Difference between revisions of "गुजरात"

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[[State::गुजरात]] / Gujarat
 
[[State::गुजरात]] / Gujarat
 
==इतिहास और भूगोल==
 
==इतिहास और भूगोल==
गुजरात का इतिहास ईस्वी पूर्व लगभग 2,000 साल पुराना है। यह भी मान्यता है कि भगवान [[कृष्ण]] [[मथुरा]] छोड़कर [[सौराष्‍ट्र]] के पश्चिमी तट पर जा बसे थे, जो [[द्वारिका]] अर्थात 'प्रवेशद्वार' कहलाया। बाद के वर्षों में [[मौर्य]], [[गुप्‍त]], [[प्रतिहार]] तथा अन्‍य अनेक राजवंशों ने इस प्रदेश पर शासन किया। चालुक्‍य, सोलंकी राजाओं का शासन काल गुजरात के लिए प्रगति और समृध्दि का युग था। [[महमूद गज़नवी]] की लूटपाट के बाद भी चालुक्‍य राजाओं ने यहां के लोगों की समृद्धि और भलाई का पूरा ध्‍यान रखा। इस गौरवपूर्ण काल के पश्‍चात गुजरात को मुसलमानों, मराठों और ब्रिटिश शासन के दौरान बुरे दिनों का सामना करना पड़ा। आजादी से पहले आज का गुजरात  मुख्‍य रूप से दो भागों में विभाजित था-
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गुजरात का इतिहास ईस्वी पूर्व लगभग 2,000 साल पुराना है। यह भी मान्यता है कि भगवान [[कृष्ण]] [[मथुरा]] छोड़कर [[सौराष्ट्र]] के पश्चिमी तट पर जा बसे थे, जो [[द्वारिका]] अर्थात 'प्रवेशद्वार' कहलाया। बाद के वर्षों में [[मौर्य]], [[गुप्त]], [[प्रतिहार]] तथा अन्य अनेक राजवंशों ने इस प्रदेश पर शासन किया। चालुक्य, सोलंकी राजाओं का शासन काल गुजरात के लिए प्रगति और समृध्दि का युग था। [[महमूद ग़ज़नवी]] की लूटपाट के बाद भी चालुक्य राजाओं ने यहां के लोगों की समृद्धि और भलाई का पूरा ध्यान रखा। इस गौरवपूर्ण काल के पश्चात गुजरात को मुसलमानों, मराठों और ब्रिटिश शासन के दौरान बुरे दिनों का सामना करना पड़ा। आजादी से पहले आज का गुजरात  मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित था-
 
#एक ब्रिटिश क्षेत्र और  
 
#एक ब्रिटिश क्षेत्र और  
 
#दूसरा देसी रियासतें।  
 
#दूसरा देसी रियासतें।  
राज्‍यों के पुनर्गठन के कारण सौराष्‍ट्र के राज्‍यों और [[कच्‍छ]] के केंद्र शासित प्रदेश के साथ पूर्व ब्रिटिश गुजरात को मिलाकर द्विभाषी [[मुंबई]] राज्‍य का गठन हुआ। पहली मई, 1060 को वर्तमान गुजरात राज्‍य अस्तित्‍व में आया। गुजरात भारत के पश्चिमी तट पर स्थित है। इसके पश्चिम में [[अरब सागर]], उत्तर में [[पाकिस्‍तान]] तथा उत्तर-पूर्वी सीमा पर [[राजस्‍थान]], दक्षिण-पूर्वी सीमा पर [[मध्‍य प्रदेश]] और दक्षिण में [[महाराष्‍ट्र]] है।
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राज्यों के पुनर्गठन के कारण सौराष्ट्र के राज्यों और [[कच्छ]] के केंद्र शासित प्रदेश के साथ पूर्व ब्रिटिश गुजरात को मिलाकर द्विभाषी [[मुंबई]] राज्य का गठन हुआ। पहली मई, 1060 को वर्तमान गुजरात राज्य अस्तित्व में आया। गुजरात भारत के पश्चिमी तट पर स्थित है। इसके पश्चिम में [[अरब सागर]], उत्तर में [[पाकिस्तान]] तथा उत्तर-पूर्वी सीमा पर [[राजस्थान]], दक्षिण-पूर्वी सीमा पर [[मध्य प्रदेश]] और दक्षिण में [[महाराष्ट्र]] है।
  
