अस्ताद देबू: Difference between revisions

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Latest revision as of 11:19, 17 January 2021

अस्ताद देबू
पूरा नाम अस्ताद देबू
जन्म 13 जुलाई, 1947, गुजरात
जन्म भूमि नवसारी, गुजरात
मृत्यु 10 दिसंबर, 2020
मृत्यु स्थान मुंबई, महाराष्ट्र
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र शास्त्रीय नृत्य
पुरस्कार-उपाधि संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1995), पद्मश्री (2007)
प्रसिद्धि कथक तथा कथकली नर्तक
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी अस्ताद देबू ने साल 2002 में 'अस्ताद देबू फाउंडेशन' की स्थापना की, जो दिव्यांगों समेत कमजोर वर्गों को रचनात्मक प्रशिक्षण प्रदान करती है।

अस्ताद देबू (अंग्रेज़ी: Astad Deboo, जन्म- 13 जुलाई, 1947, गुजरात; मृत्यु- 10 दिसंबर, 2020) विश्व प्रसिद्ध भारतीय समकालीन नर्तक और कोरियोग्राफर थे। उन्होंने कथक के साथ-साथ कथकली के भारतीय शास्त्रीय नृत्य रूपों का प्रशिक्षण लिया और फिर वे भारत में आधुनिक नृत्य के प्रणेता बने। कथक और कथकली में पारंगत अस्ताद देबू ने दोनों नृत्य विधाओं को मिलाकर अनूठी नृत्य शैली पेश करने लिए ख्याति बटोरी। अपनी प्रयोगधर्मी शैली में उन्होंने 70 से ज्यादा देशों में एकल, सामूहिक और युगल नृत्य की प्रस्तुतियां दीं।

परिचय

अस्ताद देबू का जन्म गुजरात के नवसारी में 13 जुलाई, 1947 को हुआ था। उन्होंने युवावस्था में गुरु प्रह्लाद दास से कथक सीखा। बाद में उन्होंने गुरु ई. के. पाणिकर से कथकली का प्रशिक्षण लिया। अपनी प्रयोगधर्मी शैली में उन्होंने 70 से ज्यादा देशों में एकल, सामूहिक और युगल नृत्य की प्रस्तुतियां दीं। अपने लंबे और शानदार करियर के दौरान उन्होंने विभिन्न प्रमुख कलाकारों जैसे कि पिना बॉश, एलिसन बेकर चेज और पिंक फ्लॉयड के साथ काम किया और दुनिया के कई हिस्सों में प्रदर्शन किया। thumb|left|200px|नृत्य की मुद्रा में अस्ताद देबूअस्ताद देबू ने मणिरत्नम, विशाल भारद्वाज जैसे फिल्मकारों की फिल्मों और मशहूर चित्रकार एम. एफ. हुसैन की फिल्म 'मीनाक्षी:ए टेल ऑफ थ्री सिटीज' के लिए कोरियोग्राफी की थी। उन्होंने साल 2002 में 'अस्ताद देबू फाउंडेशन' की स्थापना की, जो दिव्यांगों समेत कमजोर वर्गों को रचनात्मक प्रशिक्षण प्रदान करती है।

पुरस्कार व सम्मान

नृत्य के क्षेत्र में योगदान के लिए अस्ताद देबू को 1995 में ‘संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार' दिया गया था। वह 2007 में ‘पद्मश्री’ से भी सम्मानित किये गए। आधुनियक नृत्य कला में योगदान के लिये मिले 'साहित्य नाटक अकादमी पुरस्कार' के उद्धरण में लिखा था, "देबू के रंगमंच की शैली के नृत्य के लिये याद किया जाएगा, जिसमें भारतीय तथा पश्चिमी शैली का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है"।

मृत्यु

अस्ताद देबू का निधन 10 दिसंबर, 2020 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ। वह 73 वर्ष के थे।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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