जटायु क्षेत्र: Difference between revisions
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'''जटायु क्षेत्र''' [[नासिक ज़िला]], [[महाराष्ट्र]] में अवस्थित है। यह क्षेत्र [[नासिक]] रोड से 26 मील {{मील|मील=26}} और घोटी स्टेशन से 10 मील {{मील|मील=10}} की दूरी पर स्थित है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक= | '''जटायु क्षेत्र''' [[नासिक ज़िला]], [[महाराष्ट्र]] में अवस्थित है। यह क्षेत्र [[नासिक]] रोड से 26 मील {{मील|मील=26}} और घोटी स्टेशन से 10 मील {{मील|मील=10}} की दूरी पर स्थित है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=353|url=}}</ref> | ||
*किंवदंती के अनुसार [[श्रीराम]] ने [[रावण]] द्वारा आहत गिद्धराज [[जटायु]] का [[अंतिम संस्कार]] यहीं पर किया था। | *किंवदंती के अनुसार [[श्रीराम]] ने [[रावण]] द्वारा आहत गिद्धराज [[जटायु]] का [[अंतिम संस्कार]] यहीं पर किया था। |
Latest revision as of 11:49, 17 June 2013
जटायु क्षेत्र नासिक ज़िला, महाराष्ट्र में अवस्थित है। यह क्षेत्र नासिक रोड से 26 मील (लगभग 41.6 कि.मी.) और घोटी स्टेशन से 10 मील (लगभग 16 कि.मी.) की दूरी पर स्थित है।[1]
- किंवदंती के अनुसार श्रीराम ने रावण द्वारा आहत गिद्धराज जटायु का अंतिम संस्कार यहीं पर किया था।
- वाल्मीकि रामायण, अरण्यकांड[2] के अनुसार यह स्थान गोदावरी नदी के तट पर स्थित था-
'ततो गोदावरी गत्वा नदीं नरवरात्मजौ उदकं चत्रतुस्तस्मै गृध्रराजाय तावुभौ।'
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