पँख -अनूप सेठी: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "==संबंधित लेख==" to "==संबंधित लेख== {{स्वतंत्र लेख}}") |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
{{स्वतंत्र लेखन नोट}} | |||
{| style="background:transparent; float:right" | {| style="background:transparent; float:right" | ||
|- | |- | ||
Line 56: | Line 57: | ||
इकहरी ईंट की पर्दी वाले दो अढ़ाई कमरे | इकहरी ईंट की पर्दी वाले दो अढ़ाई कमरे | ||
सीमेंट की छत वाले हवादार डिब्बे सड़क किनारे | सीमेंट की छत वाले हवादार डिब्बे सड़क किनारे | ||
बाज़ार के पड़ोस में आ बैठा | |||
पंखों को समेट के कुछ देर | पंखों को समेट के कुछ देर | ||
गोबर घास डंगरों के पानी सानी से दूर | गोबर घास डंगरों के पानी सानी से दूर | ||
Line 69: | Line 70: | ||
बाज़ार घर में घुस आया | बाज़ार घर में घुस आया | ||
गाँव से आए अचार के चटखारे लेता | गाँव से आए अचार के चटखारे लेता | ||
जैसे होता है कस्बों में | जैसे होता है कस्बों में सोफ़ा सेटों वाला घर | ||
फिर से जब लग गए एक बार पंख | फिर से जब लग गए एक बार पंख | ||
Line 75: | Line 76: | ||
बहुत लंबी पटड़ियों | बहुत लंबी पटड़ियों | ||
बहुत व्यस्त सड़कों से | बहुत व्यस्त सड़कों से | ||
बहुत व्यस्त | बहुत व्यस्त बाज़ारों में | ||
कुछ बूढ़े कुछ जवान कुछ बच्चे | कुछ बूढ़े कुछ जवान कुछ बच्चे | ||
जनाना मर्दाना | जनाना मर्दाना | ||
Line 104: | Line 105: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{स्वतंत्र लेख}} | |||
{{समकालीन कवि}} | {{समकालीन कवि}} | ||
[[Category:समकालीन साहित्य]] | [[Category:समकालीन साहित्य]] |
Latest revision as of 13:18, 26 January 2017
चित्र:Icon-edit.gif | यह लेख स्वतंत्र लेखन श्रेणी का लेख है। इस लेख में प्रयुक्त सामग्री, जैसे कि तथ्य, आँकड़े, विचार, चित्र आदि का, संपूर्ण उत्तरदायित्व इस लेख के लेखक/लेखकों का है भारतकोश का नहीं। |
| ||||||||||||||||||||||
|
एक घर था उसको लग गए पँख |
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|