देवभूति: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
(2 intermediate revisions by 2 users not shown)
Line 1: Line 1:
'''देवभूति''' [[मगध]] के [[शुंग वंश]] (लगभग 185 ई. पू से 73 ई. पू.) का अन्तिम राजा था। वह चरित्रहीन और दुराचारी प्रवृत्ति का व्यक्ति था, इस कारण से उसके [[ब्राह्मण]] मंत्री वासुदेव ने लगभग 73 ई. पू. में उसे मारकर [[कण्व वंश]] का शासन स्थापित किया।  
'''देवभूति''' [[मगध]] के [[शुंग वंश]] (लगभग 185 ई. पू से 73 ई. पू.) का अन्तिम राजा था। वह चरित्रहीन और दुराचारी प्रवृत्ति का व्यक्ति था, इस कारण से उसके [[ब्राह्मण]] मंत्री [[वासुदेव कण्व|वासुदेव]] ने लगभग 73 ई. पू. में उसे मारकर [[कण्व वंश]] का शासन स्थापित किया।  


{{प्रचार}}
 
{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}
|आधार=
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1
|माध्यमिक=
|पूर्णता=
|शोध=
}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
(पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश') पृष्ठ संख्या-210
(पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश') पृष्ठ संख्या-210
Line 14: Line 8:
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{शुंग वंश}}
{{शुंग वंश}}
[[Category:शुंग काल]]
{{भारत के राजवंश}}
[[Category:मध्य काल]]
[[Category:शुंग काल]][[Category:प्राचीन भारत का इतिहास]][[Category:चरित कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 06:24, 28 July 2014

देवभूति मगध के शुंग वंश (लगभग 185 ई. पू से 73 ई. पू.) का अन्तिम राजा था। वह चरित्रहीन और दुराचारी प्रवृत्ति का व्यक्ति था, इस कारण से उसके ब्राह्मण मंत्री वासुदेव ने लगभग 73 ई. पू. में उसे मारकर कण्व वंश का शासन स्थापित किया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

(पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश') पृष्ठ संख्या-210

संबंधित लेख