चारण
चारण भारत के पश्चिमी गुजरात राज्य में रहने वाले व हिन्दू जाति की वंशावली का विवरण रखने वाले वंशावलीविद, भाट और कथावाचक।[1]
- चारण लोग राजस्थान की राजपूत जाति से अपनी उत्पत्ति का दावा करते हैं और संभवत: मिश्रित ब्राह्मण तथा राजपूत वंश से उत्पन्न हो सहते हैं।
- इनके कई रिवाज उत्तरी भारत में उनके प्रतिरूप भाटों से मिलते-जुलते हैं। दोनों समूह वचन भंग के बजाय मृत्यु के वरण को अधिक महत्त्व देने के लिए विख्यात हैं।
- चारण, योद्धा तथा राजाओं से संबंधित कथा गीतों की रचना एक विशिष्ट पश्चिमी राजस्थानी बोली में करते हैं, जिसे 'डिंगल' कहा जाता है, जिसका प्रयोग किसी अन्य उद्देश्य के लिए नहीं किया जाता।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत ज्ञानकोश, खण्ड-2 |लेखक: इंदु रामचंदानी |प्रकाशक: एंसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और पॉप्युलर प्रकाशन, मुम्बई |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 151 |