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*चीनी को [[मारवाड़ी भाषा]] में 'खोड' अथवा 'मुरस' कहा जाता है। इसकी अत्यधिक मात्रा खाने से अलग-अलग प्रकार का [[मधुमेह]] होने की घटनाएँ अधिक देखी गयीं हैं। इसके अतिरिक्त अत्यधिक मोटापा और [[दाँत|दाँतों]] का क्षरण भी होता है। [[भारत]] में एक देश के रूप में सर्वाधिक चीनी का खपत होती है।
*चीनी को [[मारवाड़ी भाषा]] में 'खोड' अथवा 'मुरस' कहा जाता है। इसकी अत्यधिक मात्रा खाने से अलग-अलग प्रकार का [[मधुमेह]] होने की घटनाएँ अधिक देखी गयीं हैं। इसके अतिरिक्त अत्यधिक मोटापा और [[दाँत|दाँतों]] का क्षरण भी होता है। [[भारत]] में एक देश के रूप में सर्वाधिक चीनी का खपत होती है।
*चीनी उद्योग ग्रामीण भारत में स्थित [[कृषि]] पर आधारित सबसे बड़ा उद्योग है। लगभग पाँच करोड़ [[गन्ना]] किसान, उनके आश्रित तथा काफ़ी अधिक संख्या में खेतिहर मजदूर गन्ने की खेती, कटाई एवं संबंधित गतिविधियों में लगे हैं, जो कि ग्रामीण जनसंख्या के 7.5 प्रतिशत हैं।
*चीनी उद्योग ग्रामीण भारत में स्थित [[कृषि]] पर आधारित सबसे बड़ा उद्योग है। लगभग पाँच करोड़ [[गन्ना]] किसान, उनके आश्रित तथा काफ़ी अधिक संख्या में खेतिहर मज़दूर गन्ने की खेती, कटाई एवं संबंधित गतिविधियों में लगे हैं, जो कि ग्रामीण जनसंख्या के 7.5 प्रतिशत हैं।
*भारत में [[चीनी उद्योग]] ग्रामीण संसाधनों को जुटाकर रोजगार एवं उच्चतर आय, परिवहन एवं संचार सुविधाओं के सृजन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए केन्द्रीय बिंदु रहा है। इसके अतिरिक्त कई चीनी फैक्ट्रियों ने ग्रामीण आबादी के लाभ के लिए स्कूल, कॉलेज, चिकित्सा केन्द्र तथा अस्पताल स्थापित किए हैं।
*भारत में [[चीनी उद्योग]] ग्रामीण संसाधनों को जुटाकर रोजगार एवं उच्चतर आय, परिवहन एवं संचार सुविधाओं के सृजन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए केन्द्रीय बिंदु रहा है। इसके अतिरिक्त कई चीनी फैक्ट्रियों ने ग्रामीण आबादी के लाभ के लिए स्कूल, कॉलेज, चिकित्सा केन्द्र तथा अस्पताल स्थापित किए हैं।



Latest revision as of 14:58, 6 April 2015

thumb|250px|शक्कर शक्कर, 'शर्करा' या 'चीनी'[1] क्रिस्टलीय भोज्य पदार्थ है, जिसमें प्रमुखत: सुक्रोज, लैक्टोज एवं फ्रक्टोज उपस्थित रहता है। चीनी मुख्यत: चुकन्दर तथा गन्ने से बनाई जाती है। मधु, फलों तथा कई अन्य स्रोतों से भी इसका निर्माण किया जाता है। विश्व में प्रति व्यक्ति चीनी की खपत ब्राजील में सर्वाधिक है। भारतीय अर्थव्यवस्था में चीनी उद्योग का बहुत बड़ा योगदान है।

  • चीनी को मारवाड़ी भाषा में 'खोड' अथवा 'मुरस' कहा जाता है। इसकी अत्यधिक मात्रा खाने से अलग-अलग प्रकार का मधुमेह होने की घटनाएँ अधिक देखी गयीं हैं। इसके अतिरिक्त अत्यधिक मोटापा और दाँतों का क्षरण भी होता है। भारत में एक देश के रूप में सर्वाधिक चीनी का खपत होती है।
  • चीनी उद्योग ग्रामीण भारत में स्थित कृषि पर आधारित सबसे बड़ा उद्योग है। लगभग पाँच करोड़ गन्ना किसान, उनके आश्रित तथा काफ़ी अधिक संख्या में खेतिहर मज़दूर गन्ने की खेती, कटाई एवं संबंधित गतिविधियों में लगे हैं, जो कि ग्रामीण जनसंख्या के 7.5 प्रतिशत हैं।
  • भारत में चीनी उद्योग ग्रामीण संसाधनों को जुटाकर रोजगार एवं उच्चतर आय, परिवहन एवं संचार सुविधाओं के सृजन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए केन्द्रीय बिंदु रहा है। इसके अतिरिक्त कई चीनी फैक्ट्रियों ने ग्रामीण आबादी के लाभ के लिए स्कूल, कॉलेज, चिकित्सा केन्द्र तथा अस्पताल स्थापित किए हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. Sugar

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