राजापुर उत्तर प्रदेश: Difference between revisions

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*[[हिन्दी]] के प्रसिद्ध महाकवि गोस्वामी तुलसीदास का जन्म स्थान राजापुर में ही है।
*[[हिन्दी]] के प्रसिद्ध महाकवि गोस्वामी तुलसीदास का जन्म स्थान राजापुर में ही है।
*यह कस्बा [[यमुना नदी]] के तट पर बसा हुआ है और [[चित्रकूट]] के निकट है।
*यह क़स्बा [[यमुना नदी]] के तट पर बसा हुआ है और [[चित्रकूट]] के निकट है।
*यमुना के किनारे [[तुलसीदास|तुलसीदास जी]] के नाम से प्रसिद्ध एक मंदिर भी है, जो अब जीर्णशीर्ण अवस्था में है। यहाँ महाकवि के हाथ की लिखी हुई '[[रामचरितमानस]]' की प्रति अब तक सुरक्षित रखी हुई है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=783|url=}}</ref>
*यमुना के किनारे [[तुलसीदास|तुलसीदास जी]] के नाम से प्रसिद्ध एक मंदिर भी है, जो अब जीर्णशीर्ण अवस्था में है। यहाँ महाकवि के हाथ की लिखी हुई '[[रामचरितमानस]]' की प्रति अब तक सुरक्षित रखी हुई है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=783|url=}}</ref>



Latest revision as of 14:10, 6 April 2015

राजापुर उत्तर प्रदेश राज्य के बांदा से लगभग 99 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहीं पर गोस्वामी तुलसीदास की जन्मभूमि है। इसी कारण से राजापुर नगर काफ़ी प्रसिद्ध है।

  • हिन्दी के प्रसिद्ध महाकवि गोस्वामी तुलसीदास का जन्म स्थान राजापुर में ही है।
  • यह क़स्बा यमुना नदी के तट पर बसा हुआ है और चित्रकूट के निकट है।
  • यमुना के किनारे तुलसीदास जी के नाम से प्रसिद्ध एक मंदिर भी है, जो अब जीर्णशीर्ण अवस्था में है। यहाँ महाकवि के हाथ की लिखी हुई 'रामचरितमानस' की प्रति अब तक सुरक्षित रखी हुई है।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 783 |

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