अल-मसद

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अल-मसद इस्लाम धर्म के पवित्र ग्रंथ क़ुरआन का 111वाँ सूरा (अध्याय) है जिसमें 5 आयतें होती हैं।
111:1- अबु लहब के हाथ टूट जाएँ और वह ख़ुद सत्यानास हो जाए।
111:2- (आख़िर) न उसका माल ही उसके हाथ आया और (न) उसने कमाया।
111:3- वह बहुत भड़कती हुई आग में दाख़िल होगा।
111:4- और उसकी जोरू भी जो सर पर ईंधन उठाए फिरती है।
111:5- और उसके गले में बटी हुई रस्सी बँधी है।


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