Difference between revisions of "केशर की कलि की पिचकारी -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला"
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− | केशर की, कलि की | + | केशर की, कलि की पिचकारी; |
पात-पात की गात सँवारी। | पात-पात की गात सँवारी। | ||
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लाल-गुलाल अमोल लिए हैं, | लाल-गुलाल अमोल लिए हैं, | ||
तरू-तरू के तन खोल दिए हैं, | तरू-तरू के तन खोल दिए हैं, | ||
− | आरती जोत-उदोत उतारी | + | आरती जोत-उदोत उतारी, |
गन्ध-पवन की धूप धवारी। | गन्ध-पवन की धूप धवारी। | ||
Revision as of 06:35, 24 December 2011
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keshar ki, kali ki pichakari; |
sanbandhit lekh