साहस (सूक्तियाँ): Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
mNo edit summary
m (Text replacement - " महान " to " महान् ")
Line 142: Line 142:
|-
|-
| (35)
| (35)
|पीछे मत देखो आगे देखो, अनंत उर्जा, अनंत उत्‍साह, अनंत साहस और अनंत धैर्य तभी महान कार्य, किये जा सकते हैं।  
|पीछे मत देखो आगे देखो, अनंत उर्जा, अनंत उत्‍साह, अनंत साहस और अनंत धैर्य तभी महान् कार्य, किये जा सकते हैं।  
|[[स्वामी विवेकानन्द]]  
|[[स्वामी विवेकानन्द]]  
|-
|-
Line 251: Line 251:
|-
|-
| (62)
| (62)
|मैं महान उसको मानता हूं जो स्वत: अपना मार्ग बनाते हैं, परंतु कहीं मिथ्या मार्ग पर चल पड़ें तो लौट आने का साहस और बुद्धि भी रखते हैं।  
|मैं महान् उसको मानता हूं जो स्वत: अपना मार्ग बनाते हैं, परंतु कहीं मिथ्या मार्ग पर चल पड़ें तो लौट आने का साहस और बुद्धि भी रखते हैं।  
| [[गुरुदत्त]]
| [[गुरुदत्त]]
|-
|-

