अभिधम्मपिटक: Difference between revisions
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Revision as of 07:06, 17 March 2011
- अभिधम्म पिटक में बौद्ध मतों की दार्शनिक व्याख्या की गयी है।
- बौद्ध परम्परा की ऐसी मान्यता है कि इस पिटक का संकलन अशोक के समय में सम्पन्न तृतीय बौद्ध संगीति में 'मोग्गलिपुत्त तिस्म' ने किया ।
- इस पिटक के अन्य सात ग्रंथ-
- धम्मसंगणि,
- विभंग,
- धातुकथा,
- पुग्गलपन्नति,
- कथावत्तु,
- यमक और
- पत्थान हैं।
- इन्हें 'सत्तपकरण' कहा जाता है।
- त्रिपिटकों के अतिरिक्त पालि भाषा में लिखे गये कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण बौद्ध ग्रंथ- मिलिन्दपन्ह, दीपवंश एवं महावंश हैं।
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