सिलिकॉन: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('{{पुनरीक्षण}} {{tocright}} सिलिकॉन आवर्त सारणी के चतुर्थ सम...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
(6 intermediate revisions by 3 users not shown)
Line 1: Line 1:
{{पुनरीक्षण}}
{{Elementbox
{{tocright}}
|appearance=चमकीला क्रिस्टल
सिलिकॉन [[आवर्त सारणी]] के चतुर्थ समूह का दूसरा [[अधातु]] [[तत्व]] है। सिलिकॉन के तीन स्थायी समस्थानिक होते है, जिनके [[परमाणु भार]] क्रमश: 28.29 है। यह स्वतंत्र अवस्था में नहीं मिलता।
|image name=Silicon.jpg
|image size=
|image name comment=
|image name 2=Silicon-Spectra.jpg
|image name 2 comment=सिलिकॉन की वर्णक्रम रेखाएँ
|name=सिलिकॉन
|number=14
|symbol=Si
|pronounce=
|left=[[ऐलुमिनियम]]
|right=[[फॉस्फोरस]]
|above=[[कार्बन|C]]
|below=[[जरमेनियम|Ge]]
|hindi name=सैकता
|series=[[उपधातु]]
|series comment=
|group=14
|period=3
|block=p
|series color=
|phase color=
|atomic mass=28.0855
|atomic mass 2=3
|atomic mass comment=
|electron configuration=1s<sup>2</sup> 2s<sup>2</sup> 2p<sup>6</sup> 3s<sup>2</sup> 3p<sup>2</sup>
|electrons per shell=2, 8, 4
|color=
|phase=ठोस
|phase comment=
|density gplstp=
|density gpcm3nrt=2.3290
|density gpcm3nrt 2=
|density gpcm3mp=2.57
|melting point K=1687
|melting point C=1414
|melting point F=2577
|boiling point K=3538
|boiling point C=3265
|boiling point F=5909
|triple point K=
|triple point kPa=
|critical point K=
|critical point MPa=
|heat fusion=50.21
|heat fusion 2=
|heat vaporization=359
|heat capacity=19.789
|Entropy = 18.7 J&thinsp;mol<sup>&minus;1</sup>&thinsp;K<sup>&minus;1</sup>
|vapor pressure 1=1908
|vapor pressure 10=2102
|vapor pressure 100=2339
|vapor pressure 1 k=2636
|vapor pressure 10 k=3021
|vapor pressure 100 k=3537
|vapor pressure comment=
|crystal structure=
|oxidation states='''4''', 3 , 2 , 1, -1, -2, -3, -4
|oxidation states comment=उभयधर्मी ऑक्साइड
|electronegativity=1.90
|number of ionization energies=4
|1st ionization energy=786.5
|2nd ionization energy=1577.1
|3rd ionization energy=3231.6
|atomic radius=111
|atomic radius calculated=
|covalent radius=111
|Van der Waals radius=210
|magnetic ordering=[[प्रतिचुम्बकीय पदार्थ|प्रतिचुम्बकीय]]
|electrical resistivity=
|electrical resistivity at 0=
|electrical resistivity at 20=10<sup>3</sup> 
|thermal conductivity=149
|thermal conductivity 2=
|thermal diffusivity=
|thermal expansion=
|thermal expansion at 25=2.6
|speed of sound=
|speed of sound rod at 20=8433
|speed of sound rod at r.t.=
|Young's modulus=185
|Shear modulus=52
|Bulk modulus=100
|Poisson ratio=0.28
|Mohs hardness=7
|Vickers hardness=
|Brinell hardness=
|CAS number=7440-21-3
|Band gap=1.12
|isotopes=
{{Elementbox_isotopes_stable | mn=28 | sym=Si | na=92.23% | n=14 }}
{{Elementbox_isotopes_stable | mn=29 | sym=Si | na=4.67% | n=15 }}
{{Elementbox_isotopes_stable | mn=30 | sym=Si | na=3.1% | n=16 }}
{{Elementbox_isotopes_decay | mn=32 | sym=Si | na=ट्रेस | hl=170 y | dm=β<sup>−</sup> | de=13.020 | pn=32 | ps=[[फॉस्फोरस|P]] }}
|isotopes comment=
}}
'''सिलिकॉन''' ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Silicon) [[आवर्त सारणी]] के चतुर्थ समूह का दूसरा [[अधातु]] [[तत्व]] है। सिलिकॉन के तीन स्थायी समस्थानिक होते है, जिनके [[परमाणु भार]] क्रमश: 28.29 है। यह स्वतंत्र अवस्था में नहीं मिलता।


सिलिकॉन डाई [[ऑक्साइड]] अथवा सिलकन को वैज्ञानिक प्राचीन काल से तत्व मानते आए हैं। सर्वप्रथम फ्रांसीसी वैज्ञानिक लेवाजिये ने यह बताया कि यह तत्व न होकर ऑक्साइड [[यौगिक]] है। 1823 ई. में स्वीडन के रसायन व बर्जीलियस ने इस तत्व के पोटैशियम सिलिको फ्लोराइड (K<sub>2</sub>SiF<sub>6</sub>) का [[पोटैशियम]] [[धातु]] द्वारा अपचयन कर प्राप्त किया। 1854 में फ्रांसीसी वैज्ञानिक सांत क्लेर देविल ने इसे विशुद्ध अवस्था में तैयार किया।
सिलिकॉन डाई ऑक्साइड अथवा सिलकन को वैज्ञानिक प्राचीन काल से तत्व मानते आए हैं। सर्वप्रथम फ्रांसीसी वैज्ञानिक लेवाजिये ने यह बताया कि यह तत्व न होकर [[ऑक्साइड]] [[यौगिक]] है। 1823 ई. में स्वीडन के रसायन व बर्जीलियस ने इस तत्व के पोटैशियम सिलिको फ्लोराइड (K<sub>2</sub>SiF<sub>6</sub>) का [[पोटैशियम]] [[धातु]] द्वारा अपचयन कर प्राप्त किया। 1854 में फ्रांसीसी वैज्ञानिक सांत क्लेर देविल ने इसे विशुद्ध अवस्था में तैयार किया।


==उपस्थिति==
==उपस्थिति==
भूपर्पटी का चौथाई भाग सिलिकॉन है। यह ऑक्सीन के बाद सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है और संयुक्त अवस्था में प्राय: सभी स्थानों में पाया जाता है। ऑक्सीजन जन से संयुक्त केवल सिलिकॉन डाईऑक्साइड (SiO<sub>2</sub>) है। रेत अथवा सिलिकेट्स के रूप में पत्थरों, [[मिट्टी]] तथा [[खनिज]] [[पदार्थ|पदार्थों]] में सिलिकॉन सर्वदा उपस्थित है। अनेक पौधों तथा पशु शरीर में भी यह मिलता है।
भूपर्पटी का चौथाई भाग सिलिकॉन है। यह [[ऑक्सीजन]] के बाद सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है और संयुक्त अवस्था में प्राय: सभी स्थानों में पाया जाता है। ऑक्सीजन जन से संयुक्त केवल सिलिकॉन डाईऑक्साइड (SiO<sub>2</sub>) है। रेत अथवा सिलिकेट्स के रूप में पत्थरों, [[मिट्टी]] तथा [[खनिज]] [[पदार्थ|पदार्थों]] में सिलिकॉन सर्वदा उपस्थित है। अनेक पौधों तथा पशु शरीर में भी यह मिलता है।


==निर्माण==
==निर्माण==
Line 12: Line 107:


==गुण==
==गुण==
विशुद्ध सिलिकॉन मिलना कठिन है। अन्य तत्वों की सूक्ष्म मात्रा द्वारा इसके गुणों में बहुत अंतर आ जाता है, जिसके कारण विभिन्न विधियों से प्राप्त सिलिकॉन के गुण भिन्न-भिन्न ही मिलते हैं। विशुद्ध सिलिकॉन के कुछ स्थिरांक जैसे संकेत (Si) [[परमाणु संख्या]] 14, [[परमाणु भार]] 28.086, [[गलनांक]] 1410° सें., क्वथनांकन 2680° सें., [[घनत्व]] 2.33 ग्राम प्रति घ. सेंमी. परमाणु व्यास 1.32 एंगस्ट्राम, विशिष्ट ताप 0.162 कैलोरी और वर्तनांक 4.24 हैं। सिलिकॉन क्रिस्टलीय और अक्रिस्टलीय दोनों अवस्थाओं में मिलता है। क्रिस्टल सिलिकॉन में [[धातु]] की सी चमक और [[विद्युत]] चालकता होती है। यह काँच से भी कठोर है।
विशुद्ध सिलिकॉन मिलना कठिन है। अन्य तत्वों की सूक्ष्म मात्रा द्वारा इसके गुणों में बहुत अंतर आ जाता है, जिसके कारण विभिन्न विधियों से प्राप्त सिलिकॉन के गुण भिन्न-भिन्न ही मिलते हैं। विशुद्ध सिलिकॉन के कुछ स्थिरांक जैसे संकेत (Si) [[परमाणु संख्या]] 14, [[परमाणु भार]] 28.086, [[गलनांक]] 1410° सें., [[क्वथनांक]] 2680° सें., [[घनत्व]] 2.33 ग्राम प्रति घ. सेंमी. परमाणु व्यास 1.32 एंगस्ट्राम, विशिष्ट ताप 0.162 कैलोरी और वर्तनांक 4.24 हैं। सिलिकॉन क्रिस्टलीय और अक्रिस्टलीय दोनों अवस्थाओं में मिलता है। क्रिस्टल सिलिकॉन में [[धातु]] की सी चमक और [[विद्युत]] चालकता होती है। यह काँच से भी कठोर है।


