अजय देवगन: Difference between revisions
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अजय देवगन ने हिन्दी सिनेमा की ही सुप्रसिद्ध अभिनेत्री काजोल से [[विवाह]] किया। काजोल अपने समय की प्रसिद्ध अभिनेत्री तनूजा की पुत्री हैं। पहली बार अजय और काजोल की जोड़ी 1995 में प्रदर्शित फ़िल्म 'हलचल' में नजर आई थी। [[1995]] में अजय देवगन और काजोल फ़िल्म 'गुंडाराज' के बाद से आपसी रिश्ते में दिखाई दिए। उस समय मीडिया उन्हें 'एन अनलाइकली पेयर' कहता था, क्योंकि उन दोनों के [[रंग]] में काफ़ी फर्क था। [[24 फरवरी]], [[1999]] को वे दोनों पारंपरिक महाराष्ट्रियन रीति-रिवाजों से अजय देवगन के ही घर में विवाह बंधन में बंध गये।<ref>{{cite web |url=http://www.gyanipandit.com/ajay-devgan-biography-in-hindi/ |title=लोकप्रिय अभिनेता अजय देवगन की कहानी|accessmonthday= 15 दिसम्बर|accessyear= 2016|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=gyanipandit.com |language= हिंदी}}</ref> अजय देवगन एक पुत्री तथा एक पुत्र के पिता हैं। पुत्री का नाम 'न्यासा' और पुत्र का नाम 'युग' है। | अजय देवगन ने हिन्दी सिनेमा की ही सुप्रसिद्ध अभिनेत्री काजोल से [[विवाह]] किया। काजोल अपने समय की प्रसिद्ध अभिनेत्री तनूजा की पुत्री हैं। पहली बार अजय और काजोल की जोड़ी 1995 में प्रदर्शित फ़िल्म 'हलचल' में नजर आई थी। [[1995]] में अजय देवगन और काजोल फ़िल्म 'गुंडाराज' के बाद से आपसी रिश्ते में दिखाई दिए। उस समय मीडिया उन्हें 'एन अनलाइकली पेयर' कहता था, क्योंकि उन दोनों के [[रंग]] में काफ़ी फर्क था। [[24 फरवरी]], [[1999]] को वे दोनों पारंपरिक महाराष्ट्रियन रीति-रिवाजों से अजय देवगन के ही घर में विवाह बंधन में बंध गये।<ref>{{cite web |url=http://www.gyanipandit.com/ajay-devgan-biography-in-hindi/ |title=लोकप्रिय अभिनेता अजय देवगन की कहानी|accessmonthday= 15 दिसम्बर|accessyear= 2016|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=gyanipandit.com |language= हिंदी}}</ref> अजय देवगन एक पुत्री तथा एक पुत्र के पिता हैं। पुत्री का नाम 'न्यासा' और पुत्र का नाम 'युग' है। | ||
==फ़िल्मी शुरुआत== | ==फ़िल्मी शुरुआत== | ||
अजय देवगन के पिता वीरू देवगन और माँ वीणा देवगन फ़िल्मों से जुड़े थे, इसीलिए अजय की रुचि भी फ़िल्मों की ओर गई और वे फ़िल्म निर्देशक बनने का सपना देखने लगे। अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे फ़िल्म निर्देशक शेखर कपूर के साथ सहायक निर्देशक के रूप में काम करने लगे। इसी दौरान उनकी मुलाकात कुक्कु कोहली से हुई जो उन दिनों नई फ़िल्म 'फूल और कांटे' के निर्माण में व्यस्त थे और एक ऐसे अभिनेता की तलाश में थे जो रूमानी भूमिका के साथ-साथ एक्शन दृश्य भी कर सके। इस दौरान उन्होंने अजय देवगन के बारे में सुना कि वे एक्शन और नृत्य करने में माहिर हैं। कुक्कु कोहली ने उनसे फ़िल्म का नायक बनने की पेशकश की। अपनी पहली ही फ़िल्म 'फूल और काँटे' की सफलता के बाद अजय देवगन दर्शकों के बीच अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए। इसके बाद अजय ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते गए। | अजय देवगन के [[पिता]] वीरू देवगन और माँ वीणा देवगन फ़िल्मों से जुड़े थे, इसीलिए अजय की रुचि भी फ़िल्मों की ओर गई और वे फ़िल्म निर्देशक बनने का सपना देखने लगे। अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे फ़िल्म निर्देशक शेखर कपूर के साथ सहायक निर्देशक के रूप में काम करने लगे। इसी दौरान उनकी मुलाकात कुक्कु कोहली से हुई जो उन दिनों नई फ़िल्म 'फूल और कांटे' के निर्माण में व्यस्त थे और एक ऐसे अभिनेता की तलाश में थे जो रूमानी भूमिका के साथ-साथ एक्शन दृश्य भी कर सके। इस दौरान उन्होंने अजय देवगन के बारे में सुना कि वे एक्शन और नृत्य करने में माहिर हैं। कुक्कु कोहली ने उनसे फ़िल्म का नायक बनने की पेशकश की। अपनी पहली ही फ़िल्म 'फूल और काँटे' की सफलता के बाद अजय देवगन दर्शकों के बीच अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए। इसके बाद अजय ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते गए। | ||
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अजय देवगन की फिल्म ‘फूल और कांटे’ उस समय की सबसे चर्चित सुपरहिट फ़िल्म थी। इस फिल्म में दो मोटर साइकिल पर पैर रखकर उनके द्वारा की गई एंट्री आज तक चर्चा का विषय बनी रहती है। इस फ़िल्म के ज़रिए अजय देवगन ने बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री मारी। 'फूल और काँटे' के बाद आई उनकी फिल्म ‘जिगर’ भी हिट रही थी। इसके बाद उनकी कई फिल्में आईं, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा व्यवसाय किया। फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ उनके कॅरियर का टर्निंग प्वाइंट रही, जिसके लिए उन्हें कॉफी प्रशंसा मिली। वर्ष [[1999]] में उन्हें महेश भट्ट निर्देशित फ़िल्म ‘जख्म’ और [[2002]] में राजकुमार संतोषी निर्देशित फ़िल्म 'द लेजेंड ऑफ़ भगत सिंह' के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। [[2011]] में आई उनकी फ़िल्म 'सिंघम' में वे एक्सन हीरो के रूप में छा गये। ये फ़िल्म सुपरहिट रही थी और इसने कारोबार भी अच्छा किया था। फिर 'सिंघम' का अगला पार्ट 'सिंघम रिटर्न' [[2014]] में आया। हालाँकि ये कहना ग़लत होगा कि अजय देवगन सिर्फ़ एक्सन हीरो हैं। वे लगभग हर शैली की फ़िल्मों मे परफ़ेक्ट अभिनय करते हैं। उनके अभिनय का अंदाज ही जुदा है। उन्होंने लगभग हर [[शैली]] की फ़िल्में की हैं, चाहे एक्सन हो या रोमांटिक या कॉमेडी; सभी में अजय देवगन फिट बैठते हैं। उन्होंने लगभग सभी तरह की फ़िल्में हिट की हैं। अजय देवगन ने 100 से ज़्यादा फ़िल्मों में काम किया है, जिसमें उन्होंने कई यादगार फ़िल्में दी हैं। | अजय देवगन की फिल्म ‘फूल और कांटे’ उस समय की सबसे चर्चित सुपरहिट फ़िल्म थी। इस फिल्म में दो मोटर साइकिल पर पैर रखकर उनके द्वारा की गई एंट्री आज तक चर्चा का विषय बनी रहती है। इस फ़िल्म के ज़रिए अजय देवगन ने बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री मारी। 