अम्लीय लवण: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति") |
No edit summary |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Acidic Salt) जब प्रबल [[अम्ल]] की दुर्बल [[क्षारक]] से क्रिया होती है तो परिणामस्वरूप प्राप्त [[लवण | ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Acidic Salt) जब प्रबल [[अम्ल]] की दुर्बल [[क्षारक]] से क्रिया होती है तो परिणामस्वरूप प्राप्त [[लवण|लवण]] में अम्लीयता का प्रभाव होता है। ऐसे लवण अम्लीय लवण कहलाते हैं। उदाहरण के लिए, (NH<sub>4</sub>Cl) एक अम्लीय लवण है। यह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (प्रबल अम्ल) और अमोनियम हाइड्रोक्साइड (दुर्बल क्षारक) की उदासीनीकरण क्रिया से बनता है। | ||
(HCl) + (NH<sub>4</sub>OH) → (NH<sub>4</sub>Cl) + (H<sub>2</sub>O) | |||
अमोनियम क्लोराइड | अमोनियम क्लोराइड (NH<sub>4</sub>Cl) का विलयन [[नीला रंग|नीले]] लिटमस पेपर को [[लाल रंग|लाल]] कर देता है। अतः यह एक अम्लीय लवण के अन्य उदहारण:- | ||
*ऐलुमिनियम क्लोराइड | *ऐलुमिनियम क्लोराइड (AlCl<sub>3</sub>) | ||
*सोडियम बाइकार्बोनेट | *सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO<sub>3</sub>) | ||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} | ||
Line 15: | Line 15: | ||
|शोध= | |शोध= | ||
}} | }} | ||
==संबंधित लेख== | |||
{{रसायन विज्ञान}} | |||
[[Category:विज्ञान कोश]] | [[Category:विज्ञान कोश]] | ||
[[Category:रसायन विज्ञान]] | [[Category:रसायन विज्ञान]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 06:58, 19 November 2011
(अंग्रेज़ी:Acidic Salt) जब प्रबल अम्ल की दुर्बल क्षारक से क्रिया होती है तो परिणामस्वरूप प्राप्त लवण में अम्लीयता का प्रभाव होता है। ऐसे लवण अम्लीय लवण कहलाते हैं। उदाहरण के लिए, (NH4Cl) एक अम्लीय लवण है। यह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (प्रबल अम्ल) और अमोनियम हाइड्रोक्साइड (दुर्बल क्षारक) की उदासीनीकरण क्रिया से बनता है।
(HCl) + (NH4OH) → (NH4Cl) + (H2O)
अमोनियम क्लोराइड (NH4Cl) का विलयन नीले लिटमस पेपर को लाल कर देता है। अतः यह एक अम्लीय लवण के अन्य उदहारण:-
- ऐलुमिनियम क्लोराइड (AlCl3)
- सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO3)
|
|
|
|
|