के. शंकर पिल्लई: Difference between revisions

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'''केशवा शंकर पिल्लई''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Kesava Shankara Pillai'', जन्म- [[31 जुलाई]], [[1902]], [[केरल]]; मृत्यु- [[26 दिसम्बर]], [[1989]]) जिन्हें शंकर के नाम से जाता है, प्रसिद्ध भारतीय कार्टूनिस्ट थे। [[भारत]] में उन्हें 'राजनीतिक कार्टूनिंग का जनक' माना जाता है।



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thumb|200px|के. शंकर पिल्लई केशवा शंकर पिल्लई (अंग्रेज़ी: Kesava Shankara Pillai, जन्म- 31 जुलाई, 1902, केरल; मृत्यु- 26 दिसम्बर, 1989) जिन्हें शंकर के नाम से जाता है, प्रसिद्ध भारतीय कार्टूनिस्ट थे। भारत में उन्हें 'राजनीतिक कार्टूनिंग का जनक' माना जाता है।

  • के. शंकर पिल्लई का जन्म 31 जुलाई, 1902 को केरल में हुआ था।
  • वे 'अंतर्राष्ट्रीय डॉल्स म्यूजियम' की स्थापना के लिए विश्व भर में जाने जाते हैं।
  • सन 1948 में उन्होंने एक साप्ताहिक पत्रिका 'शंकर्ज वीकली' की शुरुआत की। शंकर वीकली ने अबू अब्राहम, रंगा और कुट्टी जैसे कार्टूनिस्टों का निर्माण किया।
  • 25 जून, 1975 को आपात काल के दौरान के. शंकर पिल्लई ने अपनी पत्रिका को बंद कर दिया था।
  • के. शंकर पिल्लई को 1966 में भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण और फिर 1976 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। पद्म श्री से भी वे सम्मानित हुए थे।
  • सन 1957 में स्थापित 'चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट' की स्थापना और 1965 में 'अंतर्राष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय' की स्थापना के लिए के. शंकर पिल्लई को याद किया जाता है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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