Revision as of 11:04, 1 August 2017

क्रमांक सूक्तियाँ सूक्ति कर्ता
(1) निराश हुए बिना पराजय को सह लेना, पृथ्वी पर साहस की सबसे बड़ी मिसाल है। इंगरसोल
(2) हमारी सुरक्षा, हमारी अर्थव्यवस्था और हमारे ग्रह के लिए बदलाव लाने का हममें साहस और प्रतिबद्धता होनी चाहिए। बराक ओबामा (अमेरिकी राष्ट्रपति)
(3) मानव के सभी गुणों में साहस पहला गुण है, क्योंकि यह सभी गुणों की ज़िम्मेदारी लेता है। चर्चिल
(4) प्रेरणा कि हर अभिव्यक्ति में पुरुषार्थ और पराक्रम कि आवश्यकता है। जैनेन्द्र कुमार
(5) जो हर झाड़ी की जांच करता है, वह वन में क्या घुस पाएगा। जर्मन कहावत
(6) यह संकल्प कर लें कि यह जोखिम लेने योग्य है, तो आपको तत्काल कर्म करने का साहस जुटा लेना चाहिए।
(7) सच्चा साहसी वह है, जो बड़ी से बड़ी विपत्ति को बुद्धिमत्तापूर्वक सह सकता है। शेक्सपीयर
(8) हर परिस्थिति में शांत रहने वाला निश्चित ही शिखर को छुता है।
(9) साहस का अर्थ होता है यह पता होना कि किस बात से डरना नहीं चाहिए। प्लेटो
(10) वह सच्चा साहसी है, जो कभी निराश नहीं होता।
(11) साहसे खलु श्री वसति। (साहस में ही लक्ष्मी रहती हैं)
(12) जरूरी नहीं है कि कोई साहस लेकर जन्मा हो, लेकिन हरेक शक्ति लेकर जन्मता है।
(13) बिना निराश हुए ही हार को सह लेना पृथ्वी पर साहस की सबसे बडी परीक्षा है। आर. जी. इंगरसोल
(14) बिना साहस के हम कोई दूसरा गुण भी अनवरत धारण नहीं कर सकते। हम कृपालु, दयालु, सत्यवादी, उदार या इमानदार नहीं बन सकते।
(15) जिस काम को करने में डर लगता है उसको करने का नाम ही साहस है।
(16) हर व्यक्ति में प्रतिभा होती है। दरअसल उस प्रतिभा को निखारने के लिए गहरे अंधेरे रास्ते में जाने का साहस कम लोगों में ही होता है।
(17) अन्याय सहने वाला भी उतना ही अपराधी होता है जितना करने वाला क्योंकि अगर अन्याय न सहा जाये तो कोई भी अन्याय करने का साहस नहीं करेगा। रविन्द्र नाथ टैगोर
(18) वह सच्चा साहसी है जो कभी भी निराश नहीं होता।
(19) भाग्य साहसी का साथ देता है।
(20) संसार के व्यवहारों के लिये धन ही सार-वस्तु है। अत: मनुष्य को उसकी प्राप्ति के लिये युक्ति एवं साहस के साथ यत्न करना चाहिये। शुक्राचार्य
(21) जीतता वह है जिसमें शौर्य, धैर्य, साहस, सत्व और धर्म होता है। हजारी प्रसाद द्विवेदी
(22) सफलता के तीन रहस्य हैं - योग्यता, साहस और कोशिश।
(23) अपनी कलम सेवा के काम में लगाओ, न कि प्रतिष्ठा व पैसे के लिये। कलम से ही ज्ञान, साहस और त्याग की भावना प्राप्त करें।
(24) असफलताओं की कसौटी पर ही मनुष्य के धैर्य, साहस तथा लगनशील की परख होती है। जो इसी कसौटी पर खरा उतरता है, वही वास्तव में सच्चा पुरुषार्थी है।
(25) किसी को हृदय से प्रेम करना शक्ति प्रदान करता है और किसी के द्वारा हृदय से प्रेम किया जाना साहस।
(26) सलाह सबकी सुनो पर करो वह जिसके लिए तुम्हारा साहस और विवेक समर्थन करे।
(27) साहस ही एकमात्र ऐसा साथी है, जिसको साथ लेकर मनुष्य एकाकी भी दुर्गम दीखने वाले पथ पर चल पड़ते एवं लक्ष्य तक जा पहुँचने में समर्थ हो सकता है।
(28) साहस और हिम्मत से खतरों में भी आगे बढ़िये। जोखित उठाये बिना जीवन में कोई महत्त्वपूर्ण सफलता नहीं पाई जा सकती।
(29) दूसरों पर भरोसा लादे मत बैठे रहो। अपनी ही हिम्मत पर खड़ा रह सकना और आगे बढ़् सकना संभव हो सकता है। सलाह सबकी सुनो, पर करो वह जिसके लिए तुम्हारा साहस और विवेक समर्थन करे।
(30) विचार शहादत, कुर्बानी, शक्ति, शौर्य, साहस व स्वाभिमान है। विचार आग व तूफ़ान है, साथ ही शान्ति व सन्तुष्टी का पैग़ाम है।
(31) धैर्य, अनुद्वेग, साहस, प्रसन्नता, दृढ़ता और समता की संतुलित स्थिति सदेव बनाये रखें।
(32) शोक मनाने के लिये नैतिक साहस चाहिए और आनंद मनाने के लिए धार्मिक साहस। अनिष्ट की आशंका करना भी साहस का काम है, शुभ की आशा करना भी साहस का काम परंतु दोनों में आकाश-पाताल का अंतर है। पहला गर्वीला साहस है, दूसरा विनीत साहस। किर्केगार्द
(33) हमारी सुरक्षा, हमारी अर्थव्यवस्था और हमारे ग्रह के लिए बदलाव लाने का हममें साहस और प्रतिबद्धता होनी चाहिए। बराक ओबामा, अमेरिकी राष्ट्रपति
(34) जिस काम की तुम कल्पना करते हो उसमें जुट जाओ। साहस में प्रतिभा, शक्ति और जादू है। साहस से काम शुरू करो पूरा अवश्य होगा। अज्ञात
(35) पीछे मत देखो आगे देखो, अनंत उर्जा, अनंत उत्‍साह, अनंत साहस और अनंत धैर्य तभी महान् कार्य, किये जा सकते हैं। स्वामी विवेकानन्द
(36) कष्ट और विपत्ति मनुष्य को शिक्षा देने वाले श्रेष्ठ गुण हैं। जो साहस के साथ उनका सामना करते हैं, वे विजयी होते हैं। लोकमान्य तिलक
(37) बुद्धिमान मनुष्य अपनी हानि पर कभी नहीं रोते बल्कि साहस के साथ उसकी क्षतिपूर्ति में लग जाते हैं। विष्णु शर्मा
(38) उजाला एक विश्वास है जो अँधेरे के किसी भी रूप के विरुद्ध संघर्ष का बिगुल बजाने को तत्पर रहता है। ये हममें साहस और निडरता भरता है। डॉ. प्रेम जनमेजय
(39) यदि तुम्हें अपने चुने हुए रास्ते पर विश्वास है, यदि इस पर चलने का साहस है, यदि इसकी कठिनाइयों को जीत लेने की शक्ति है, तो रास्ता तुम्हारा अनुगमन करता है। धीरूभाई अंबानी
(40) अपनी सफलता के इन्जिनियर आप खुद है। अगर हम अपनी आत्मा की ईंट और जीवन का सीमेंट उस जगह लगायें जहाँ चाहते हैं तो सफलता की मज़बूत इमारत खड़ी कर सकते हैं अपनी सीमा ऊँचे स्तर पर बनाओ, बड़ा सोचने का साहस करो। नैना लाल किदवई
(41) मानव के सभी गुणों में साहस पहला गुण है, क्‍योंकि वह सभी गुणों की जिम्‍मेदारी लेता है। चर्चिल
(42) जो तर्क को अनसुना कर देते हैं, वह कटर हैं! जो तर्क ही नहीं कर सकते, वह मुर्ख हैं और जो तर्क करने का साहस ही नहीं दिखा सकते, वह ग़ुलाम हैं। विलियम ड्रूमंड
(43) आप प्रत्येक ऐसे अनुभव जिसमें आपको वस्तुत डर सामने दिखाई देता है, से बल, साहस तथा विश्वास अर्जित करते हैं, आपको ऐसे कार्य अवश्य करने चाहिए जिनके बारे में आप सोचते हैं कि आप उनको नहीं कर सकते हैं। एलेनोर रुज़वेल्ट
(44) ना कहने का साहस रखें, सच्चाई का सामना करने का साहस रखें, सही कार्य करें क्योंकि यह सही है, यह जीवन को सत्यनिष्ठा से जीने की जादुई चाबियां हैं। डब्ल्यू क्लेमैन्ट स्टोन
(45) साहस और दृढ़ निश्चय जादुई तावीज़ हैं जिनके आगे कठिनाईयां दूर हो जाती हैं और बाधाएं उड़न-छू हो जाती है। जॉन क्विंसी एडम्स
(46) निष्क्रियता से संदेह और डर की उत्पत्ति होती है, क्रियाशीलता से विश्वास और साहस का सृजन होता है, यदि आप डर पर विजय प्राप्त करना चाहते हैं, तो चुपचाप घर पर बैठ कर इसके बारे में विचार न करें, बाहर निकले और व्यस्त रहें। डेल कार्नेगी
(47) ऐसा व्यक्ति जो मानव के हृदय में साहस बोता है, वह सर्वश्रेष्ठ चिकित्सक होता है। कार्ल वोन नेबेल
(48) इतने अच्छे बने कि आपकी उपेक्षा करने का किसी में साहस ही न हो। स्टीव मार्टिन
(49) आपके मन की लालसा आपके साहस जुटा पाने की प्रतीक्षा कर रही है। मेरिलीन ग्राइस्ट
(50) हे भगवान, मुझे उन बातों को स्वीकार करने का धैर्य प्रदान करो जिन्हें मैं बदल नहीं सकता हूं; जिन चीजों को मैं बदल सकता हूं उनको बदलने का साहस दो; तथा इन

