टी. बालासरस्वती: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
{{सूचना बक्सा कलाकार
{{सूचना बक्सा कलाकार
|चित्र=T.Balasaraswati.jpg
|चित्र=T.Balasaraswati.jpg
|चित्र का नाम=टी. बाला सरस्वती
|चित्र का नाम=टी. बालासरस्वती
|पूरा नाम=तंजोर बाला सरस्वती
|पूरा नाम=तंजोर बालासरस्वती
|प्रसिद्ध नाम=टी. बालासरस्वती
|प्रसिद्ध नाम=टी. बालासरस्वती
|अन्य नाम=
|अन्य नाम=
|जन्म= [[13 मई]], [[1918]]
|जन्म= [[13 मई]], [[1918]]
|जन्म भूमि= [[चेन्नई]] (भूतपूर्व [[मद्रास]]), [[तमिलानडु]]   
|जन्म भूमि= [[चेन्नई]] (भूतपूर्व [[मद्रास]]), [[तमिलनाडु]]   
|मृत्यु=[[9 फरवरी]], [[1984]]
|मृत्यु=[[9 फरवरी]], [[1984]]
|मृत्यु स्थान=मद्रास, तमिलानडु
|मृत्यु स्थान=मद्रास, तमिलनाडु
|अविभावक=
|अविभावक=
|पति/पत्नी=
|पति/पत्नी=
Line 32: Line 32:
|अद्यतन=
|अद्यतन=
}}
}}
'''टी. बाला सरस्वती''' (जन्म: [[13 मई]], [[1918]] - मृत्यु: [[9 फरवरी]], [[1984]]) [[भरतनाट्यम]] की सुप्रसिद्ध नृत्यांगना थीं। उन्हें '[[संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]]', '[[पद्मभूषण]]' और 'मानद विद्या वाचस्पति' आदि अलंकारणों से सम्मानित किया गया था। टी. बाला सरस्वती [[तमिलनाडु]] राज्य से सम्बन्धित थीं।
'''टी. बालासरस्वती''' (जन्म: [[13 मई]], [[1918]] - मृत्यु: [[9 फरवरी]], [[1984]]) [[भरतनाट्यम]] की सुप्रसिद्ध नृत्यांगना थीं। उन्हें '[[संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]]', '[[पद्मभूषण]]' और 'मानद विद्या वाचस्पति' आदि अलंकारणों से सम्मानित किया गया था। टी. बालासरस्वती [[तमिलनाडु]] राज्य से सम्बन्धित थीं।
==जन्म==
==जन्म==
टी. बाला सरस्वती का जन्म 13 मई, 1918 को [[तमिलानडु]] के [[चेन्नई]] (भूतपूर्व [[मद्रास]]) शहर में हुआ था।  
टी. बालासरस्वती का जन्म 13 मई, 1918 को तमिलनाडु के [[चेन्नई]] (भूतपूर्व [[मद्रास]]) शहर में हुआ था।  
====कैरियर====
====कैरियर====
एक नर्तकी के रूप में टी. बाला सरस्वती ने अपने कैरियर की शुरुआत [[1925]] में की थी। वह [[दक्षिण भारत]] के बाहर ''[[भरतनाट्यम नृत्य]]'' प्रस्तुत करने वाली पहली कलाकार थीं। उन्होंने पहली बार सन [[1934]] में [[कोलकाता]] में अपनी [[नृत्य कला]] को प्रस्तुत किया था।
एक नर्तकी के रूप में टी. बालासरस्वती ने अपने कैरियर की शुरुआत [[1925]] में की थी। वह [[दक्षिण भारत]] के बाहर ''[[भरतनाट्यम नृत्य]]'' प्रस्तुत करने वाली पहली कलाकार थीं। उन्होंने पहली बार सन [[1934]] में [[कोलकाता]] में अपनी [[नृत्य कला]] को प्रस्तुत किया था।
==सम्मान और पुरस्कार==
==सम्मान और पुरस्कार==
टी. बाला सरस्वती को सन [[1955]] में '[[संगीत नाटक अकादमी|संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]]', सन [[1973]] में 'मद्रास संगीत अकादमी' से 'कलानिधि पुरस्कार' और [[1977]] में '[[पद्म विभूषण]]' से सम्मानित किया था।
टी. बालासरस्वती को सन [[1955]] में '[[संगीत नाटक अकादमी|संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]]', सन [[1973]] में 'मद्रास संगीत अकादमी' से 'कलानिधि पुरस्कार' और [[1977]] में '[[पद्म विभूषण]]' से सम्मानित किया था।
====निधन====
====निधन====
'भरतनाट्यम' की प्रसिद्ध नृत्यांगना टी. बाला सरस्वती का निधन [[9 फ़रवरी]], [[1984]] को हुआ।
'भरतनाट्यम' की प्रसिद्ध नृत्यांगना टी. बालासरस्वती का निधन [[9 फ़रवरी]], [[1984]] को हुआ।




Line 47: Line 47:
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==बाहरी कड़ियाँ==
*[http://www.balasaraswati.com/ टी. बाला सरस्वती]
*[http://www.balasaraswati.com/ टी. बालासरस्वती]
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{पद्म विभूषण}}
{{पद्म विभूषण}}

Revision as of 12:11, 6 February 2013

टी. बालासरस्वती
पूरा नाम तंजोर बालासरस्वती
प्रसिद्ध नाम टी. बालासरस्वती
जन्म 13 मई, 1918
जन्म भूमि चेन्नई (भूतपूर्व मद्रास), तमिलनाडु
मृत्यु 9 फरवरी, 1984
मृत्यु स्थान मद्रास, तमिलनाडु
कर्म-क्षेत्र नृत्यांगना
पुरस्कार-उपाधि 'संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार', 'पद्मभूषण' और 'मानद विद्या वाचस्पति'
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी वह दक्षिण भारत के बाहर भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत करने वाली पहली कलाकार थीं।

टी. बालासरस्वती (जन्म: 13 मई, 1918 - मृत्यु: 9 फरवरी, 1984) भरतनाट्यम की सुप्रसिद्ध नृत्यांगना थीं। उन्हें 'संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार', 'पद्मभूषण' और 'मानद विद्या वाचस्पति' आदि अलंकारणों से सम्मानित किया गया था। टी. बालासरस्वती तमिलनाडु राज्य से सम्बन्धित थीं।

जन्म

टी. बालासरस्वती का जन्म 13 मई, 1918 को तमिलनाडु के चेन्नई (भूतपूर्व मद्रास) शहर में हुआ था।

कैरियर

एक नर्तकी के रूप में टी. बालासरस्वती ने अपने कैरियर की शुरुआत 1925 में की थी। वह दक्षिण भारत के बाहर भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत करने वाली पहली कलाकार थीं। उन्होंने पहली बार सन 1934 में कोलकाता में अपनी नृत्य कला को प्रस्तुत किया था।

सम्मान और पुरस्कार

टी. बालासरस्वती को सन 1955 में 'संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार', सन 1973 में 'मद्रास संगीत अकादमी' से 'कलानिधि पुरस्कार' और 1977 में 'पद्म विभूषण' से सम्मानित किया था।

निधन

'भरतनाट्यम' की प्रसिद्ध नृत्यांगना टी. बालासरस्वती का निधन 9 फ़रवरी, 1984 को हुआ।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख