भारत के राष्ट्रपति: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 89: | Line 89: | ||
| (13) | | (13) | ||
| [[प्रणब मुखर्जी]] | | [[प्रणब मुखर्जी]] | ||
| [[25 जुलाई]], [[2012]] से | | [[25 जुलाई]], [[2012]] से 25 जुलाई, [[2017]] | ||
| [[चित्र:Pranab mukherjee.jpg|प्रणब मुखर्जी|50px|link=प्रणब मुखर्जी]] | | [[चित्र:Pranab mukherjee.jpg|प्रणब मुखर्जी|50px|link=प्रणब मुखर्जी]] | ||
|- | |- | ||
Line 196: | Line 196: | ||
| [[पी. ए. संगमा]] | | [[पी. ए. संगमा]] | ||
| 65.82 | | 65.82 | ||
|- | |||
| पद्रहवाँ | |||
| [[2017]] | |||
| [[रामनाथ कोविंद]] | |||
| [[मीरा कुमार]] | |||
| 65.66 | |||
|} | |} | ||
| style=width:"50%"| | | style=width:"50%"| | ||
Line 460: | Line 466: | ||
| | | | ||
| 3,15,987 | | 3,15,987 | ||
|- | |||
| '''पद्रहवाँ चुनाव, 2017''' | |||
| '''20 जुलाई, 2017''' | |||
| '''प्राप्त मत''' | |||
|- | |||
| [[रामनाथ कोविंद]] | |||
| | |||
| 7,02,044 | |||
|- | |||
| [[मीरा कुमार]] | |||
| | |||
| 3,67,314 | |||
|} | |} | ||
</div> | </div> |
Revision as of 10:16, 25 July 2017
भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रप्रमुख और भारत के प्रथम नागरिक हैं, साथ ही भारतीय सशस्त्र सेनाओं के प्रमुख सेनापति भी हैं। राष्ट्रपति के पास पर्याप्त शक्ति होती है पर कुछ अपवादों के अलावा राष्ट्रपति के पद में निहित अधिकांश अधिकार वास्तव में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले मंत्रिपरिषद के द्वारा उपयोग किए जाते हैं। भारत के राष्ट्रपति नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में रहते हैं, जिसे रायसीना हिल के नाम से भी जाना जाता है। राष्ट्रपति अधिकतम दो कार्यकाल तक हीं पद पर रह सकते हैं। अब तक केवल पहले राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद ने हीं इस पद पर दो कार्यकाल पूरा कियें है। महामहिम प्रतिभा पाटिल भारत की 12वीं तथा इस पद को सुशोभित करने वाली पहली महिला राष्ट्रपति हैं। उन्होंने 25 जुलाई, 2007 को पद व गोपनीयता की शपथ ली थी।
राष्ट्रपतियों की सूची एवं कार्यकाल
पुननिर्वाचन के लिए योग्यता
अनुच्छेद 57 के अनुसार भारत के राष्ट्रपति पद पर पदस्थ व्यक्ति दूसरे कार्यकाल के लिए भी चुनाव में उम्मीदवार बन सकता है। वैसे संविधान में यह व्यवस्था नहीं की गयी है कि राष्ट्रपति पद पर पदस्थ व्यक्ति दूसरे कार्यकाल के लिए निर्वाचन में भाग ले सकता है या नहीं, लेकिन सामान्यत: यह परम्परा बन गयी है कि राष्ट्रपति पद के लिए कोई व्यक्ति एक ही बार निर्वाचित किया जाता है। इसका अपवाद राजेन्द्र प्रसाद रहे हैं, जो दो बार राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे। इसके अतिरिक्त दो राष्ट्रपति ज़ाकिर हुसैन तथा फ़खरुद्दीन अहमद, जो कार्यकाल के दौरान ही मर गये थे, के सिवाय सभी राष्ट्रपति अपने एक कार्यकाल के बाद दूसरी बार राष्ट्रपति के चुनाव में उम्मीदवार नहीं बने।
|
|
- REDIRECT साँचा:इन्हें भी देखें
|
|
|
|
|
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख