कर्कोटक वंश: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 5: | Line 5: | ||
#[[लोहार वंश]]। | #[[लोहार वंश]]। | ||
*7वीं शताब्दी में दुर्लभ वर्धन ने कश्मीर में कोर्कोट वंश की स्थापना की। | *7वीं शताब्दी में दुर्लभ वर्धन ने कश्मीर में कोर्कोट वंश की स्थापना की। | ||
*[[ह्वेनसांग]] के विवरण के आधार पर कहा जाता है कि उसके राज्य की सीमा के अन्तर्गत [[तक्षशिला]], सिंहपुर, उरशा, पुंछ एवं [[राजपूताना]] शामिल थे। | *[[ह्वेनसांग]] के विवरण के आधार पर कहा जाता है कि उसके राज्य की सीमा के अन्तर्गत [[तक्षशिला]], सिंहपुर, [[उरशा]], पुंछ एवं [[राजपूताना]] शामिल थे। | ||
#[[दुर्लभ वर्धन]] | #[[दुर्लभ वर्धन]] | ||
#[[दुर्लभक]] | #[[दुर्लभक]] |
Revision as of 13:09, 28 June 2011
- कश्मीर के हिन्दू राज्य के विषय में हमें कल्हण की 'राजतरंगिणी' से जानकारी मिलती है।
- 800 से 1200 ई. के मध्य कश्मीर में तीन राजवंशों ने शासन किया जिनका क्रम था-
- 7वीं शताब्दी में दुर्लभ वर्धन ने कश्मीर में कोर्कोट वंश की स्थापना की।
- ह्वेनसांग के विवरण के आधार पर कहा जाता है कि उसके राज्य की सीमा के अन्तर्गत तक्षशिला, सिंहपुर, उरशा, पुंछ एवं राजपूताना शामिल थे।
|
|
|
|
|