मूर्धन्य व्यंजन: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''मूर्धन्य व्यंजन''' मूर्धा से उच्चारित होने वाले व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
Line 1: Line 1:
'''मूर्धन्य व्यंजन''' मूर्धा से उच्चारित होने वाले [[व्यंजन (व्याकरण)|व्यंजनों]] को कहा जाता है। जैसे- ट, ठ, ड।
'''मूर्धन्य व्यंजन''' मूर्धा से उच्चारित होने वाले [[व्यंजन (व्याकरण)|व्यंजनों]] को कहा जाता है। जैसे- ट, ठ, ड।


==कण्ठ्य का अर्थ==
==मूर्धन्य का अर्थ==
{{शब्द संदर्भ नया
{{शब्द संदर्भ नया
|अर्थ=सिर पर रखने योग्य, श्रेष्ठ, सिर, मस्तक, माथा, शिखर, चोटी।
|अर्थ=सिर पर रखने योग्य, श्रेष्ठ, सिर, मस्तक, माथा, शिखर, चोटी।

Revision as of 07:25, 30 November 2016

मूर्धन्य व्यंजन मूर्धा से उच्चारित होने वाले व्यंजनों को कहा जाता है। जैसे- ट, ठ, ड।

मूर्धन्य का अर्थ



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका-टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख