निर्मला जोशी
निर्मला जोशी
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पूरा नाम | मारिया निर्मला जोशी |
अन्य नाम | सिस्टर निर्मला |
जन्म | 23 जुलाई, 1934 |
जन्म भूमि | राँची, झारखंड |
मृत्यु | 23 जून, 2015 |
मृत्यु स्थान | कोलकाता, पश्चिम बंगाल |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | समाज सेवा |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म विभूषण (2009) |
प्रसिद्धि | मिशनरीज ऑफ़ चैरिटीज' की प्रमुख |
नागरिकता | भारतीय |
धर्म | ईसाई (1958-2015) |
अन्य जानकारी | 17 साल की उम्र में सिस्टर निर्मला ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था और मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटीज़ से जुड़ गई थीं। |
मारिया निर्मला जोशी (अंग्रेज़ी: Maria Nirmala Joshi, जन्म- 23 जुलाई, 1934; मृत्यु- 23 जून, 2015) मदर टेरेसा की संस्था 'मिशनरीज ऑफ़ चैरिटीज' की प्रमुख थीं। उन्हें मदर टेरेसा के निधन से छ: महीने पहले 13 मार्च, 1997 को मिशनरीज ऑफ चैरिटी का सुपीरियर जनरल चुना गया था। कोलकाता में अप्रैल, 2009 में हुई जनरल चैप्टर की बैठक में सिस्टर निर्मला के बाद सिस्टर मैरी प्रेमा को सुपीरियर जनरल बनाने का फैसला हुआ था।
- साल 1934 में 23 जुलाई को झारखंड की राजधानी रांची में जन्मी सिस्टर निर्मला मार्च, 1997 में मिशनरीज ऑफ चैरिटीज की प्रमुख बनी थीं।
- उनके माता-पिता नेपाल से थे। उनके पिता स्वतंत्रता प्राप्ति (1947) तक ब्रिटिश सेना के अधिकारी थे। उनका परिवार हिंदू धर्म में विश्वास रखता था।
- सिस्टर निर्मला की पढ़ाई पटना के क्रिश्चन मिशनरीज में हुई।
- 17 साल की उम्र में सिस्टर निर्मला ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था और मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटीज़ से जुड़ गई थीं। उनकी बहन ने भी ईसाई धर्म अपना लिया था और वे भी रोमन कैथोलिक नन बन गई थीं।[1]
- बहुत ही जल्द सिस्टर निर्मला मदर टेरेसा के काफी करीब हो गई थीं।
- मदर टेरेसा की विश्वासपात्र सिस्टर निर्मला ने मिशनरीज़ ऑफ चैरिटीज़ से जुड़ने के बाद मदर टेरेसा के कहने पर कानून की पढ़ाई भी पूरी की। उन्होंने मदर टेरेसा के साथ कई देशों की यात्राएं भी कीं।
- सिस्टर निर्मला की योग्यता पर मदर को बेहद भरोसा था, शायद इसीलिए मदर टेरेसा ने पनामा, न्यूयॉर्क और काठमांडु में मिशनरीज़ का सेंटर खोलने के लिए सिस्टर निर्मला को चुना था।
- सिस्टर निर्मला ने अपना जीवन साधारण महिला की तरह जिया। 23 जून, 2015 को कोलकाता में उनका निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार चल रही थीं।
- साल 2009 में सिस्टर निर्मला को 'पद्म विभूषण' से सम्मानित किया गया था।
- मिशनरीज ऑफ चैरिटीज में बतौर प्रमुख उनका कार्यकाल 25 मार्च, 2009 को समाप्त हो गया था, जिसके बाद जर्मन मूल की सिस्टर मैरी प्रेमा पैरिक ने पदभार संभाला।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सिस्टर निर्मला (हिंदी) hindi.webdunia.com। अभिगमन तिथि: 06 जुलाई, 2021।