मोहन आगाशे: Difference between revisions
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'''मोहन आगाशे''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Mohan Agashe'', जन्म- [[23 जुलाई]], [[1947]]) एक भारतीय [[रंगमंच]] के कलाकार, फिल्म अभिनेता और मनोचिकित्सक हैं। सन [[1996]] में उन्हें '[[संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]]' से सम्मानित किया गया था। मोहन आगाशे के अभिनय के प्रति प्यार ने उन्हें अपने व्यस्त कार्यक्रम से [[नाटक]] में काम करने के लिये समय निकाल्ने मे मदद की। उन्होंने नाटकों में काम करके अभिनय में अपने कॅरियर की शुरूआत की। [[अप्रैल]] [[1997]] में उन्हें भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान, [[पुणे]] का महानिदेशक भी बनाया गया था, हालांकि [[2002]] उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। [[भारत सरकार]] ने उन्हें [[1990]] में [[पद्म श्री]] से सम्मानित किया था। | {{सूचना बक्सा कलाकार | ||
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}}'''मोहन आगाशे''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Mohan Agashe'', जन्म- [[23 जुलाई]], [[1947]]) एक भारतीय [[रंगमंच]] के कलाकार, फिल्म अभिनेता और मनोचिकित्सक हैं। सन [[1996]] में उन्हें '[[संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]]' से सम्मानित किया गया था। मोहन आगाशे के अभिनय के प्रति प्यार ने उन्हें अपने व्यस्त कार्यक्रम से [[नाटक]] में काम करने के लिये समय निकाल्ने मे मदद की। उन्होंने नाटकों में काम करके अभिनय में अपने कॅरियर की शुरूआत की। [[अप्रैल]] [[1997]] में उन्हें भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान, [[पुणे]] का महानिदेशक भी बनाया गया था, हालांकि [[2002]] उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। [[भारत सरकार]] ने उन्हें [[1990]] में [[पद्म श्री]] से सम्मानित किया था। | |||
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डॉ. मोहन आगाशे का जन्म 23 जुलाई, 1947 को बॉम्बे प्रेसिडेन्सी में हुआ था। उन्होंने | डॉ. मोहन आगाशे का जन्म 23 जुलाई, 1947 को बॉम्बे प्रेसिडेन्सी में हुआ था। उन्होंने बी. जे. मेडिकल कॉलेज, पुणे में एमबीबीएस और मनोचिकित्सा में पीजी की डिग्री के लिए अध्ययन किया। वह प्रख्यात मनोचिकित्सक डॉ. डी. नंदी के छात्र रह चुके हैं। हालांकि पुणे में अपने मेडिकल कॉलेज के वर्षों के दौरान वह [[उत्पल दत्त]] द्वारा थियेटर में प्यार में पढ़ गये। | ||
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मोहन आगाशे ने बी. जे. मेडिकल कॉलेज और पुणे में ससून अस्पताल में मनोचिकित्सा के अध्यापक के रूप में कार्य किया। अपने मेडिकल कॅरियर के अलावा, उन्होंने नैदानिक मनोविज्ञान और मनोविज्ञान के क्षेत्र में भी काम किया। मोहन आगाशे ने पुणे के सरकारी अस्पताल में काम करने का विकल्प चुनकर अपना प्रारंभिक कॅरियर शुरू किया था। उन्हें सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे में आयोजित भारतीय मनोवैज्ञानिक सोसाइटी के वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए आयोजन समिति की बैठकों की अध्यक्षता करने का सम्मान भी मिला। | मोहन आगाशे ने बी. जे. मेडिकल कॉलेज और पुणे में ससून अस्पताल में मनोचिकित्सा के अध्यापक के रूप में कार्य किया। अपने मेडिकल कॅरियर के अलावा, उन्होंने नैदानिक मनोविज्ञान और मनोविज्ञान के क्षेत्र में भी काम किया। मोहन आगाशे ने पुणे के सरकारी अस्पताल में काम करने का विकल्प चुनकर अपना प्रारंभिक कॅरियर शुरू किया था। उन्हें सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे में आयोजित भारतीय मनोवैज्ञानिक सोसाइटी के वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए आयोजन समिति की बैठकों की अध्यक्षता करने का सम्मान भी मिला। | ||
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Latest revision as of 05:21, 23 July 2023
मोहन आगाशे
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पूरा नाम | मोहन आगाशे |
जन्म | 23 जुलाई, 1947 |
जन्म भूमि | बॉम्बे प्रेसिडेन्सी, भारत (आज़ादी पूर्व) |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | अभिनय, मनोचिकित्सा |
शिक्षा | एमबीबीएस, बी. जे. मेडिकल कॉलेज, पुणे |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म श्री (1990) |
प्रसिद्धि | अभिनेता |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | मोहन आगाशे प्रख्यात मनोचिकित्सक डॉ. डी. नंदी के छात्र रह चुके हैं। वह पुणे में अपने मेडिकल कॉलेज के वर्षों के दौरान उत्पल दत्त द्वारा थियेटर में प्यार में पढ़ गये। |
अद्यतन | 10:50, 23 जुलाई 2023 (IST)
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मोहन आगाशे (अंग्रेज़ी: Mohan Agashe, जन्म- 23 जुलाई, 1947) एक भारतीय रंगमंच के कलाकार, फिल्म अभिनेता और मनोचिकित्सक हैं। सन 1996 में उन्हें 'संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था। मोहन आगाशे के अभिनय के प्रति प्यार ने उन्हें अपने व्यस्त कार्यक्रम से नाटक में काम करने के लिये समय निकाल्ने मे मदद की। उन्होंने नाटकों में काम करके अभिनय में अपने कॅरियर की शुरूआत की। अप्रैल 1997 में उन्हें भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान, पुणे का महानिदेशक भी बनाया गया था, हालांकि 2002 उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। भारत सरकार ने उन्हें 1990 में पद्म श्री से सम्मानित किया था।
जन्म व शिक्षा
डॉ. मोहन आगाशे का जन्म 23 जुलाई, 1947 को बॉम्बे प्रेसिडेन्सी में हुआ था। उन्होंने बी. जे. मेडिकल कॉलेज, पुणे में एमबीबीएस और मनोचिकित्सा में पीजी की डिग्री के लिए अध्ययन किया। वह प्रख्यात मनोचिकित्सक डॉ. डी. नंदी के छात्र रह चुके हैं। हालांकि पुणे में अपने मेडिकल कॉलेज के वर्षों के दौरान वह उत्पल दत्त द्वारा थियेटर में प्यार में पढ़ गये।
चिकित्सक
मोहन आगाशे ने बी. जे. मेडिकल कॉलेज और पुणे में ससून अस्पताल में मनोचिकित्सा के अध्यापक के रूप में कार्य किया। अपने मेडिकल कॅरियर के अलावा, उन्होंने नैदानिक मनोविज्ञान और मनोविज्ञान के क्षेत्र में भी काम किया। मोहन आगाशे ने पुणे के सरकारी अस्पताल में काम करने का विकल्प चुनकर अपना प्रारंभिक कॅरियर शुरू किया था। उन्हें सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे में आयोजित भारतीय मनोवैज्ञानिक सोसाइटी के वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए आयोजन समिति की बैठकों की अध्यक्षता करने का सम्मान भी मिला।
मोहन आगाशे, महाराष्ट्र मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के संस्थापक निदेशक हैं। उनके पढ़ाये छात्र भारत, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका में मनोचिकित्सक के रूप में प्रसिद्ध हैं। सन 1991 में पुणे इंस्टीट्यूट ऑफ मानसिक स्वास्थ्य की स्थापना में भी मोहन आगाशे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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