'फूल और काँटे' के बाद आई उनकी फिल्म ‘जिगर’ भी हिट रही थी। इसके बाद उनकी कई फिल्में आईं, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा व्यवसाय किया। फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ उनके कॅरियर का टर्निंग प्वाइंट रही, जिसके लिए उन्हें कॉफी प्रशंसा मिली। वर्ष [[1999]] में उन्हें महेश भट्ट निर्देशित फ़िल्म ‘जख्म’ और [[2002]] में राजकुमार संतोषी निर्देशित फ़िल्म 'द लेजेंड ऑफ़ भगत सिंह' के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। [[2011]] में आई उनकी फ़िल्म 'सिंघम' में वे एक्सन हीरो के रूप में छा गये। ये फ़िल्म सुपरहिट रही थी और इसने कारोबार भी अच्छा किया था। फिर 'सिंघम' का अगला पार्ट 'सिंघम रिटर्न' [[2014]] में आया। हालाँकि ये कहना ग़लत होगा कि अजय देवगन सिर्फ़ एक्सन हीरो हैं। वे लगभग हर शैली की फ़िल्मों मे परफ़ेक्ट अभिनय करते हैं। उनके अभिनय का अंदाज ही जुदा है। उन्होंने लगभग हर [[शैली]] की फ़िल्में की हैं, चाहे एक्सन हो या रोमांटिक या कॉमेडी; सभी में अजय देवगन फिट बैठते हैं। उन्होंने लगभग सभी तरह की फ़िल्में हिट की हैं। अजय देवगन ने 100 से ज़्यादा फ़िल्मों में काम किया है, जिसमें उन्होंने कई यादगार फ़िल्में दी हैं। | ||
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Revision as of 05:09, 2 April 2018
अजय देवगन
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पूरा नाम | विशाल वीरू देवगन |
प्रसिद्ध नाम | अजय देवगन |
जन्म | 2 अप्रॅल, 1969 |
जन्म भूमि | नई दिल्ली, भारत |
अभिभावक | पिता- वीरू देवगन, माता- वीणा देवगन |
पति/पत्नी | काजोल (अभिनेत्री) |
संतान | पुत्री- न्यासा, पुत्र- युग |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | अभिनय |
मुख्य फ़िल्में | 'फूल और काँटे', 'अपहरण', 'गंगाजल', 'हम दिल दे चुके सनम', 'जख़्म', 'द लेजेंड ऑफ़ भगत सिंह', 'सिंघम', 'गोलमाल', 'प्लेटफ़ॉर्म', 'दिलवाले', 'विजयपथ', 'इश्क', 'प्यार तो होना ही था' आदि। |
शिक्षा | स्नातक |
विद्यालय | 'मिट्ठी भाई कॉलेज', मुम्बई |
पुरस्कार-उपाधि | 'राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार' (दो बार), 'फ़िल्मफेयर पुरस्कार', 'पद्मश्री' (2016) |
प्रसिद्धि | हिन्दी फ़िल्म अभिनेता |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | वर्ष 1999 में अजय देवगन को महेश भट्ट निर्देशित फ़िल्म ‘जख्म’ और 2002 में राजकुमार संतोषी निर्देशित फ़िल्म 'द लेजेंड ऑफ़ भगत सिंह' के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। |
अजय देवगन (अंग्रेज़ी: Ajay Devgan, जन्म- 2 अप्रॅल, 1969, नई दिल्ली, भारत) भारतीय बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर अभिनेता, निर्देशक और निर्माता हैं। वे हिन्दी सिनेमा के बेहतरीन अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं। अजय देवगन को बेहतरीन अभिनय करने के लिए अपने कॅरियर में दो बार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हें 'फ़िल्मफेयर अवॉर्ड्स', 'नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड फॉर बेस्ट एक्टर' और इसके अतिरिक्त भारत सरकार की तरफ़ से साल 2016 में 'पद्मश्री' से भी सम्मानित किया जा चुका है। वे ऐसे संजीदा अभिनेता हैं, जो अपनी आँखों से सारा अभिनय कर देते हैं। वे बॉलीवुड के उन अभिनेताओं में से एक हैं, जिनके पास यातायात के लिए अपना निजी जेट है। अपनी अदाकारी से सब के दिल जीतने वाले अजय देवगन गंभीर अभिनय करने के लिए जाने जाते हैं। उनकी एक और खास बात यह है कि जब उनकी फ़िल्म रिलीज़ होती है तो ही शो में आते हैं, अन्यथा ग्लैमर की दुनिया से दूर बस अपने काम में मशगूल रहते हैं।
परिचय
अजय देवगन का जन्म 2 अप्रॅल, 1969 को दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। वह मूल रूप से पंजाब के अमृतसर से आते हैं। अजय देवगन का जन्म का नाम विशाल वीरू देवगन है। उनके पिता वीरू देवगन हिन्दी फ़िल्मों के स्टंटमैन और एक्शन फ़िल्म डायरेक्टर भी थे। अजय की माँ वीणा देवगन ने कुछ फ़िल्मों का निर्माण किया था। उनका एक भाई भी है, जिसका नाम अनिल देवगन है। अजय ने स्नातक की पढ़ाई मुंबई के मिट्ठी भाई कॉलेज से पूरी की थी।[1]
विवाह
अजय देवगन ने हिन्दी सिनेमा की ही सुप्रसिद्ध अभिनेत्री काजोल से विवाह किया। काजोल अपने समय की प्रसिद्ध अभिनेत्री तनूजा की पुत्री हैं। पहली बार अजय और काजोल की जोड़ी 1995 में प्रदर्शित फ़िल्म 'हलचल' में नजर आई थी। 1995 में अजय देवगन और काजोल फ़िल्म 'गुंडाराज' के बाद से आपसी रिश्ते में दिखाई दिए। उस समय मीडिया उन्हें 'एन अनलाइकली पेयर' कहता था, क्योंकि उन दोनों के रंग में काफ़ी फर्क था। 24 फरवरी, 1999 को वे दोनों पारंपरिक महाराष्ट्रियन रीति-रिवाजों से अजय देवगन के ही घर में विवाह बंधन में बंध गये।[2] अजय देवगन एक पुत्री तथा एक पुत्र के पिता हैं। पुत्री का नाम 'न्यासा' और पुत्र का नाम 'युग' है।
फ़िल्मी शुरुआत
अजय देवगन के पिता वीरू देवगन और माँ वीणा देवगन फ़िल्मों से जुड़े थे, इसीलिए अजय की रुचि भी फ़िल्मों की ओर गई और वे फ़िल्म निर्देशक बनने का सपना देखने लगे। अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे फ़िल्म निर्देशक शेखर कपूर के साथ सहायक निर्देशक के रूप में काम करने लगे। इसी दौरान उनकी मुलाकात कुक्कु कोहली से हुई जो उन दिनों नई फ़िल्म 'फूल और कांटे' के निर्माण में व्यस्त थे और एक ऐसे अभिनेता की तलाश में थे जो रूमानी भूमिका के साथ-साथ एक्शन दृश्य भी कर सके। इस दौरान उन्होंने अजय देवगन के बारे में सुना कि वे एक्शन और नृत्य करने में माहिर हैं। कुक्कु कोहली ने उनसे फ़िल्म का नायक बनने की पेशकश की। अपनी पहली ही फ़िल्म 'फूल और काँटे' की सफलता के बाद अजय देवगन दर्शकों के बीच अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए। इसके बाद अजय ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते गए।
सफलताएँ
अजय देवगन की फिल्म ‘फूल और कांटे’ उस समय की सबसे चर्चित सुपरहिट फ़िल्म थी। इस फिल्म में दो मोटर साइकिल पर पैर रखकर उनके द्वारा की गई एंट्री आज तक चर्चा का विषय बनी रहती है। इस फ़िल्म के ज़रिए अजय देवगन ने बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री मारी। 'फूल और काँटे' के बाद आई उनकी फिल्म ‘जिगर’ भी हिट रही थी। इसके बाद उनकी कई फिल्में आईं, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा व्यवसाय किया। फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ उनके कॅरियर का टर्निंग प्वाइंट रही, जिसके लिए उन्हें कॉफी प्रशंसा मिली। वर्ष 1999 में उन्हें महेश भट्ट निर्देशित फ़िल्म ‘जख्म’ और 2002 में राजकुमार संतोषी निर्देशित फ़िल्म 'द लेजेंड ऑफ़ भगत सिंह' के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। 2011 में आई उनकी फ़िल्म 'सिंघम' में वे एक्सन हीरो के रूप में छा गये। ये फ़िल्म सुपरहिट रही थी और इसने कारोबार भी अच्छा किया था। फिर 'सिंघम' का अगला पार्ट 'सिंघम रिटर्न' 2014 में आया। हालाँकि ये कहना ग़लत होगा कि अजय देवगन सिर्फ़ एक्सन हीरो हैं। वे लगभग हर शैली की फ़िल्मों मे परफ़ेक्ट अभिनय करते हैं। उनके अभिनय का अंदाज ही जुदा है। उन्होंने लगभग हर शैली की फ़िल्में की हैं, चाहे एक्सन हो या रोमांटिक या कॉमेडी; सभी में अजय देवगन फिट बैठते हैं। उन्होंने लगभग सभी तरह की फ़िल्में हिट की हैं। अजय देवगन ने 100 से ज़्यादा फ़िल्मों में काम किया है, जिसमें उन्होंने कई यादगार फ़िल्में दी हैं।
प्रमुख फ़िल्में
क्र. सं. | फ़िल्म | वर्ष | क्र. सं. | फ़िल्म | वर्ष | क्र. सं. | फ़िल्म | वर्ष |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
1. | फूल और काँटे | 1991 | 2. | जिगर | 1992 | 3. | दिव्या शक्ति | 1993 |
4. | प्लेटफार्म | 1993 | 5. | शक्तिमान | 1993 | 6. | एक ही रास्ता | 1993 |
7. | धनवान | 1993 | 8. | संग्राम | 1993 | 9. | दिलवाले | 1994 |
10. | विजयपथ | 1994 | 11. | सुहाग | 1994 | 12. | नाजायज | 1995 |
13. | गुंडाराज | 1995 | 14. | हकीकत | 1995 | 15. | जंग | 1996 |
16. | दिलजले | 1996 | 17. | जान | 1996 | 18. | इश्क | 1997 |
19. | इतिहास | 1997 | 20. | मेजर साब | 1998 | 21. | प्यार तो होना ही था | 1998 |
22. | होगी प्यार की जीत | 1999 | 23. | हम दिल दे चुके सनम | 1999 | 24. | हिंदुस्तान की कसम | 1999 |
25. | गैर | 1999 | 26. | कच्चे धागे | 1999 | 27. | दिल क्या करे | 1999 |
28. | दीवाने | 2000 | 29. | राजू चाचा | 2000 | 30. | कंपनी | 2002 |
31. | द लीजेंड ऑफ भगत सिंह | 2002 | 32. | दीवानगी | 2002 | 33. | कयामत: सिटी अंडर थ्रेट | 2003 |
34. | गंगाजल | 2003 | 35. | खाकी | 2004 | 36. | मस्ती | 2004 |
37. | इंसान | 2005 | 38. | टैंगो चार्ली | 2005 | 39. | काल | 2005 |
40. | मैं ऐसा ही हूँ | 2005 | 41. | अपहरण | 2005 | 42. | धरती कहे पुकार के | 2006 |
43. | ओमकारा | 2006 | 44. | कैश | 2007 | 45. | गोलमाल रिटर्न्स | 2008 |
46. | आल द बेस्ट: फन बैगिन्स | 2009 | 47. | नाम | 2009 | 48. | लंदन ड्रीम्स | 2009 |
49. | अतिथि तुम कब जाओगे? | 2010 | 50. | राजनीति | 2010 | 51. | वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई | 2010 |
52. | आक्रोश | 2010 | 53. | गोलमाल 3 | 2010 | 54. | सिंघम | 2011 |
55. | रासकल्स | 2011 | 56. | बोल बच्चन | 2012 | 57. | सन ऑफ सरदार | 2012 |
58. | मक्खी | 2012 | 59. | हिम्मतवाला | 2013 | 60. | सत्याग्रह | 2013 |
61. | सिंघम रिटर्न्स | 2014 | 62. | एक्शन जैक्सन | 2014 | 63. | दृश्यम | 2015 |
64. | फितूर | 2016 | 65. | शिवाय | 2016 | 66. | युवा | 2004 |
पुरस्कार व सम्मान
अजय देवगन को वर्ष 1999 में महेश भट्ट द्वारा निर्देशित फ़िल्म 'जख्म' और 2002 में राजकुमार संतोषी निर्देशित फ़िल्म 'द लेजेंड ऑफ़ भगत सिंह' के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। भारत सरकार द्वारा उन्हें 2016 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अजय देवगन की जीवनी (हिंदी) achhigyan.com। अभिगमन तिथि: 15 दिसम्बर, 2016।
- ↑ लोकप्रिय अभिनेता अजय देवगन की कहानी (हिंदी) gyanipandit.com। अभिगमन तिथि: 15 दिसम्बर, 2016।
बाहरी कड़ियाँ
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