आनन्दमठ

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 15:21, 9 June 2020 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search
आनन्दमठ
लेखक बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय
प्रकाशन तिथि 1882 ई.
देश भारत
भाषा बांग्ला
विधा उपन्यास
विशेष इस उपन्यास में ही गीत 'वन्देमातरम' भी समाविष्ट था, जो स्वतंत्रता की चेतना का राष्ट्रव्यापी मंत्र बना।

आनन्दमठ बंगाली साहित्यकार बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय के द्वारा रचित एक प्रसिद्ध उपन्यास है, जिसकी रचना 1882 ई. में हुई थी। इस उपन्यास में ही बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय का पहले रचित (1874 ई.) गीत 'वन्देमातरम' भी समाविष्ट था, जो स्वतंत्रता की चेतना का राष्ट्रव्यापी मंत्र बना।

  • 'आनन्दमठ' पहले 'बंगदर्शन' नामक एक पत्रिका में धारावाहिक रूप में प्रकाशित होता रहा था।
  • वन्देमातरम गीत, जिसने सभी भारतवासियों को देश की आज़ादी के प्रति जागरुक किया और उनमें एक नई चेतना जागृत कर दी, वह 'आनन्दमठ' में ही संकलित था।
  • सन 1952 में बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय के इस उपन्यास पर "आनन्दमठ" नाम से एक फ़िल्म भी बनी थी, जिसमें 'वन्देमातरम' गीत भी प्रमुख रूप से शामिल किया गया था।
  • यह फ़िल्म हेमेन गुप्ता निर्देशित की गई थी और इसमें हेमन्त कुमार (हेमन्त दा) का संगीत था।
  • फ़िल्म में उस समय के चर्चित कलाकारों- पृथ्वीराज कपूर, भारतभूषण, गीता बाली, प्रदीप कुमार आदि ने अभिनय किया था।
  • आनन्दमठ के 'वन्देमातरम' गीत को हेमन्त कुमार ने एक 'मार्चिंग सांग' के रूप में संगीतबद्ध किया था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः