User:रविन्द्र प्रसाद/4: Difference between revisions
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==रामायण== | |||
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<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{[[इन्द्र]] के प्रसिद्ध [[हाथी]] का क्या नाम था? | {[[इन्द्र]] के प्रसिद्ध [[हाथी]] का क्या नाम था? | ||
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-[[अश्वत्थामा हाथी|अश्वत्थामा]] | -[[अश्वत्थामा हाथी|अश्वत्थामा]] | ||
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-गजेश | -गजेश | ||
{जब [[विश्वामित्र|ऋषि विश्वामित्र]] [[राजा दशरथ]] से [[श्रीराम]] व [[लक्ष्मण]] को माँगने आये थे, उस समय तमाम तर्कों के मध्य दशरथ ने ऋषि से अपनी कितनी अवस्था बताई थी? | {जब [[विश्वामित्र|ऋषि विश्वामित्र]] [[राजा दशरथ]] से [[श्रीराम]] व [[लक्ष्मण]] को माँगने आये थे, उस समय तमाम तर्कों के मध्य दशरथ ने ऋषि से अपनी कितनी अवस्था बताई थी? | ||
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+60'000 वर्ष | +60'000 वर्ष | ||
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-90,000 वर्ष | -90,000 वर्ष | ||
{निम्न में से किस [[ऋषि]] ने [[वाल्मीकि]] को रामकथा सुनाई थी? | {निम्न में से किस [[ऋषि]] ने [[वाल्मीकि]] को रामकथा सुनाई थी? | ||
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-सनक सनंदन | -सनक सनंदन | ||
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-[[वेद व्यास]] | -[[वेद व्यास]] | ||
{राजकुमारी शान्ता किस राज्य से सम्बन्धित थीं? | {राजकुमारी शान्ता किस राज्य से सम्बन्धित थीं? | ||
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-[[कौशल]] | -[[कौशल]] | ||
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+[[अंग जनपद|अंग]] | +[[अंग जनपद|अंग]] | ||
{किस नदी के तट पर [[श्रीराम]] ने अपने [[पिता]] [[दशरथ]] का '[[अंतिम संस्कार]]' किया था? | {किस नदी के तट पर [[श्रीराम]] ने अपने [[पिता]] [[दशरथ]] का '[[अंतिम संस्कार]]' किया था? | ||
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-[[सरयू नदी|सरयू]] | -[[सरयू नदी|सरयू]] | ||
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-[[तमसा नदी|तमसा]] | -[[तमसा नदी|तमसा]] | ||
{[[दंडकारण्य|दंडकारण्य वन]] में [[ऋषि|ऋषियों]] के कितने समूह [[श्रीराम]] के पास यह विनती करने आए थे कि उनकी [[राक्षस|राक्षसों]] से रक्षा की जाए? | {[[दंडकारण्य|दंडकारण्य वन]] में [[ऋषि|ऋषियों]] के कितने समूह [[श्रीराम]] के पास यह विनती करने आए थे कि उनकी [[राक्षस|राक्षसों]] से रक्षा की जाए? | ||
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-11 | -11 | ||
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-51 | -51 | ||
{सबसे पहले किसने [[श्रीराम]] को बताया कि आकाश मार्ग से [[लंका]] के दक्षिण की ओर [[रावण]] [[सीता]] का हरण करके ले गया है? | {सबसे पहले किसने [[श्रीराम]] को बताया कि आकाश मार्ग से [[लंका]] के दक्षिण की ओर [[रावण]] [[सीता]] का हरण करके ले गया है? | ||
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-पक्षी-वृन्द | -पक्षी-वृन्द | ||
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-[[हाथी|हाथियों]] का समूह | -[[हाथी|हाथियों]] का समूह | ||
{वानरराज [[बालि]] किसका पुत्र था? | {वानरराज [[बालि]] किसका पुत्र था? | ||
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-[[अग्नि देव|अग्नि]] | -[[अग्नि देव|अग्नि]] | ||
Line 61: | Line 62: | ||
-[[सूर्य देव|सूर्य]] | -[[सूर्य देव|सूर्य]] | ||
{[[सुग्रीव]] के राज्य में [[भालू]] सेना का सेनापति कौन था? | {[[सुग्रीव]] के राज्य में [[भालू]] सेना का सेनापति कौन था? | ||
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-गवाक्ष | -गवाक्ष | ||
Line 68: | Line 69: | ||
-गंधमादन | -गंधमादन | ||
{[[हनुमान]] को इच्छा मृत्यु का वरदान किसने दिया था? | {[[हनुमान]] को इच्छा मृत्यु का वरदान किसने दिया था? | ||
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-[[वायु देव]] | -[[वायु देव]] | ||
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-[[अग्नि देव]] | -[[अग्नि देव]] | ||
{वानर वास्तु-शिल्पी [[नल (रामायण)|नल]] ने [[समुद्र]] पर कितना लम्बा सेतु बनाया था? | {वानर वास्तु-शिल्पी [[नल (रामायण)|नल]] ने [[समुद्र]] पर कितना लम्बा सेतु बनाया था? | ||
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+100 योजन | +100 योजन | ||
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-200 योजन | -200 योजन | ||
{[[जनक|राजा जनक]] के उस मंत्री का क्या नाम था, जो जनक की आज्ञा से [[राजा दशरथ]] को बुलाने के लिए [[अयोध्या]] गए थे? | {[[जनक|राजा जनक]] के उस मंत्री का क्या नाम था, जो जनक की आज्ञा से [[राजा दशरथ]] को बुलाने के लिए [[अयोध्या]] गए थे? | ||
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-सदानंद | -सदानंद | ||
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+सुदामन | +सुदामन | ||
{किस [[देवता]] ने [[नारद|देवर्षि नारद]] द्वारा सुनाई गई रामकथा की विस्तृत रूप में रचना के लिए [[वाल्मीकि]] को आदेश दिया था? | {किस [[देवता]] ने [[नारद|देवर्षि नारद]] द्वारा सुनाई गई रामकथा की विस्तृत रूप में रचना के लिए [[वाल्मीकि]] को आदेश दिया था? | ||
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+[[ब्रह्मा]] | +[[ब्रह्मा]] | ||
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-[[इन्द्र]] | -[[इन्द्र]] | ||
{[[राजा दशरथ]] को यह सलाह किसने दी थी कि [[अयोध्या]] में 'पुत्रेष्टि यज्ञ' कराने के लिए ऋष्यश्रृंग तथा उनकी पत्नी शान्ता को आमंत्रित किया जाए? | {[[राजा दशरथ]] को यह सलाह किसने दी थी कि [[अयोध्या]] में 'पुत्रेष्टि यज्ञ' कराने के लिए ऋष्यश्रृंग तथा उनकी पत्नी शान्ता को आमंत्रित किया जाए? | ||
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-[[वसिष्ठ]] | -[[वसिष्ठ]] | ||
Line 103: | Line 104: | ||
-[[कौशल्या|रानी कौशल्या]] | -[[कौशल्या|रानी कौशल्या]] | ||
{प्रसिद्ध 'श्रीराम हृदय स्तोत्र' [[दर्शन|भारतीय दर्शन]] का सार एवं पापों से मुक्ति देने वाला है। इसका वर्णन कहाँ पर हुआ है? | {प्रसिद्ध 'श्रीराम हृदय स्तोत्र' [[दर्शन|भारतीय दर्शन]] का सार एवं पापों से मुक्ति देने वाला है। इसका वर्णन कहाँ पर हुआ है? | ||
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-[[रामचरितमानस]] का बालकांड | -[[रामचरितमानस]] का बालकांड | ||
Line 110: | Line 111: | ||
-कृत्तिबास रामायण का अरण्यकांड | -कृत्तिबास रामायण का अरण्यकांड | ||
{किस [[ऋषि]] ने [[श्रीराम]] को '[[पंचवटी]]' में ठहरने की सलाह दी थी? | {किस [[ऋषि]] ने [[श्रीराम]] को '[[पंचवटी]]' में ठहरने की सलाह दी थी? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सुतीक्ष्ण | -सुतीक्ष्ण | ||
Line 117: | Line 118: | ||
+[[अगस्त्य]] | +[[अगस्त्य]] | ||
{किस नदी के तट पर [[श्रीराम]] ने [[जटायु]] का '[[अन्तिम संस्कार]]' किया था? | {किस नदी के तट पर [[श्रीराम]] ने [[जटायु]] का '[[अन्तिम संस्कार]]' किया था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[गोदावरी नदी|गोदावरी]] | +[[गोदावरी नदी|गोदावरी]] | ||
Line 124: | Line 125: | ||
-[[कावेरी नदी|कावेरी]] | -[[कावेरी नदी|कावेरी]] | ||
{[[बालि]] के [[पिता]] ने उसे कौन-से दिव्याभूषण भेंट किए थे? | {[[बालि]] के [[पिता]] ने उसे कौन-से दिव्याभूषण भेंट किए थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-कुंडल | -कुंडल | ||
Line 131: | Line 132: | ||
-सुनहरे [[मोती]] | -सुनहरे [[मोती]] | ||
{[[सीता]] की खोज में पूर्व दिशा की ओर [[सुग्रीव]] ने किस वानर प्रमुख को भेजा था? | {[[सीता]] की खोज में पूर्व दिशा की ओर [[सुग्रीव]] ने किस वानर प्रमुख को भेजा था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+विनत | +विनत | ||
Line 138: | Line 139: | ||
-शतबाली | -शतबाली | ||
{किस [[नक्षत्र]] में [[श्रीराम]] ने सेना के साथ [[लंका]] पर आक्रमण किया था? | {किस [[नक्षत्र]] में [[श्रीराम]] ने सेना के साथ [[लंका]] पर आक्रमण किया था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र|उत्तरा फाल्गुनी]] | +[[उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र|उत्तरा फाल्गुनी]] | ||
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-[[पूर्वाषाढ़ नक्षत्र|पूर्वा आषाढ़]] | -[[पूर्वाषाढ़ नक्षत्र|पूर्वा आषाढ़]] | ||
{[[सुग्रीव]] के किन प्रधान वानरों ने [[ब्रह्मा|ब्रह्माजी]] से अमृत प्राप्त किया था? | {[[सुग्रीव]] के किन प्रधान वानरों ने [[ब्रह्मा|ब्रह्माजी]] से अमृत प्राप्त किया था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[हनुमान]] और [[अंगद (बाली पुत्र)|अंगद]] | -[[हनुमान]] और [[अंगद (बाली पुत्र)|अंगद]] | ||
Line 152: | Line 153: | ||
-[[नल (रामायण)|नल]] और [[नील]] | -[[नल (रामायण)|नल]] और [[नील]] | ||
{उस वानर यूथपति का क्या नाम था, जो [[चाँदी]] के समान धवल वर्ण का था? | {उस वानर यूथपति का क्या नाम था, जो [[चाँदी]] के समान धवल वर्ण का था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[सुषेण]] | -[[सुषेण]] | ||
Line 159: | Line 160: | ||
+श्वेत | +श्वेत | ||
{[[कुम्भकर्ण]] के शयन हेतु [[रावण]] ने जो घर बनवाया था, वह कितना लम्बा व चौड़ा था? | {[[कुम्भकर्ण]] के शयन हेतु [[रावण]] ने जो घर बनवाया था, वह कितना लम्बा व चौड़ा था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+2 योजन लम्बा, 1 योजन चौड़ा | +2 योजन लम्बा, 1 योजन चौड़ा | ||
Line 166: | Line 167: | ||
-2 योजन लम्बा, 2 योजन चौड़ा | -2 योजन लम्बा, 2 योजन चौड़ा | ||
{किस नदी के तट पर [[वाल्मीकि]] ने क्रौंच पक्षी की त्रासदी पर यकायक '[[संस्कृत साहित्य]]' के प्रथम 'आदि श्लोक' की रचना की थी? | {किस नदी के तट पर [[वाल्मीकि]] ने क्रौंच पक्षी की त्रासदी पर यकायक '[[संस्कृत साहित्य]]' के प्रथम 'आदि श्लोक' की रचना की थी? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[तमसा नदी|तमसा]] | +[[तमसा नदी|तमसा]] | ||
Line 173: | Line 174: | ||
-[[यमुना नदी|यमुना]] | -[[यमुना नदी|यमुना]] | ||
{किस [[वेद]] के [[मंत्र]] से ऋष्यश्रृंग ने [[राजा दशरथ]] का 'पुत्रेष्टि यज्ञ' सम्पन्न किया था? | {किस [[वेद]] के [[मंत्र]] से ऋष्यश्रृंग ने [[राजा दशरथ]] का 'पुत्रेष्टि यज्ञ' सम्पन्न किया था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[ऋग्वेद]] | -[[ऋग्वेद]] | ||
Line 180: | Line 181: | ||
+[[अथर्ववेद]] | +[[अथर्ववेद]] | ||
{[[लंका]] तक पहुँचने के लिए [[हनुमान]] ने कितने योजन (1 योजन = 8 मील) चौड़ा [[समुद्र]] पार किया था? | {[[लंका]] तक पहुँचने के लिए [[हनुमान]] ने कितने योजन (1 योजन = 8 मील) चौड़ा [[समुद्र]] पार किया था? | ||
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-80 योजन | -80 योजन | ||
Line 187: | Line 188: | ||
-90 योजन | -90 योजन | ||
{'[[पंचवटी]]' किस नदी के तट पर स्थित थी? | {'[[पंचवटी]]' किस नदी के तट पर स्थित थी? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[नर्मदा नदी|नर्मदा]] | -[[नर्मदा नदी|नर्मदा]] | ||
Line 194: | Line 195: | ||
-[[ताप्ती नदी|ताप्ती]] | -[[ताप्ती नदी|ताप्ती]] | ||
{[[रावण]] द्वारा [[सीता]] के हरण से पूर्व [[लक्ष्मण]] ने किस राक्षसी के नाक और कान काट लिये थे? | {[[रावण]] द्वारा [[सीता]] के हरण से पूर्व [[लक्ष्मण]] ने किस राक्षसी के नाक और कान काट लिये थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अयोमुखी | -अयोमुखी | ||
Line 201: | Line 202: | ||
-[[सिंहिका]] | -[[सिंहिका]] | ||
{[[बालि]] के वध के बाद [[श्रीराम]] और [[लक्ष्मण]] ने किस [[पर्वत]] पर विश्राम किया? | {[[बालि]] के वध के बाद [[श्रीराम]] और [[लक्ष्मण]] ने किस [[पर्वत]] पर विश्राम किया? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-महेन्द्र | -महेन्द्र | ||
Line 208: | Line 209: | ||
-उपरोक्त में से कोई नहीं | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
{[[सुग्रीव]] ने किस दिशा में [[नील]], [[जांबवान]], सुहोत्र, गज, गवाक्ष और गंघमादन वानर प्रमुखों को [[सीता]] की खोज करने का आदेश दिया था? | {[[सुग्रीव]] ने किस दिशा में [[नील]], [[जांबवान]], सुहोत्र, गज, गवाक्ष और गंघमादन वानर प्रमुखों को [[सीता]] की खोज करने का आदेश दिया था? | ||
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-पूर्व | -पूर्व | ||
Line 215: | Line 216: | ||
+दक्षिण | +दक्षिण | ||
{[[लंका]] की ओर प्रयाण करते समय [[लक्ष्मण]] किस वानर के कंधों पर बैठे थे? | {[[लंका]] की ओर प्रयाण करते समय [[लक्ष्मण]] किस वानर के कंधों पर बैठे थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[सुग्रीव]] | -[[सुग्रीव]] | ||
Line 222: | Line 223: | ||
-[[जांबवान]] | -[[जांबवान]] | ||
{'[[वाल्मीकि रामायण]]' के [[युद्धकाण्ड वा. रा.|युद्धकाण्ड]] के किस अध्याय में भारतीय गणना पद्धति 'ओ महानिधि' का उल्लेख किया गया है? | {'[[वाल्मीकि रामायण]]' के [[युद्धकाण्ड वा. रा.|युद्धकाण्ड]] के किस अध्याय में भारतीय गणना पद्धति 'ओ महानिधि' का उल्लेख किया गया है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-45वें | -45वें | ||
Line 229: | Line 230: | ||
-14वें | -14वें | ||
{'प्रभाव' किसके मंत्री का नाम था? | {'प्रभाव' किसके मंत्री का नाम था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[अंगद (बाली पुत्र)|अंगद]] | -[[अंगद (बाली पुत्र)|अंगद]] | ||
Line 236: | Line 237: | ||
-[[जांबवान]] | -[[जांबवान]] | ||
{प्रख्यात आदि श्लोक ([[रामायण]] का प्रथम [[छंद]]) का प्रारम्भ क्या है? | {प्रख्यात आदि श्लोक ([[रामायण]] का प्रथम [[छंद]]) का प्रारम्भ क्या है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-द्वा सुपर्णा | -द्वा सुपर्णा | ||
Line 243: | Line 244: | ||
-औउम् भूर्भुव: | -औउम् भूर्भुव: | ||
{किस [[राक्षस]] के वध के लिए [[विश्वामित्र|ऋषि विश्वामित्र]] ने [[श्रीराम]] को दो [[अस्त्र शस्त्र|अस्त्र]] 'मोदकी' तथा 'शिखरी' प्रदान किए थे? | {किस [[राक्षस]] के वध के लिए [[विश्वामित्र|ऋषि विश्वामित्र]] ने [[श्रीराम]] को दो [[अस्त्र शस्त्र|अस्त्र]] 'मोदकी' तथा 'शिखरी' प्रदान किए थे? | ||
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-[[मारीच]] | -[[मारीच]] | ||
Line 250: | Line 251: | ||
+[[ताड़का]] | +[[ताड़का]] | ||
{'रामगीता' का वर्णन किस [[ग्रंथ]] में मिलता है, जिसमें [[श्रीराम]] ने [[लक्ष्मण]] को आत्मज्ञान दिया था? | {'रामगीता' का वर्णन किस [[ग्रंथ]] में मिलता है, जिसमें [[श्रीराम]] ने [[लक्ष्मण]] को आत्मज्ञान दिया था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+अध्यात्म रामायण का उत्तरकांड | +अध्यात्म रामायण का उत्तरकांड | ||
Line 257: | Line 258: | ||
-[[तुलसीदास|तुलसी]] के '[[रामचरितमानस]]' का अरण्यकांड | -[[तुलसीदास|तुलसी]] के '[[रामचरितमानस]]' का अरण्यकांड | ||
{[[पंचवटी]] जाते समय [[श्रीराम]] को कौन मिले थे? | {[[पंचवटी]] जाते समय [[श्रीराम]] को कौन मिले थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-कबंध राक्षस | -कबंध राक्षस | ||
Line 264: | Line 265: | ||
-ऋषि धर्मव्रत | -ऋषि धर्मव्रत | ||
{[[श्रीराम]] को यह सलाह किसने दी थी कि [[लंका]] से [[सीता]] को छुड़ाने के लिए [[सुग्रीव]] से मित्रता की जाए? | {[[श्रीराम]] को यह सलाह किसने दी थी कि [[लंका]] से [[सीता]] को छुड़ाने के लिए [[सुग्रीव]] से मित्रता की जाए? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[मारीच]] | -[[मारीच]] | ||
Line 271: | Line 272: | ||
-[[शबरी]] | -[[शबरी]] | ||
{[[हनुमान]] से परामर्श के बाद [[सुग्रीव]] ने वानर सेना एकत्रित करने का आग्रह किससे किया था? | {[[हनुमान]] से परामर्श के बाद [[सुग्रीव]] ने वानर सेना एकत्रित करने का आग्रह किससे किया था? | ||
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-[[नल (रामायण)|नल]] | -[[नल (रामायण)|नल]] | ||
Line 278: | Line 279: | ||
-प्लक्ष | -प्लक्ष | ||
{[[सीता]] की खोज के लिए [[सुग्रीव]] ने वानर सेना को कितना समय दिया था? | {[[सीता]] की खोज के लिए [[सुग्रीव]] ने वानर सेना को कितना समय दिया था? | ||
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-दो [[माह]] | -दो [[माह]] | ||
Line 285: | Line 286: | ||
-चार माह | -चार माह | ||
{अपने कितने समर्थकों के साथ [[रावण]] के अनुज [[विभीषण]] ने [[श्रीराम]] की शरण ग्रहण की? | {अपने कितने समर्थकों के साथ [[रावण]] के अनुज [[विभीषण]] ने [[श्रीराम]] की शरण ग्रहण की? | ||
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-2 | -2 | ||
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-7 | -7 | ||
{किस [[राक्षस]] की सहायता से [[रावण]] ने माया के प्रभाव से युद्ध में [[राम]] का कटा हुआ शीश [[सीता]] को दिखाया था? | {किस [[राक्षस]] की सहायता से [[रावण]] ने माया के प्रभाव से युद्ध में [[राम]] का कटा हुआ शीश [[सीता]] को दिखाया था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्रहस्त | -प्रहस्त | ||
Line 299: | Line 300: | ||
-[[मेघनाद]] | -[[मेघनाद]] | ||
{रामायणकालीन नगरी '[[मधुपुरी]]' का वर्तमान नाम क्या है? | {रामायणकालीन नगरी '[[मधुपुरी]]' का वर्तमान नाम क्या है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[मथुरा]] | +[[मथुरा]] | ||
Line 306: | Line 307: | ||
-[[हाथरस]] | -[[हाथरस]] | ||
{वह कौन वीर था, जिसने [[रावण]] को बन्दी बनाकर कारागार में डाल दिया था और उसके पितामह के निवेदन पर उसे मुक्त किया था? | {वह कौन वीर था, जिसने [[रावण]] को बन्दी बनाकर कारागार में डाल दिया था और उसके पितामह के निवेदन पर उसे मुक्त किया था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[कृतवीर्य]] | -[[कृतवीर्य]] | ||
Line 313: | Line 314: | ||
-[[दशरथ]] | -[[दशरथ]] | ||
{पत्थर की शिला बनी [[अहल्या]] का उद्धार किसने किया था? | {पत्थर की शिला बनी [[अहल्या]] का उद्धार किसने किया था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[श्रीराम]] | +[[श्रीराम]] | ||
Line 320: | Line 321: | ||
-[[हनुमान]] | -[[हनुमान]] | ||
{जब [[महर्षि वाल्मीकि]] ने [[रामायण]] के पहले [[छन्द]] की रचना की थी, उस समय उनके साथ उनके कौन शिष्य थे? | {जब [[महर्षि वाल्मीकि]] ने [[रामायण]] के पहले [[छन्द]] की रचना की थी, उस समय उनके साथ उनके कौन शिष्य थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[वैशंपायन]] | -[[वैशंपायन]] | ||
Line 327: | Line 328: | ||
-[[याज्ञवल्क्य]] | -[[याज्ञवल्क्य]] | ||
{किस दिव्यास्त्र से [[श्रीराम]] ने [[सुबाहु]] नामक [[राक्षस]] का वध किया था? | {किस दिव्यास्त्र से [[श्रीराम]] ने [[सुबाहु]] नामक [[राक्षस]] का वध किया था? | ||
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-मानवास्त्र | -मानवास्त्र | ||
Line 334: | Line 335: | ||
-शीतेशु | -शीतेशु | ||
{किस [[पर्वत]] पर [[सुग्रीव]] से [[श्रीराम]] की मित्रता [[हनुमान]] के माध्यम से हुई थी? | {किस [[पर्वत]] पर [[सुग्रीव]] से [[श्रीराम]] की मित्रता [[हनुमान]] के माध्यम से हुई थी? | ||
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+[[मतंग पर्वत|मतंग]] | +[[मतंग पर्वत|मतंग]] | ||
Line 341: | Line 342: | ||
-पारियात्र | -पारियात्र | ||
{[[खर दूषण|खर-दूषण]] के मारे जाने की सूचना [[लंका]] में [[रावण]] को किसने दी थी? | {[[खर दूषण|खर-दूषण]] के मारे जाने की सूचना [[लंका]] में [[रावण]] को किसने दी थी? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्रहस्त | -प्रहस्त | ||
Line 348: | Line 349: | ||
-[[शूर्पणखा]] | -[[शूर्पणखा]] | ||
{[[श्रीराम]] और [[लक्ष्मण]] '[[शबरी]]' (भीलनी) से कहाँ मिले थे? | {[[श्रीराम]] और [[लक्ष्मण]] '[[शबरी]]' (भीलनी) से कहाँ मिले थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[ऋष्यमूक पर्वत]] | -[[ऋष्यमूक पर्वत]] | ||
Line 355: | Line 356: | ||
-[[पंपा सरोवर]] | -[[पंपा सरोवर]] | ||
{[[सुग्रीव]] की पत्नी का क्या नाम था? | {[[सुग्रीव]] की पत्नी का क्या नाम था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[तारा (बालि की पत्नी)|तारा]] | -[[तारा (बालि की पत्नी)|तारा]] | ||
Line 362: | Line 363: | ||
-ऋचा | -ऋचा | ||
{जब [[बालि]] [[सुग्रीव]] को दण्ड देने जा रहा था, तब [[सुग्रीव]] ने क्या किया? | {जब [[बालि]] [[सुग्रीव]] को दण्ड देने जा रहा था, तब [[सुग्रीव]] ने क्या किया? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[वायु देव]] के वरदान से अजेय हो गया | -[[वायु देव]] के वरदान से अजेय हो गया | ||
Line 369: | Line 370: | ||
-उपरोक्त में से कोई नहीं | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
{[[रावण]] का कौन-सा गुप्तचर [[श्रीराम]] की सेना का उस समय निरीक्षण करने आया था, जब [[विभीषण]] श्रीराम के पक्ष में आ गए थे? | {[[रावण]] का कौन-सा गुप्तचर [[श्रीराम]] की सेना का उस समय निरीक्षण करने आया था, जब [[विभीषण]] श्रीराम के पक्ष में आ गए थे? | ||
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+[[शार्दूल]] | +[[शार्दूल]] | ||
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-[[अकंपन]] | -[[अकंपन]] | ||
{'[[वाल्मीकि रामायण]]' अन्य किस नाम से विख्यात है? | {'[[वाल्मीकि रामायण]]' अन्य किस नाम से विख्यात है? | ||
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+पुलस्त्य वध | +पुलस्त्य वध | ||
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-[[विश्वकर्मा]] | -[[विश्वकर्मा]] | ||
{[[दंडकारण्य]] के विराध राक्षस ने किस [[ऋषि]] के बारे में [[श्रीराम]] को जानकारी दी थी? | {[[दंडकारण्य]] के विराध राक्षस ने किस [[ऋषि]] के बारे में [[श्रीराम]] को जानकारी दी थी? | ||
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-ऋषि सुतीक्ष्ण | -ऋषि सुतीक्ष्ण | ||
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-[[अगस्त्य|ऋषि अगस्त्य]] | -[[अगस्त्य|ऋषि अगस्त्य]] | ||
{निम्न में से किसने [[रावण]] को [[सीता]] का हरण न करने की सलाह किसने दी थी? | {निम्न में से किसने [[रावण]] को [[सीता]] का हरण न करने की सलाह किसने दी थी? | ||
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+[[मारीच]] | +[[मारीच]] | ||
Line 404: | Line 405: | ||
-[[खर दूषण|दूषण]] | -[[खर दूषण|दूषण]] | ||
{'[[वाल्मीकि रामायण]]' के अनुसार किस [[माह]] [[श्रीराम]] और [[लक्ष्मण]] [[पंपा सरोवर]] पहुँचे थे? | {'[[वाल्मीकि रामायण]]' के अनुसार किस [[माह]] [[श्रीराम]] और [[लक्ष्मण]] [[पंपा सरोवर]] पहुँचे थे? | ||
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+[[चैत्र]] | +[[चैत्र]] | ||
Line 411: | Line 412: | ||
-[[माघ]] | -[[माघ]] | ||
{जब [[लक्ष्मण]] ने भोग-विलास में लिप्त [[सुग्रीव]] की भर्त्सना की, तब किसने सुग्रीव को सलाह दी और उसे [[श्रीराम]] को दिये गए वचन का स्मरण कराया? | {जब [[लक्ष्मण]] ने भोग-विलास में लिप्त [[सुग्रीव]] की भर्त्सना की, तब किसने सुग्रीव को सलाह दी और उसे [[श्रीराम]] को दिये गए वचन का स्मरण कराया? | ||
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-[[नल (रामायण)|नल]] और [[नील]] | -[[नल (रामायण)|नल]] और [[नील]] | ||
Line 418: | Line 419: | ||
-[[तारा (बालि की पत्नी)|तारा]] और [[रूमा]] | -[[तारा (बालि की पत्नी)|तारा]] और [[रूमा]] | ||
{जब वानरों ने [[सीता|सीताजी]] का पता न लगा पाने के कारण 'आमरण व्रत' का निर्णय लिया, उस समय उनकी रक्षा किसने की? | {जब वानरों ने [[सीता|सीताजी]] का पता न लगा पाने के कारण 'आमरण व्रत' का निर्णय लिया, उस समय उनकी रक्षा किसने की? | ||
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+[[सम्पाती|गिद्ध सम्पाती]] | +[[सम्पाती|गिद्ध सम्पाती]] | ||
Line 425: | Line 426: | ||
-[[अंगद (बाली पुत्र)|अंगद]] | -[[अंगद (बाली पुत्र)|अंगद]] | ||
{किस [[राक्षस]] को [[रावण]] ने [[सुग्रीव]] के पास रक्तपात से बचने का संदेश देकर भेजा था? | {किस [[राक्षस]] को [[रावण]] ने [[सुग्रीव]] के पास रक्तपात से बचने का संदेश देकर भेजा था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्रहस्त | -प्रहस्त | ||
Line 432: | Line 433: | ||
-[[अकंपन]] | -[[अकंपन]] | ||
{[[श्रीराम]] [[समुद्र]] के तट पर कितने दिन तक बैठकर [[सागर]] से अनुनय-विनय करते रहे? | {[[श्रीराम]] [[समुद्र]] के तट पर कितने दिन तक बैठकर [[सागर]] से अनुनय-विनय करते रहे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सात दिन | -सात दिन | ||
Line 439: | Line 440: | ||
-दो दिन | -दो दिन | ||
{[[समुद्र]] देव अन्य किन दो नदी देवियों के साथ [[श्रीराम]] के सामने प्रकट हुए थे? | {[[समुद्र]] देव अन्य किन दो नदी देवियों के साथ [[श्रीराम]] के सामने प्रकट हुए थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[गंगा]] और [[कावेरी]] | -[[गंगा]] और [[कावेरी]] | ||
Line 446: | Line 447: | ||
+गंगा और [[सिन्धु नदी|सिन्धु]] | +गंगा और [[सिन्धु नदी|सिन्धु]] | ||
{जब [[भगवान विष्णु]] '[[वामन अवतार|वामन]]' रूप में समूची [[पृथ्वी]] को अपने तीन कदमों से नाप रहे थे, उस समय किसने उनकी प्रदक्षिणा ली थी? | {जब [[भगवान विष्णु]] '[[वामन अवतार|वामन]]' रूप में समूची [[पृथ्वी]] को अपने तीन कदमों से नाप रहे थे, उस समय किसने उनकी प्रदक्षिणा ली थी? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[हनुमान]] | -[[हनुमान]] | ||
Line 453: | Line 454: | ||
-गंधमादन | -गंधमादन | ||
{[[हनुमान]] की वानर सेना की टुकड़ी का [[रंग]] कैसा था? | {[[हनुमान]] की वानर सेना की टुकड़ी का [[रंग]] कैसा था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[काला रंग|काला]] | -[[काला रंग|काला]] | ||
Line 460: | Line 461: | ||
-सुनहरा | -सुनहरा | ||
{किस [[असुर]] ने वानरराज [[बालि]] को युद्ध के लिए चुनौती दी थी? | {किस [[असुर]] ने वानरराज [[बालि]] को युद्ध के लिए चुनौती दी थी? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+मायावी | +मायावी | ||
Line 467: | Line 468: | ||
-[[दुंदुभी दैत्य|दुंदुभी]] | -[[दुंदुभी दैत्य|दुंदुभी]] | ||
{किस [[देवता]] ने [[ब्रह्मा|ब्रह्माजी]] से कहा कि वे [[लंका]] में '[[अशोक वाटिका]] 'जाएँ और [[सीता]] को दिव्य आहार दें, ताकि उन्हें [[वर्ष|वर्षों]] तक भूख न लगे? | {किस [[देवता]] ने [[ब्रह्मा|ब्रह्माजी]] से कहा कि वे [[लंका]] में '[[अशोक वाटिका]] 'जाएँ और [[सीता]] को दिव्य आहार दें, ताकि उन्हें [[वर्ष|वर्षों]] तक भूख न लगे? | ||
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-[[अग्नि देव|अग्नि]] | -[[अग्नि देव|अग्नि]] | ||
Line 474: | Line 475: | ||
-[[वायु देव|वायु]] | -[[वायु देव|वायु]] | ||
{निम्न में से कौन-से [[ऋषि]] [[श्रीराम]] के समक्ष ब्रह्मलोक सिधारे थे? | {निम्न में से कौन-से [[ऋषि]] [[श्रीराम]] के समक्ष ब्रह्मलोक सिधारे थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सुतीक्ष्ण | -सुतीक्ष्ण | ||
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-[[अगस्त्य]] | -[[अगस्त्य]] | ||
{[[विष्णु के अवतार]] [[श्रीराम]] [[चैत्र मास|चैत्र माह]] के [[शुक्ल पक्ष]] की [[नवमी]] को जन्मे थे। उनका जन्म किस [[राशि]] में हुआ था? | {[[विष्णु के अवतार]] [[श्रीराम]] [[चैत्र मास|चैत्र माह]] के [[शुक्ल पक्ष]] की [[नवमी]] को जन्मे थे। उनका जन्म किस [[राशि]] में हुआ था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[मिथुन राशि|मिथुन]] | -[[मिथुन राशि|मिथुन]] | ||
Line 488: | Line 489: | ||
-[[मेष राशि|मेष]] | -[[मेष राशि|मेष]] | ||
{[[राजा दशरथ]] के राजदरबार में दो प्रमुझ ऋत्विक (मुख्य [[पुरोहित]]) कौन थे? | {[[राजा दशरथ]] के राजदरबार में दो प्रमुझ ऋत्विक (मुख्य [[पुरोहित]]) कौन थे? | ||
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+[[वसिष्ठ]] और [[वामदेव (ऋषि)|वामदेव]] | +[[वसिष्ठ]] और [[वामदेव (ऋषि)|वामदेव]] |
Revision as of 13:51, 6 December 2013
रामायण
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