राम: Difference between revisions

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Revision as of 06:53, 14 July 2010

संक्षिप्त परिचय
राम
अन्य नाम मर्यादा पुरुषोत्तम
अवतार विष्णु
वंश-गोत्र इक्ष्वाकु
कुल रघुकुल
पिता दशरथ
माता कौशल्या
जन्म विवरण रामनवमी
परिजन सुमित्रा, कैकेयी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न
गुरु वसिष्ठ, विश्वामित्र
विवाह सीता
संतान लव, कुश
शासन-राज्य अयोध्या
संदर्भ ग्रंथ रामायण
प्रसिद्ध घटनाएँ वनवास, भरत मिलाप, सीता हरण, रावण वध, सीता की अग्नि परिक्षा
मृत्यु सरयू में लीन हुए
यशकीर्ति मर्यादा पुरुषोत्तम, पितृ भक्त
अपकीर्ति सीता त्याग, बाली वध, शम्बूक वध
संबंधित लेख राम, रामायण, चालीसा, आरती

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम

  • हिन्दू धर्म में, राम, विष्णु के 10 अवतारों में से एक हैं।
  • राम का जीवनकाल एवं पराक्रम, महर्षि वाल्मिकि द्वारा रचित, संस्कृत महाकाव्य रामायण के रूप में लिखा गया है। उनके उपर तुलसीदास ने भक्ति काव्य श्री रामचरितमानस रचा था। ख़ास तौर पर उत्तर भारत में राम बहुत अधिक पूज्यनीय माने जाते हैं।
  • रामचन्द्र हिन्दुत्ववादियों के भी आदर्श पुरुष हैं। राम, अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र थे। राम की पत्नी का नाम सीता था (जो लक्ष्मी का अवतार मानी जाती है) और इनके तीन भाई थे, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्नहनुमान, भगवान राम के, सबसे बड़े भक्त माने जाते है।
  • राम ने राक्षस जाति के राजा रावण का वध किया।

अन्य सम्बंधित लेख


हिन्दू धर्म के कई त्योहार, जैसे दशहरा और दीपावली, राम की जीवन-कथा से जुडे हुऎ है। माना जाता है कि राम का जन्म प्राचीन भारत में हुआ था। उनके जन्म के समय का अनुमान सही से नहीं लगाया जा सका है। आज के युग में राम का जन्म, रामनवमी के रुप में मनाया जाता है। राम चार भाईयो में से सबसे बड़े थे, इनके भाइयो के नाम लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न थे। राम बचपन से ही शान्त स्वभाव के वीर पुरुष थे। उन्‍होने मर्यादाओं को हमेशा सर्वोच्‍च स्‍थान दिया था। इसी कारण उन्हे मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम से जाना जाता है। उनका राज्य न्‍यायप्रिय और ख़ुशहाल माना जाता था, इसलिए भारत में जब भी सुराज की बात होती है, रामराज या रामराज्य का उद्धरण दिया जाता है। धर्म के मार्ग पर चलने वाले राम ने अपने तीनो भाइयों के साथ गुरु वसिष्ठ से शिक्षा प्राप्‍त की।
राम के बचपन की विस्तार-पूर्वक विवरण स्वामी तुलसीदास की रामचरितमानस के बालकाण्ड से मिलती है। राजा दशरथ के तीन रानियाँ थीः कौशल्या, सुमित्रा और कैकेयी। राम कौशल्या के पु्त्र थे, सुमित्रा के दो पु्त्र, लक्ष्मण और शत्रुघ्न थे और कैकेयी के पु्त्र भरत थे। कैकेयी चाहती थी उनके पु्त्र भरत राजा बनें, इसलिए उन्होंने राम को, दशरथ द्वारा 14 वर्ष का वनवास दिलाया। राम ने अपने पिता की आज्ञा का पालन किया। राम की पत्नी सीता, और उनके भाई लक्ष्मण भी वनवास गये थे।

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