अफ़ग़ानिस्तान: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 22: | Line 22: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{पड़ोसी देश}} | {{पड़ोसी देश}} | ||
{{ | {{देश}} | ||
[[Category:इतिहास_कोश]] | [[Category:इतिहास_कोश]] | ||
[[Category:पड़ोसी देश]] | [[Category:पड़ोसी देश]] |
Revision as of 12:29, 18 February 2012
thumb|250px|अफ़ग़ानिस्तान का ध्वज अफ़ग़ानिस्तान या अफ़ग़ान इस्लामिक गणराज्य जंबूद्वीप (एशिया) का एक देश है। यह दक्षिणी मध्य एशिया में अवस्थित देश है जो चारों ओर से ज़मीन से घिरा हुआ है। प्रायः इसकी गिनती मध्य एशिया के देशों में होती है पर देश में लगातार चल रहे संघर्षों ने इसे कभी मध्य पूर्व तो कभी दक्षिण एशिया से जोड़ दिया है। इसके पूर्व में पाकिस्तान, उत्तर पूर्व में कश्मीर तथा चीन, उत्तर में ताज़िकिस्तान, कज़ाकिस्तान तथा तुर्कमेनिस्तान तथा पश्चिम में ईरान है।
- अफ़ग़ानिस्तान का नाम अफ़ग़ान और स्तान से मिलकर बना है जिसका शाब्दिक अर्थ है अफ़ग़ानों की भूमि। स्तान इस क्षेत्र के कई देशों के नाम में है जैसे- पाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कज़ाख़स्तान, हिन्दुस्तान इत्यादि जिसका अर्थ है भूमि या देश। अफ़ग़ान का अर्थ यहाँ के सबसे अधिक वसित नस्ल (पश्तून) को कहते हैं।
- अफ़ग़ानिस्तान कई सम्राटों, आक्रमणकारियों तथा विजेताओं की कर्मभूमि रहा है। इनमें सिकन्दर, फ़ारसी शासक दारा प्रथम, तुर्क, मुग़ल शासक बाबर, मुहम्मद ग़ोरी, नादिरशाह इत्यादि के नाम प्रमुख हैं।
- अफ़ग़ानिस्तान आर्यों की पुरातन भूमि है। ईसा के 1800 साल पहले आर्यों का आगमन इस क्षेत्र में हुआ। ईसा के 700 साल पहले इसके उत्तरी क्षेत्र में गांधार महाजनपद था जिसके बारे में भारतीय स्रोत महाभारत तथा अन्य ग्रंथों में वर्णन मिलता है। यह महाभारत काल में गांधार महाजनपद था। कौरवों की माता गान्धारी और प्रसिद्ध मामा शकुनि गांधार के ही थे।
- वेदों में वर्णित सोमरस का पौधा जिसे सोम कहते हैं अफ़ग़ानिस्तान की पहाड़ियों पर ही पाया जाता है।
- सिकन्दर के फ़ारस विजय अभियान के तहत अफ़ग़ानिस्तान भी यूनानी साम्राज्य का अंग बन गया। इसके बाद यह शकों के शासन में आए। हिन्दी-यूनानी, हिन्दी-यूरोपीय, हिन्दी-ईरानी शासकों के यहाँ वर्चस्व को लेकर यहाँ झगड़े भी हुए और उन्होंने यहाँ शासन भी किया। भारतीय मौर्य, शुंग, कुषाण आदि शासकों ने यहाँ शासन किया।
- मौर्य और कुषाणों ने यहाँ बुद्धधर्म का प्रचार, प्रसार किया। काम्बोज, पश्तो और बैक्ट्रिया का शासन यहाँ रहा।
- शक स्कीथियों के भारतीय अंग थे। ईसापूर्व 230 में मौर्य शासन के तहत अफ़ग़ानिस्तान का संपूर्ण इलाक़ा आ चुका था पर मौर्यों का शासन अधिक दिनों तक नहीं रहा। इसके बाद पार्थियन और फ़िर सासानी शासकों ने फ़ारस में केन्द्रित अपने साम्राज्यों का हिस्सा इसे बना लिया।
- सासनी वंश इस्लाम के आगमन से पूर्व का आख़िरी ईरानी वंश था। अरबों ने ख़ोरासान पर सन 707 में अधिकार कर लिया। सामानी वंश, जो फ़ारसी मूल के, पर सुन्नी थे, ने 987 ईस्वी में अपना शासन गज़नवियों को खो दिया जिसके फलस्वरूप लगभग संपूर्ण अफ़ग़ानिस्तान ग़ज़नवियों के हाथों आ गया।
- ग़ोर के शासकों ने गज़नी पर 1183 में अधिकार कर लिया। मध्यकाल में कई अफ़ग़ान शासकों ने दिल्ली की सत्ता पर अधिकार किया या करने का प्रयत्न किया जिनमें लोदी वंश का नाम प्रमुख है। इसके अलावा भी कई मुस्लिम आक्रमणकारियों ने अफ़ग़ानशाहों की मदद से हिन्दुस्तान पर आक्रमण किया था जिसमें बाबर, नादिरशाह तथा अहमदशाह अब्दाली शामिल है। अफ़ग़ानिस्तान के कुछ क्षेत्र दिल्ली सल्तनत के अंग थे। ब्रिटिश सेनाओं ने भी कई बार अफ़ग़ानिस्तान पर आक्रमण किया। अफ़ग़ानिस्तान के प्रमुख नगर हैं -
- राजधानी क़ाबुल
- कांधार
|
|
|
|
|