सिलिकॉन जल या साधारण [[अम्ल|अम्लों]] से प्रभावित नहीं होता। केवल हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल की क्रिया द्वारा फ्लोरोसिलिसिक अम्ल (H<sub>2</sub>SiF<sub>6</sub>) बनाता है। उबलते [[क्षार]] के विलयन की अभिक्रिया द्वारा सिलिकेट बनता है। फ्लोरीन तथा [[क्लोरीन]] [[गैस]] सिलिकॉन से शीघ्र किया कर क्रमश: सिलिकॉन फ्लोराइड (SiF<sub>4</sub>) और सिलिकॉन क्लोराइड (SiCl<sub>4</sub>) बनाते हैं। उच्च [[ताप]] पर [[ऑक्सीजन]], जलवाष्प तथा अनेक [[धातु|धातुएँ]] सिलिकॉन से अभिक्रिया करती हैं।
सिलिकॉन [[जल]] या साधारण [[अम्ल|अम्लों]] से प्रभावित नहीं होता। केवल हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल की क्रिया द्वारा फ्लोरोसिलिसिक अम्ल (H<sub>2</sub>SiF<sub>6</sub>) बनाता है। उबलते [[क्षार]] के विलयन की अभिक्रिया द्वारा सिलिकेट बनता है। [[फ्लोरीन]] तथा [[क्लोरीन]] [[गैस]] सिलिकॉन से शीघ्र किया कर क्रमश: सिलिकॉन फ्लोराइड (SiF<sub>4</sub>) और सिलिकॉन क्लोराइड (SiCl<sub>4</sub>) बनाते हैं। उच्च [[ताप]] पर [[ऑक्सीजन]], जलवाष्प तथा अनेक [[धातु|धातुएँ]] सिलिकॉन से अभिक्रिया करती हैं।


सिलिकॉन चतुर्थ समूह का तत्व होने के कारण कार्बन से अनेक गुणों में मिलता-जुलता है। सिलिकॉन [[परमाणु]] के बाहरी कक्ष में चार [[इलेक्ट्रॉन]] हैं। ये इलेक्ट्रॉन अन्य तत्वों के इलेक्ट्रॉनों से मिलकर चार सहसंयोजक बंध बनाते हैं। इन बंधों में कार्बन से अधिक आयनिक गुण वर्तमान हैं। फिर भी इसके सहसंयोजक बंध बनाते हैं। इस बंधों में कार्बन से अधिक आयनिक गुण वर्तमान हैं। फिर भी इसके सहसंयोजक गुण प्रधान होते हैं। कभी-कभी चार संयोजकता से अधिक के यौगिक भी मिलते हैं।
सिलिकॉन चतुर्थ समूह का तत्व होने के कारण [[कार्बन]] से अनेक गुणों में मिलता-जुलता है। सिलिकॉन [[परमाणु]] के बाहरी कक्ष में चार [[इलेक्ट्रॉन]] हैं। ये इलेक्ट्रॉन अन्य तत्वों के इलेक्ट्रॉनों से मिलकर चार सहसंयोजक बंध बनाते हैं। इन बंधों में कार्बन से अधिक आयनिक गुण वर्तमान हैं। फिर भी इसके सहसंयोजक बंध बनाते हैं। इस बंधों में कार्बन से अधिक आयनिक गुण वर्तमान हैं। फिर भी इसके सहसंयोजक गुण प्रधान होते हैं। कभी-कभी चार संयोजकता से अधिक के यौगिक भी मिलते हैं।


{{संदर्भ ग्रंथ}}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{आवर्त सारणी}}
{{आवर्त सारणी}}{{रसायन विज्ञान}}
[[Category:रसायन विज्ञान]]
[[Category:रसायन विज्ञान]]
[[Category:रासायनिक तत्त्व]]
[[Category:उपधातुएँ]]
[[Category:विज्ञान_कोश]]
[[Category:विज्ञान_कोश]]
[[Category:रासायनिक तत्त्व]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 06:23, 17 February 2021

