गुप्तार घाट, फ़ैज़ाबाद: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''गुप्तार घाट''' फ़ैज़ाबाद, उत्तर प्रदेश में स्थित ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
(One intermediate revision by the same user not shown)
Line 1: Line 1:
[[चित्र:Guptar-Ghat-Faizabad.jpg|thumb|250px|गुप्तार घाट]]
'''गुप्तार घाट''' [[फ़ैज़ाबाद]], [[उत्तर प्रदेश]] में स्थित एक धार्मिक स्थल है। यह वह स्थान है, जहाँ पायी जाने वाली पत्थर की सीढ़ियाँ [[सरयू नदी]] की ओर ले जाती हैं।
'''गुप्तार घाट''' [[फ़ैज़ाबाद]], [[उत्तर प्रदेश]] में स्थित एक धार्मिक स्थल है। यह वह स्थान है, जहाँ पायी जाने वाली पत्थर की सीढ़ियाँ [[सरयू नदी]] की ओर ले जाती हैं।


Line 8: Line 9:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल}}
{{उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल}}{{उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल}}
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल]][[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल]][[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 13:03, 26 July 2017

thumb|250px|गुप्तार घाट गुप्तार घाट फ़ैज़ाबाद, उत्तर प्रदेश में स्थित एक धार्मिक स्थल है। यह वह स्थान है, जहाँ पायी जाने वाली पत्थर की सीढ़ियाँ सरयू नदी की ओर ले जाती हैं।

  • हिन्दुओं में इस घाट को बहुत पवित्र माना जाता है, क्योंकि ऐसी मान्यता है कि भगवान राम ने पृथ्वी छोड़ने के लिये यहीं पर जलसमाधि ली थी और भगवान विष्णु के पवित्र घर या बैकुण्ठ में प्रवेश किया था।[1]
  • पौराणिक महत्व के अतिरिक्त सरयू नदी के तट कई छोटे-छोटे मन्दिरों के साथ यहाँ का सुन्दर दृश्य अचम्भित कर देने वाला होता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. गुप्तार घाट, फैजाबाद (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 15 फरवरी, 2015।

संबंधित लेख