 
==कृषि==
 
==कृषि==
*गुजरात कपास, तंबाकू और मूंगफली का उत्‍पादन करने वाला देश का प्रमुख राज्‍य है।  
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*गुजरात कपास, तंबाकू और मूंगफली का उत्पादन करने वाला देश का प्रमुख राज्य है।  
*यह कपड़ा, तेल और साबुन जैसे महत्‍वपूर्ण अद्योगों के लिए कच्‍चा माल उपलब्‍ध करता है।  
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*यह कपड़ा, तेल और साबुन जैसे महत्वपूर्ण अद्योगों के लिए कच्चा माल उपलब्ध करता है।  
*अन्‍य महत्‍वपूर्ण नकदी फसलें हैं - इसबगोल, धान, गेहूं और बाजरा।  
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*अन्य महत्वपूर्ण नकदी फसलें हैं - इसबगोल, धान, गेहूं और बाजरा।  
 
*गुजरात के वनों में उपलब्ध वृक्षों की जातियां हैं- सागवान, खैर, हलदरियो, सादाद और बांस।
 
*गुजरात के वनों में उपलब्ध वृक्षों की जातियां हैं- सागवान, खैर, हलदरियो, सादाद और बांस।
 
==उद्योग==
 
==उद्योग==
राज्‍य के औद्योगिक ढांचे में धीरे-धीरे विविधता आती जा रही है। यहां रसायन,पेट्रो-रसायन, उर्वरक, इंजीनियरिंग, इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स आदि उद्योगों का विकास रहा है।
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राज्य के औद्योगिक ढांचे में धीरे-धीरे विविधता आती जा रही है। यहां रसायन,पेट्रो-रसायन, उर्वरक, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि उद्योगों का विकास रहा है।
* 2004 के अंत में राज्‍य में पंजीकृत फैक्‍टरियों की संख्‍या 21,536 (अस्‍थाई) थी जिनमें औसतन 9.27 लाख दैनिक मजदूरों को रोजगार मिला हुआ था।  
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* 2004 के अंत में राज्य में पंजीकृत फैक्टरियों की संख्या 21,536 (अस्थाई) थी जिनमें औसतन 9.27 लाख दैनिक मजदूरों को रोजगार मिला हुआ था।  
*मार्च, 2005 तक राज्‍य में 2.99 लाख लघु औद्योगिक इकाइयों का पंजीकरण हो चुका था।  
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*मार्च, 2005 तक राज्य में 2.99 लाख लघु औद्योगिक इकाइयों का पंजीकरण हो चुका था।  
*गुजरात औद्योगिक विकास निगम को ढांचागत सुविधाओं के साथ औद्योगिक संपदाओं के वि‍कास की भूमिका सौंपी गई है। *दिसंबर, 2005 तक गुजरात औद्योगिक विकास निगम ने 237 औद्योगिक संपदाएं स्‍थापित की थी।
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*गुजरात औद्योगिक विकास निगम को ढांचागत सुविधाओं के साथ औद्योगिक संपदाओं के विकास की भूमिका सौंपी गई है। *दिसंबर, 2005 तक गुजरात औद्योगिक विकास निगम ने 237 औद्योगिक संपदाएं स्थापित की थी।
 
==सिंचाई और बिजली==
 
==सिंचाई और बिजली==
*राज्‍य में भूतलीय जल तथा भूमिगत जल द्वारा कुल सिंचाई क्षमता 64.48 लाख हेक्‍टेयर आंकी गई है जिसमें सरदार सरोवर (नर्मदा) परियोजना की 17.92 लाख हेक्‍टेयर क्षमता भी शामिल है।  
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*राज्य में भूतलीय जल तथा भूमिगत जल द्वारा कुल सिंचाई क्षमता 64.48 लाख हेक्टेयर आंकी गई है जिसमें सरदार सरोवर (नर्मदा) परियोजना की 17.92 लाख हेक्टेयर क्षमता भी शामिल है।  
*राज्‍य में जून 2005 तक कुल सिंचाई क्षमता 40.34 लाख हेक्‍टेयर क्षमता भी शामिल है।  
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*राज्य में जून 2005 तक कुल सिंचाई क्षमता 40.34 लाख हेक्टेयर क्षमता भी शामिल है।  
*राज्‍य में जून 2007 तक कुल सिंचाई क्षमता 42.26 लाख हेक्‍टेयर तक पहुंच गई थी।  
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*राज्य में जून 2007 तक कुल सिंचाई क्षमता 42.26 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई थी।  
*जून 2007 तक अधिकतम उपयोग क्षतमा 37.33 लाख हेक्‍टेयर आंकी गई।
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*जून 2007 तक अधिकतम उपयोग क्षतमा 37.33 लाख हेक्टेयर आंकी गई।
 
==परिवहन==
 
==परिवहन==
 
*2005-06 के अंत में सड़कों की कुल लंबाई (गैर योजना, सामुदायिक, शहरी और परियोजना सड़कों के अलावा) लगभग 74,038 किलोमीटर थी।
 
*2005-06 के अंत में सड़कों की कुल लंबाई (गैर योजना, सामुदायिक, शहरी और परियोजना सड़कों के अलावा) लगभग 74,038 किलोमीटर थी।
*राज्‍य के [[अहमदाबाद]] स्थित मुख्‍य हवाई अड्डे से [[मुंबई]], [[दिल्‍ली]] और अन्‍य शहरों के लिए दैनिक विमान सेवा उपलब्‍ध है। अहमदाबाद हवाई अड्डे को अब अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा मिल गया हैं। अन्‍य हवाई अड्डे [[वडोदरा]], [[भावनगर]], [[भुज]], [[सूरत]], [[जामनगर]], [[कांदला]], [[केशोद]], [[पोरबंदर]] और [[राजकोट]] में है।
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*राज्य के [[अहमदाबाद]] स्थित मुख्य हवाई अड्डे से [[मुंबई]], [[दिल्ली]] और अन्य शहरों के लिए दैनिक विमान सेवा उपलब्ध है। अहमदाबाद हवाई अड्डे को अब अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा मिल गया हैं। अन्य हवाई अड्डे [[वडोदरा]], [[भावनगर]], [[भुज]], [[सूरत]], [[जामनगर]], [[कांदला]], [[केशोद]], [[पोरबंदर]] और [[राजकोट]] में है।
*गुजरात में कुल 40 बंदरगाह हैं। कांदला राज्‍य का प्रमुख बंदरगाह है। वर्ष 2004-05 के दौरान गुजरात के मंझोले और छोटे बंदरगाहों से कुल 971.28 लाख टन माल ढोया गया जबकि कांदला बंदरगाह से 415.51 लाख टन माल ढोया गया।
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*गुजरात में कुल 40 बंदरगाह हैं। कांदला राज्य का प्रमुख बंदरगाह है। वर्ष 2004-05 के दौरान गुजरात के मंझोले और छोटे बंदरगाहों से कुल 971.28 लाख टन माल ढोया गया जबकि कांदला बंदरगाह से 415.51 लाख टन माल ढोया गया।
==त्‍योहार==
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==त्योहार==
*भाद्रपद्र (अगस्‍त-सितंबर) मास के शुक्‍ल पक्ष में चतुर्थी, पंचमी और षष्‍ठी के दिन तरणेतर गांव में भगवान [[शिव]] की स्‍तुति में तरणेतर मेला लगता है।  
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*भाद्रपद्र (अगस्त-सितंबर) मास के शुक्ल पक्ष में चतुर्थी, पंचमी और षष्ठी के दिन तरणेतर गांव में भगवान [[शिव]] की स्तुति में तरणेतर मेला लगता है।  
*भगवान [[कृष्‍ण]] द्वारा [[रुक्‍मणी]] से विवाह के उपलक्ष्‍य में चैत्र (मार्च-अप्रैल) के शुक्‍ल पक्ष की नवमी को [[पोरबंदर]] के पास माधवपुर में माधवराय मेला लगता है।  
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*भगवान [[कृष्ण]] द्वारा [[रुक्मणी]] से विवाह के उपलक्ष्य में चैत्र (मार्च-अप्रैल) के शुक्ल पक्ष की नवमी को पोरबंदर के पास माधवपुर में माधवराय मेला लगता है।  
*उत्तरी गुजरात के बांसकांठा जिले में हर वर्ष मां अंबा को समर्पित अंबा जी मेला आयेजित किया जाता हैं।  
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*उत्तरी गुजरात के बांसकांठा ज़िले में हर वर्ष मां अंबा को समर्पित अंबा जी मेला आयेजित किया जाता हैं।  
*राज्‍य का सबसे बड़ा वार्षिक मेला [[द्वारका]] और डाकोर में भगवान कृष्‍ण के जन्‍मदिवस [[कृष्ण जन्माष्टमी|जन्‍माष्‍टमी]] के अवसर पर बड़े हर्षोल्‍लास से आयोजित होता है।  
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*राज्य का सबसे बड़ा वार्षिक मेला [[द्वारका]] और डाकोर में भगवान कृष्ण के जन्मदिवस [[कृष्ण जन्माष्टमी|जन्माष्टमी]] के अवसर पर बड़े हर्षोल्लास से आयोजित होता है।  
 
*इसके अतिरिक्त गुजरात में [[मकर संक्रांति]], [[नवरात्र]], डांगी दरबार, शामला जी मेले तथा भावनाथ मेले का भी आयोजन किया जाता हैं।
 
*इसके अतिरिक्त गुजरात में [[मकर संक्रांति]], [[नवरात्र]], डांगी दरबार, शामला जी मेले तथा भावनाथ मेले का भी आयोजन किया जाता हैं।
==पर्यटन स्‍थल==
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==पर्यटन स्थल==
*गिर के जंगल में लायन सेंक्‍चुरी
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*गिर के जंगल में लायन सेंक्चुरी
 
*सोमनाथ मंदिर
 
*सोमनाथ मंदिर
*राज्‍य में द्वारका, सोमनाथ, पालीताना, पावागढ़, अंबाजी भद्रेश्‍वर, शामलाजी, तरंगा और गिरनार जैसे धार्मिक स्‍थलों के अलावा [[महात्‍मा गाँधी]] की जन्‍मभूमि पोरबंदर तथा पुरातत्‍व और वास्‍तुकला की दृष्टि से उल्‍लेखनीय पाटन, सिद्धपुर, घुरनली, दभेई, बाडनगर, मोधेरा, लाथल और अमहदाबाद जैसे स्‍थान भी हैं।  
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*राज्य में द्वारका, सोमनाथ, पालीताना, पावागढ़, अंबाजी भद्रेश्वर, शामलाजी, तरंगा और गिरनार जैसे धार्मिक स्थलों के अलावा [[महात्मा गाँधी]] की जन्मभूमि पोरबंदर तथा पुरातत्व और वास्तुकला की दृष्टि से उल्लेखनीय पाटन, सिद्धपुर, घुरनली, दभेई, बाडनगर, मोधेरा, लाथल और अमहदाबाद जैसे स्थान भी हैं।  
*अहमदपुर मांडती, चारबाड़ उभारत और तीथल के सुंदर समुद्री तट, सतपुड़ा पर्वतीय स्‍थल, गिर वनों के शेरों का अभयारण्‍य और कच्‍छ में जंगली गधों का अभयारण्‍य भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं।
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*अहमदपुर मांडती, चारबाड़ उभारत और तीथल के सुंदर समुद्री तट, सतपुड़ा पर्वतीय स्थल, गिर वनों के शेरों का अभयारण्य और कच्छ में जंगली गधों का अभयारण्य भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं।
  
 
==अन्य लिंक==
 
==अन्य लिंक==

Revision as of 12:17, 3 April 2010

gujarat / Gujarat

itihas aur bhoogol

gujarat ka itihas eesvi poorv lagabhag 2,000 sal purana hai. yah bhi manyata hai ki bhagavan krishna mathura chho dakar saurashtr ke pashchimi tat par ja base the, jo dvarika arthat 'praveshadvar' kahalaya. bad ke varshoan mean maury, gupt, pratihar tatha any anek rajavanshoan ne is pradesh par shasan kiya. chaluky, solanki rajaoan ka shasan kal gujarat ke lie pragati aur samridhdi ka yug tha. mahamood gazanavi ki lootapat ke bad bhi chaluky rajaoan ne yahaan ke logoan ki samriddhi aur bhalaee ka poora dhyan rakha. is gauravapoorn kal ke pashchat gujarat ko musalamanoan, marathoan aur british shasan ke dauran bure dinoan ka samana karana p da. ajadi se pahale aj ka gujarat mukhy roop se do bhagoan mean vibhajit tha-

  1. ek british kshetr aur
  2. doosara desi riyasatean.

rajyoan ke punargathan ke karan saurashtr ke rajyoan aur kachchh ke keandr shasit pradesh ke sath poorv british gujarat ko milakar dvibhashi muanbee rajy ka gathan hua. pahali mee, 1060 ko vartaman gujarat rajy astitv mean aya. gujarat bharat ke pashchimi tat par sthit hai. isake pashchim mean arab sagar, uttar mean pakistan tatha uttar-poorvi sima par rajasthan, dakshin-poorvi sima par madhy pradesh aur dakshin mean maharashtr hai.

krishi

  • gujarat kapas, tanbakoo aur mooangaphali ka utpadan karane vala desh ka pramukh rajy hai.
  • yah kap da, tel aur sabun jaise mahatvapoorn adyogoan ke lie kachcha mal upalabdh karata hai.
  • any mahatvapoorn nakadi phasalean haian - isabagol, dhan, gehooan aur bajara.
  • gujarat ke vanoan mean upalabdh vrikshoan ki jatiyaan haian- sagavan, khair, haladariyo, sadad aur baans.

udyog

rajy ke audyogik dhaanche mean dhire-dhire vividhata ati ja rahi hai. yahaan rasayan,petro-rasayan, urvarak, ianjiniyariang, ilektr aauniks adi udyogoan ka vikas raha hai.

