प्रांगण:मुखपृष्ठ/कला: Difference between revisions
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'''शास्त्रीय नृत्य''' प्राचीन [[हिन्दू]] ग्रंथों के सिंद्धातों एवं तकनीकों और [[नृत्य]] के तकनीकी ग्रंथों तथा [[कला]] संबद्वता पर पूर्ण या आंशिक रूप से आधारित है। प्रारंभिक तौर पर यह माना जाता है कि [[भरत नाट्यशास्त्र]] को द्वितीय शताब्दी ईसा पूर्व के आस-पास लिखा गया था। शास्त्रीय नृत्य की अधिकतम प्रचलित प्रणालियाँ उच्च स्तर की विस्तृत प्रणालियों से शासित होती थीं और इनका उदय आम आदमी के बीच से ही होता था। शास्त्रीय नृत्य और लोक नृत्य के बीच मुख्य अंतर यह है कि यह पूर्व में जान-बूझकर कलात्मकता द्वारा किया गया प्रयास है। नृत्य और नाटक कला अपने अग्रिम सिंद्वातों और शास्त्रों के नियमों का कड़ाई से पालन करते हैं। भावना में चित्रित अवधारणा, व्यक्तिगत नृत्य की मोहकता और पृथकता की कला प्रवीणता तीनों ही शास्त्रीय नृत्य में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। '''[[शास्त्रीय नृत्य|.... और पढ़ें]]'''</Poem> | '''शास्त्रीय नृत्य''' प्राचीन [[हिन्दू]] ग्रंथों के सिंद्धातों एवं तकनीकों और [[नृत्य]] के तकनीकी ग्रंथों तथा [[कला]] संबद्वता पर पूर्ण या आंशिक रूप से आधारित है। प्रारंभिक तौर पर यह माना जाता है कि [[भरत नाट्यशास्त्र]] को द्वितीय शताब्दी ईसा पूर्व के आस-पास लिखा गया था। शास्त्रीय नृत्य की अधिकतम प्रचलित प्रणालियाँ उच्च स्तर की विस्तृत प्रणालियों से शासित होती थीं और इनका उदय आम आदमी के बीच से ही होता था। शास्त्रीय नृत्य और [[लोक नृत्य]] के बीच मुख्य अंतर यह है कि यह पूर्व में जान-बूझकर कलात्मकता द्वारा किया गया प्रयास है। नृत्य और नाटक कला अपने अग्रिम सिंद्वातों और शास्त्रों के नियमों का कड़ाई से पालन करते हैं। भावना में चित्रित अवधारणा, व्यक्तिगत नृत्य की मोहकता और पृथकता की कला प्रवीणता तीनों ही शास्त्रीय नृत्य में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। '''[[शास्त्रीय नृत्य|.... और पढ़ें]]'''</Poem> | ||
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Revision as of 09:52, 5 October 2012
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