मुसलमान: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
mNo edit summary
mNo edit summary
Line 1: Line 1:
{{main|इस्लाम धर्म}}
{{main|इस्लाम धर्म}}
मुसलमान (मुस्लिम) अर्थात "मुसल्सल है ईमान जिसका"। यह वो व्यक्ति है जो [[इस्लाम धर्म]] को मानते है और अल्लाह की इबादत करते हैं। मुस्लिमों का सबसे महत्त्वपूर्ण और पवित्र तीर्थ-स्थल अरब में मक्का और मदीना है। मुसलमान दो मुख्य सम्प्रदायों में बँटे हैं: [[शिया]] और [[सुन्नी]]। [[क़ुरान]] में केवल मुस्लिम शब्द का इस्तेमाल हुआ है क्योंकि क़ुरान में सुन्नी और शिया शब्द नहीं है। वो शख्स जो अपनी तमाम इच्छाओं को और अपने आप को ईश्वर के आगे नतमस्तक कर दे, तो मज़हब ऐ इस्लाम के अनुसार कोई एक जो इस्लाम को मानता है वो एक मुस्लिम है न की सुन्नी और शिया।
मुसलमान (मुस्लिम) अर्थात "मुसल्सल है ईमान जिसका"। यह वो व्यक्ति है जो [[इस्लाम धर्म]] को मानते है और [[अल्लाह]] की इबादत करते हैं। मुस्लिमों का सबसे महत्त्वपूर्ण और पवित्र तीर्थ-स्थल अरब में मक्का और मदीना है। मुसलमान दो मुख्य सम्प्रदायों में बँटे हैं: [[शिया]] और [[सुन्नी]]। [[क़ुरान]] में केवल मुस्लिम शब्द का इस्तेमाल हुआ है क्योंकि क़ुरान में सुन्नी और शिया शब्द नहीं है। वो शख्स जो अपनी तमाम इच्छाओं को और अपने आप को ईश्वर के आगे नतमस्तक कर दे, तो मज़हब ऐ इस्लाम के अनुसार कोई एक जो इस्लाम को मानता है वो एक मुस्लिम है न की सुन्नी और शिया।


{{प्रचार}}
{{प्रचार}}

Revision as of 11:41, 9 May 2011

  1. REDIRECTसाँचा:मुख्य

मुसलमान (मुस्लिम) अर्थात "मुसल्सल है ईमान जिसका"। यह वो व्यक्ति है जो इस्लाम धर्म को मानते है और अल्लाह की इबादत करते हैं। मुस्लिमों का सबसे महत्त्वपूर्ण और पवित्र तीर्थ-स्थल अरब में मक्का और मदीना है। मुसलमान दो मुख्य सम्प्रदायों में बँटे हैं: शिया और सुन्नीक़ुरान में केवल मुस्लिम शब्द का इस्तेमाल हुआ है क्योंकि क़ुरान में सुन्नी और शिया शब्द नहीं है। वो शख्स जो अपनी तमाम इच्छाओं को और अपने आप को ईश्वर के आगे नतमस्तक कर दे, तो मज़हब ऐ इस्लाम के अनुसार कोई एक जो इस्लाम को मानता है वो एक मुस्लिम है न की सुन्नी और शिया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख