बुलंद दरवाज़ा: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 9: | Line 9: | ||
*इसी दरवाजे से होकर शेख की दरगाह में प्रवेश करना होता है। | *इसी दरवाजे से होकर शेख की दरगाह में प्रवेश करना होता है। | ||
*बाईं ओर जामा मस्जिद है और सामने शेख का मज़ार। मज़ार या समाधि के पास उनके संबंधियों की क़ब्रें हैं। | *बाईं ओर जामा मस्जिद है और सामने शेख का मज़ार। मज़ार या समाधि के पास उनके संबंधियों की क़ब्रें हैं। | ||
{{लेख प्रगति | |||
|आधार= | |||
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 | |||
|माध्यमिक= | |||
|पूर्णता= | |||
|शोध= | |||
}} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | |||
==सम्बंधित लिंक== | ==सम्बंधित लिंक== | ||
{{मुग़ल साम्राज्य}} | {{मुग़ल साम्राज्य}} | ||
[[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:इतिहास कोश]] | ||
[[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]] | [[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]] | ||
[[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]] | |||
[[Category:मुग़ल साम्राज्य]] | |||
[[Category:ऐतिहासिक स्थल]] | [[Category:ऐतिहासिक स्थल]] | ||
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | [[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | ||
[[Category:पर्यटन कोश]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 07:09, 8 August 2010
40px | पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार करने में सहायता कर सकते हैं। |

Buland Darwaja, Fatehpur Sikri, Agra
- फ़तेहपुर सीकरी में अकबर के समय के अनेक भवनों, प्रासादों तथा राजसभा के भव्य अवशेष आज भी वर्तमान हैं।
- यहाँ की सर्वोच्च इमारत बुलंद दरवाजा है, जिसकी ऊंचाई भूमि से 280 फुट है।
- 52 सीढ़ियों के पश्चात दर्शक दरवाजे के अंदर पहुंचता है।
- दरवाजे में पुराने जमाने के विशाल किवाड़ ज्यों के त्यों लगे हुए हैं।
- शेख सलीम की मान्यता के लिए अनेक यात्रियों द्वारा किवाड़ों पर लगवाई हुई घोड़े की नालें दिखाई देती हैं।
- बुलंद दरवाजे को, 1602 ई॰ में अकबर ने अपनी गुजरात-विजय के स्मारक के रूप में बनवाया था।
- इसी दरवाजे से होकर शेख की दरगाह में प्रवेश करना होता है।
- बाईं ओर जामा मस्जिद है और सामने शेख का मज़ार। मज़ार या समाधि के पास उनके संबंधियों की क़ब्रें हैं।
|
|
|
|
|