  1. REDIRECTसाँचा:Infobox element

सिलिकॉन (अंग्रेज़ी:Silicon) आवर्त सारणी के चतुर्थ समूह का दूसरा अधातु तत्व है। सिलिकॉन के तीन स्थायी समस्थानिक होते है, जिनके परमाणु भार क्रमश: 28.29 है। यह स्वतंत्र अवस्था में नहीं मिलता।

सिलिकॉन डाई ऑक्साइड अथवा सिलकन को वैज्ञानिक प्राचीन काल से तत्व मानते आए हैं। सर्वप्रथम फ्रांसीसी वैज्ञानिक लेवाजिये ने यह बताया कि यह तत्व न होकर ऑक्साइड यौगिक है। 1823 ई. में स्वीडन के रसायन व बर्जीलियस ने इस तत्व के पोटैशियम सिलिको फ्लोराइड (K2SiF6) का पोटैशियम धातु द्वारा अपचयन कर प्राप्त किया। 1854 में फ्रांसीसी वैज्ञानिक सांत क्लेर देविल ने इसे विशुद्ध अवस्था में तैयार किया।

उपस्थिति

भूपर्पटी का चौथाई भाग सिलिकॉन है। यह ऑक्सीजन के बाद सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है और संयुक्त अवस्था में प्राय: सभी स्थानों में पाया जाता है। ऑक्सीजन जन से संयुक्त केवल सिलिकॉन डाईऑक्साइड (SiO2) है। रेत अथवा सिलिकेट्स के रूप में पत्थरों, मिट्टी तथा खनिज पदार्थों में सिलिकॉन सर्वदा उपस्थित है। अनेक पौधों तथा पशु शरीर में भी यह मिलता है।

निर्माण

विद्युत भट्ठी में कार्बन द्वारा सिलिकॉन के डाईआक्साइड को अपचन कराकर सिलिकॉन प्राप्त किया जाता है। ऐलुमिनियम, पोटैशियम या जिंक की सिलिकॉन क्लोराइड (SiCl4) पर क्रिया द्वारा भी सिलिकॉन तत्व बनाया गया है। रक्त तप्त टेंटेलम पर सिलिकॉन क्लोराइड के विघटन द्वारा विशुद्ध अवस्था में सिलिकॉन प्राप्त होता है।

गुण

विशुद्ध सिलिकॉन मिलना कठिन है। अन्य तत्वों की सूक्ष्म मात्रा द्वारा इसके गुणों में बहुत अंतर आ जाता है, जिसके कारण विभिन्न विधियों से प्राप्त सिलिकॉन के गुण भिन्न-भिन्न ही मिलते हैं। विशुद्ध सिलिकॉन के कुछ स्थिरांक जैसे संकेत (Si) परमाणु संख्या 14, परमाणु भार 28.086, गलनांक 1410° सें., क्वथनांक 2680° सें., घनत्व 2.33 ग्राम प्रति घ. सेंमी. परमाणु व्यास 1.32 एंगस्ट्राम, विशिष्ट ताप 0.162 कैलोरी और वर्तनांक 4.24 हैं। सिलिकॉन क्रिस्टलीय और अक्रिस्टलीय दोनों अवस्थाओं में मिलता है। क्रिस्टल सिलिकॉन में धातु की सी चमक और विद्युत चालकता होती है। यह काँच से भी कठोर है।

सिलिकॉन जल या साधारण अम्लों से प्रभावित नहीं होता। केवल हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल की क्रिया द्वारा फ्लोरोसिलिसिक अम्ल (H2SiF6) बनाता है। उबलते क्षार के विलयन की अभिक्रिया द्वारा सिलिकेट बनता है। फ्लोरीन तथा क्लोरीन गैस सिलिकॉन से शीघ्र किया कर क्रमश: सिलिकॉन फ्लोराइड (SiF4) और सिलिकॉन क्लोराइड (SiCl4) बनाते हैं। उच्च ताप पर ऑक्सीजन, जलवाष्प तथा अनेक धातुएँ सिलिकॉन से अभिक्रिया करती हैं।

सिलिकॉन चतुर्थ समूह का तत्व होने के कारण कार्बन से अनेक गुणों में मिलता-जुलता है। सिलिकॉन परमाणु के बाहरी कक्ष में चार इलेक्ट्रॉन हैं। ये इलेक्ट्रॉन अन्य तत्वों के इलेक्ट्रॉनों से मिलकर चार सहसंयोजक बंध बनाते हैं। इन बंधों में कार्बन से अधिक आयनिक गुण वर्तमान हैं। फिर भी इसके सहसंयोजक बंध बनाते हैं। इस बंधों में कार्बन से अधिक आयनिक गुण वर्तमान हैं। फिर भी इसके सहसंयोजक गुण प्रधान होते हैं। कभी-कभी चार संयोजकता से अधिक के यौगिक भी मिलते हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख