फ़्लोरीन: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
(One intermediate revision by the same user not shown)
Line 5: Line 5:
फ़्लोरीन का निर्माण मॉयसाँ विधि द्वारा किया जाता है। प्लैटिनम इरीडियम [[मिश्रधातु]] का बना U के आकार का विद्युत्‌ अपघटनी सेल लिया जाता है, जिसके विद्युदग्र भी इसी मिश्रधातु के बने रहते हैं। हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल में पोटैशियम फ्लोराइड विलयित कर - 23° सें. पर सेल में अपघटन करने से धनाग्र पर फ़्लोरीन मुक्त होगी। मुक्त फ़्लोरीन को विशुद्ध करने के हेतु [[प्लैटिनम]] के ठंडे बरतन तथा सोडियम फ्लोराइड की नलिकाओं द्वारा प्रवाहित किया जाता है।
फ़्लोरीन का निर्माण मॉयसाँ विधि द्वारा किया जाता है। प्लैटिनम इरीडियम [[मिश्रधातु]] का बना U के आकार का विद्युत्‌ अपघटनी सेल लिया जाता है, जिसके विद्युदग्र भी इसी मिश्रधातु के बने रहते हैं। हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल में पोटैशियम फ्लोराइड विलयित कर - 23° सें. पर सेल में अपघटन करने से धनाग्र पर फ़्लोरीन मुक्त होगी। मुक्त फ़्लोरीन को विशुद्ध करने के हेतु [[प्लैटिनम]] के ठंडे बरतन तथा सोडियम फ्लोराइड की नलिकाओं द्वारा प्रवाहित किया जाता है।


{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{आवर्त सारणी}}
{{आवर्त सारणी}}{{रसायन विज्ञान}}
[[Category:रसायन विज्ञान]]
[[Category:रसायन विज्ञान]]
[[Category:रासायनिक तत्त्व]]
[[Category:अधातु]]
[[Category:गैसें]]
[[Category:हैलोजन]]
[[Category:विज्ञान_कोश]]
[[Category:विज्ञान_कोश]]
[[Category:रासायनिक तत्त्व]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 07:17, 17 February 2021

चित्र:Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
  1. REDIRECTसाँचा:Infobox element

फ़्लोरीन आवर्त सारणी के सप्तसमूह का प्रथम तत्व है, जिसमें सर्वाधिक अधातु गुण वर्तमान हैं। इसका एक स्थिर समस्थानिक प्राप्त है और तीन रेडियोऐक्टिव समस्थानिक कृत्रिम साधनों से बनाए गए हैं। इस तत्व को 1886 ई. में मॉयसाँ ने पृथक्‌ किया था। अत्यंत क्रियाशील तत्व होने के कारण इसको मुक्त अवस्था में बनाना अत्यंत कठिन कार्य था। मॉयसाँ ने विशुद्ध हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा पोटैशियम फ्लोराइड के मिश्रण के वैद्युत्‌ अपघटन द्वारा यह तत्व प्राप्त किया था। फ़्लोरीन मुक्त अवस्था में नहीं पाया जाता।

फ़्लोरीन का निर्माण मॉयसाँ विधि द्वारा किया जाता है। प्लैटिनम इरीडियम मिश्रधातु का बना U के आकार का विद्युत्‌ अपघटनी सेल लिया जाता है, जिसके विद्युदग्र भी इसी मिश्रधातु के बने रहते हैं। हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल में पोटैशियम फ्लोराइड विलयित कर - 23° सें. पर सेल में अपघटन करने से धनाग्र पर फ़्लोरीन मुक्त होगी। मुक्त फ़्लोरीन को विशुद्ध करने के हेतु प्लैटिनम के ठंडे बरतन तथा सोडियम फ्लोराइड की नलिकाओं द्वारा प्रवाहित किया जाता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख