प्रकृति के प्रति -दिनेश सिंह: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "शृंगार" to "श्रृंगार") |
||
(One intermediate revision by the same user not shown) | |||
Line 68: | Line 68: | ||
चली,सरि प्राणो में भरे मोद | चली,सरि प्राणो में भरे मोद | ||
सागर से मिलन करे | सागर से मिलन करे श्रृंगार | ||
दो प्राण एक हो बने युगल | दो प्राण एक हो बने युगल | ||
कौतूहल उर उदधि अपार | कौतूहल उर उदधि अपार | ||
Line 104: | Line 104: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{स्वतंत्र लेख}} | |||
[[Category:दिनेश सिंह]] | [[Category:दिनेश सिंह]] |
Latest revision as of 07:56, 7 November 2017
चित्र:Icon-edit.gif | यह लेख स्वतंत्र लेखन श्रेणी का लेख है। इस लेख में प्रयुक्त सामग्री, जैसे कि तथ्य, आँकड़े, विचार, चित्र आदि का, संपूर्ण उत्तरदायित्व इस लेख के लेखक/लेखकों का है भारतकोश का नहीं। |
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|