दुब्दी मठ: Difference between revisions
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'''दुब्दी मठ''' [[सिक्किम]] के प्रसिद्ध धार्मिक नगर [[युकसोम]] में स्थित [[बौद्ध मठ]] है। यह सिक्किम में पहला स्थापित और सबसे पुराना मठ है। इस मठ की स्थापना 1701 ई. में हुई थी। | '''दुब्दी मठ''' अथवा 'डुबडी मठ' [[सिक्किम]] के प्रसिद्ध धार्मिक नगर [[युकसोम]] में स्थित [[बौद्ध मठ]] है। यह सिक्किम में पहला स्थापित और सबसे पुराना मठ है। इस मठ की स्थापना 1701 ई. में हुई थी। | ||
*यह 'न्यिन्गमा संप्रदाय' का तिब्बती मठ है और चोग्यालों द्वारा स्थापित तथा [[बौद्ध धार्मिक स्थल|बौद्ध]] धार्मिक तीर्थ स्थलों की शृंखला का एक हिस्सा है। | *यह 'न्यिन्गमा संप्रदाय' का तिब्बती मठ है और चोग्यालों द्वारा स्थापित तथा [[बौद्ध धार्मिक स्थल|बौद्ध]] धार्मिक तीर्थ स्थलों की शृंखला का एक हिस्सा है। |
Revision as of 10:04, 1 December 2014
दुब्दी मठ अथवा 'डुबडी मठ' सिक्किम के प्रसिद्ध धार्मिक नगर युकसोम में स्थित बौद्ध मठ है। यह सिक्किम में पहला स्थापित और सबसे पुराना मठ है। इस मठ की स्थापना 1701 ई. में हुई थी।
- यह 'न्यिन्गमा संप्रदाय' का तिब्बती मठ है और चोग्यालों द्वारा स्थापित तथा बौद्ध धार्मिक तीर्थ स्थलों की शृंखला का एक हिस्सा है।
- दुब्दी मठ एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है और युकसोम से आधे घंटे पैदल चलकर यहां पहुँचा जा सकता है।
- इस मठ को "सन्यासियों का मठ" भी कहा जाता था। इसके संस्थापक 'ल्हाटसुन नमखा जिग्मे' थे।
- सिक्किम में अपनी स्थापना के समय के दौरान से यह चार अन्य निर्मित मठों के बीच जीवित मठ है।
- दुब्दी मठ 7,000 फीट की उंचाई पर स्थित है और इसका आंतरिक हिस्सा बहुत ही सुंदर और कलात्मक है।
- मठ की दीवारें देवताओं और संतों के सुंदर चित्रों के साथ चित्रित की गयी हैं और एक जगह पर पुस्तकों, ग्रंथों और पांडुलिपियों का एक सुंदर संग्रह है।
- इसके अतिरिक्त मठ के अंदर तीन लामाओं की मूर्तियां भी स्थित हैं, जो दुब्दी की स्थापना के लिए जिम्मेदार थे। कुल मिलाकर, यह घूमने के लिए एक बहुत ही दिलचस्प जगह बनाता है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ दुब्दी मठ, युकसोम (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 01 दिसम्बर, 2014।