प्रकृति के प्रति -दिनेश सिंह: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "शृंगार" to "श्रृंगार") |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
{{स्वतंत्र लेखन नोट}} | {{स्वतंत्र लेखन नोट}} | ||
{{Poemopen}} | {{Poemopen}} | ||
{| width="100%" style="background:transparent;" | |||
|-valign="top" | |||
| | |||
==भाग-1== | ==भाग-1== | ||
<poem>प्रकृति अविरल तेरा ये बिम्ब | <poem>प्रकृति अविरल तेरा ये बिम्ब | ||
Line 46: | Line 49: | ||
नाप कर मौन तिमिर उँचास | नाप कर मौन तिमिर उँचास | ||
कर रहा है तम का परिहास</poem> | कर रहा है तम का परिहास</poem> | ||
| | |||
==भाग-2== | ==भाग-2== | ||
<poem> | <poem> | ||
Line 64: | Line 68: | ||
चली,सरि प्राणो में भरे मोद | चली,सरि प्राणो में भरे मोद | ||
सागर से मिलन करे | सागर से मिलन करे श्रृंगार | ||
दो प्राण एक हो बने युगल | दो प्राण एक हो बने युगल | ||
कौतूहल उर उदधि अपार | कौतूहल उर उदधि अपार | ||
Line 94: | Line 98: | ||
</poem> | </poem> | ||
{{Poemclose}} | {{Poemclose}} | ||
|} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{स्वतंत्र लेख}} | |||
[[Category:दिनेश सिंह]] | [[Category:दिनेश सिंह]] |
Latest revision as of 07:56, 7 November 2017
चित्र:Icon-edit.gif | यह लेख स्वतंत्र लेखन श्रेणी का लेख है। इस लेख में प्रयुक्त सामग्री, जैसे कि तथ्य, आँकड़े, विचार, चित्र आदि का, संपूर्ण उत्तरदायित्व इस लेख के लेखक/लेखकों का है भारतकोश का नहीं। |
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|