यमल और अर्जुन: Difference between revisions
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Revision as of 11:56, 2 April 2013
यमल और अर्जुन वे दो वृक्ष थे, जिन्हें भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी बाल लीलाओं के अंतर्गत धराशायी कर दिया था।
- 'यमलार्जुन' अर्थात 'यमल और अर्जुन', अपने पूर्व जन्म में 'नलकूबर' और 'मणिग्रीव' नामक कुबेर के दो पुत्र थे।
- कुबेर के ये दोनों पुत्र नारद के शाप से वृक्ष हो गए थे।
- श्रीकृष्ण अपने बड़े भाई संकर्षण (बलदेव) के साथ खेलते-कूदते बड़े हुए थे। वे सात वर्ष की अवस्था में गोचारण के लिए जाया करते थे। एक बार मक्खन चुराकर खाने के दंडस्वरूप माँ यशोदा ने उन्हें ऊखल में बाँध दिया। कृष्ण ने उस ऊखल को यमल तथा अर्जुन नामक दो वृक्षों के बीच में फंसाकर इतने ज़ोर से खींचा कि वे दोनों वृक्ष भूमिसात हो गये। इस प्रकार उन वृक्षों पर रहने वाले दो राक्षसों का भी उन्होंने वध किया।
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