  • 2004 ke aant mean rajy mean panjikrit phaiktariyoan ki sankhya 21,536 (asthaee) thi jinamean ausatan 9.27 lakh dainik majadooroan ko rojagar mila hua tha.
  • march, 2005 tak rajy mean 2.99 lakh laghu audyogik ikaiyoan ka panjikaran ho chuka tha.
  • gujarat audyogik vikas nigam ko dhaanchagat suvidhaoan ke sath audyogik sanpadaoan ke vikas ki bhoomika sauanpi gee hai. *disanbar, 2005 tak gujarat audyogik vikas nigam ne 237 audyogik sanpadaean sthapit ki thi.

sianchaee aur bijali

  • rajy mean bhootaliy jal tatha bhoomigat jal dvara kul sianchaee kshamata 64.48 lakh hekteyar aanki gee hai jisamean saradar sarovar (narmada) pariyojana ki 17.92 lakh hekteyar kshamata bhi shamil hai.
  • rajy mean joon 2005 tak kul sianchaee kshamata 40.34 lakh hekteyar kshamata bhi shamil hai.
  • rajy mean joon 2007 tak kul sianchaee kshamata 42.26 lakh hekteyar tak pahuanch gee thi.
  • joon 2007 tak adhikatam upayog kshatama 37.33 lakh hekteyar aanki gee.

parivahan

  • 2005-06 ke aant mean s dakoan ki kul lanbaee (gair yojana, samudayik, shahari aur pariyojana s dakoan ke alava) lagabhag 74,038 kilomitar thi.
  • rajy ke ahamadabad sthit mukhy havaee adde se muanbee, dilli aur any shaharoan ke lie dainik viman seva upalabdh hai. ahamadabad havaee adde ko ab aantararashtriy havaee adde ka darja mil gaya haian. any havaee adde vadodara, bhavanagar, bhuj, soorat, jamanagar, kaandala, keshod, porabandar aur rajakot mean hai.
  • gujarat mean kul 40 bandaragah haian. kaandala rajy ka pramukh bandaragah hai. varsh 2004-05 ke dauran gujarat ke manjhole aur chhote bandaragahoan se kul 971.28 lakh tan mal dhoya gaya jabaki kaandala bandaragah se 415.51 lakh tan mal dhoya gaya.

tyohar

  • bhadrapadr (agast-sitanbar) mas ke shukl paksh mean chaturthi, panchami aur shashthi ke din taranetar gaanv mean bhagavan shiv ki stuti mean taranetar mela lagata hai.
  • bhagavan krishna dvara rukmani se vivah ke upalakshy mean chaitr (march-aprail) ke shukl paksh ki navami ko porabandar ke pas madhavapur mean madhavaray mela lagata hai.
  • uttari gujarat ke baansakaantha zile mean har varsh maan aanba ko samarpit aanba ji mela ayejit kiya jata haian.
  • rajy ka sabase b da varshik mela dvaraka aur dakor mean bhagavan krishna ke janmadivas janmashtami ke avasar par b de harshollas se ayojit hota hai.
  • isake atirikt gujarat mean makar sankraanti, navaratr, daangi darabar, shamala ji mele tatha bhavanath mele ka bhi ayojan kiya jata haian.

paryatan sthal

  • gir ke jangal mean layan seankchuri
  • somanath mandir
  • rajy mean dvaraka, somanath, palitana, pavagadh, aanbaji bhadreshvar, shamalaji, taranga aur giranar jaise dharmik sthaloan ke alava mahatma gaandhi ki janmabhoomi porabandar tatha puratatv aur vastukala ki drishti se ullekhaniy patan, siddhapur, ghuranali, dabheee, badanagar, modhera, lathal aur amahadabad jaise sthan bhi haian.
  • ahamadapur maandati, charaba d ubharat aur tithal ke suandar samudri tat, satapu da parvatiy sthal, gir vanoan ke sheroan ka abhayarany aur kachchh mean jangali gadhoan ka abhayarany bhi paryatakoan ke akarshan ka keandr haian.

any liank