:57, 31 October 2010
- कीर्तिवर्मा के बाद उसके पुत्र पुलकेशी को राजा बनना चाहिए था।
- उसके चाचा (कीर्तिवर्मा के भाई) मंगलेश ने बल प्रयोग करके वातापी की गद्दी पर अधिकार कर लिया, और कुछ समय तक अपने अग्रज द्वारा स्थापित राज्य का उपभोग किया।
- इस बीच में पुलकेशी भी शान्त नहीं बैठा था। उसने राज्य प्राप्त करने का प्रयत्न जारी रखा था, और गृह युद्ध द्वारा मंगलेश को मारकर वह राजसिंहासन पर आरूढ़ हो गया।
|
|
|
|
|