दोनों में अंतर करने के लिए बुद्धि प्रदान करो।

डा. रीनहोल्ड नीबुहर
(51) साहस भय की अनुपस्थिति नहीं है। यह तो इस निर्णय तक पहुँचने का बोध है कि कुछ है जो भय से भी ज़्यादा महत्त्वपूर्ण है। एम्ब्रोस रेडमून
(52) साहसी व्यक्ति ही विश्वास से परिपूर्ण होता है। मार्कस टूल्लियस सिसेरो
(53) सफलता वह सौभाग्य है जो कि उच्चाकांक्षा, साहस, पसीना बहाने और प्रेरणा से प्राप्त होता है। ईवान ईसार
(54) जीवन का अर्थ ही क्या रह जाएगा यदि हम में सतत प्रयत्न करने का साहस न रहे। विन्सेंट वान गौह (1853-1890), डच चित्रकार
(55) एक सफल व्यक्ति और असफल व्यक्ति में साहस का या फिर ज्ञान का अंतर नहीं होता है बल्कि यदि अंतर होता है तो वह इच्छाशक्ति का होता है। विसेंट जे. लोम्बार्डी
(56) धन उत्तम कर्मों से उत्पन्न होता है, योग्यता, साहस तथा दृढ़ निश्चय से फलता - फूलता है और संयम से सुरक्षित होता है। विदुर
(57) जिस मनुष्य में जितना साहस होता है, उसी के अनुसार उसके संकल्प भी होते हैं। मुतनब्बी
(58) साहस और धैर्य ऐसे गुण हैं, जिनकी कठिन परिस्थितियों में आ पड़ने पर बड़ी आवश्यकता होती है। महात्मा गांधी
(59) जवानी जोश है, बल है, साहस है, दया है, आत्मविश्वास है, गौरव है और वह सब कुछ है जो जीवन को पवित्र, उज्ज्वल और पूर्ण बना देता है। प्रेमचन्द
(60) यौवन साहस करता है और वृद्धावस्था विचार करती है। राउपाख
(61) उपकार करने का साहसी स्वभाव होने के कारण गुणी लोग अपनी हानि की भी चिंता नहीं करते। दीपक की लौ अपना अंग जलाकर ही प्रकाश उत्पन्न करती है। अज्ञात
(62) मैं महान् उसको मानता हूं जो स्वत: अपना मार्ग बनाते हैं, परंतु कहीं मिथ्या मार्ग पर चल पड़ें तो लौट आने का साहस और बुद्धि भी रखते हैं। गुरुदत्त
(63) परिस्थितियां ही मनुष्य में साहस का संचार करती हैं। हरिकृष्ण प्रेमी
(64) उपकार करने का साहसी स्वभाव होने के कारण गुणी लोग अपनी हानि की भी चिंता नहीं करते। दीपक की लौ अपना अंग जलाकर ही प्रकाश उत्पन्न करती है। अज्ञात
(65) वृद्धावस्था विचार करती है और यौवन साहस करता है। राउपाख
(66) साहस और धैर्य ऐसे गुण हैं, जिनकी कठिन परिस्थितियों में बहुत आवश्यकता होती है। महात्मा गांधी
(67) जिस मनुष्य में जितना साहस होता है, उसी के अनुसार उसके संकल्प भी होते हैं। मुतनब्बी
(68) जो मनुष्य भीरु है, वह छोटे-छोटे कार्यों को भी बहुत बड़े कार्य समझता है। और जो साहसी होता है, वह बहुत बड़े कार्यों को भी छोटे छोटे कार्य ही समझता है। मुतनब्बी

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख