उस्ताद मंसूर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
(''''उस्ताद मंसूर''' को 'मंसूर' नाम से भी जाना जाता था, जो [[म...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
Line 14: | Line 14: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{मुग़ल साम्राज्य}} | {{मुग़ल साम्राज्य}} | ||
[[Category:मुग़ल साम्राज्य]][[Category:चित्रकार]][[Category:मध्य काल]][[Category:चरित कोश]][[Category:कला कोश]][[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:मुग़ल साम्राज्य]][[Category:चित्रकार]][[Category:मुग़ल चित्रकार]][[Category:मध्य काल]][[Category:चरित कोश]][[Category:कला कोश]][[Category:इतिहास कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 07:21, 6 May 2020
उस्ताद मंसूर को 'मंसूर' नाम से भी जाना जाता था, जो मुग़ल दरबार का एक प्रसिद्ध चित्रकार था। मुग़ल बादशाह जहाँगीर ने उसे संरक्षण प्रदान किया था।
- मंसूर के कुछ चित्र अब भी मिलते हैं, जो उसके समकालीन द्वारा की गई उसकी चित्रकला की प्रशंसा को प्रमाणित करते हैं।
- उस्ताद मंसूर एवं अबुल हसन जहाँगीर के श्रेष्ठ कलाकारों में से थे। उन्हें बादशाह ने क्रमशः 'नादिर-उल-अस्र' एवं 'नादिरुज्जमा' की उपाधि प्रदान की थी।
- मंसूर दुर्लभ पशुओं, बिरले पक्षियों एवं अनोखे पुष्प आदि के चित्रों को बनाने का चित्रकार था। उसकी महत्त्वपूर्ण कृति में 'साइबेरिया का बिरला सारस' एवं बंगाल का एक पुष्प है।
- वह पक्षी-चित्र विशेषज्ञ तथा अबुल हसन व्यक्ति-चित्र विशेषज्ञ था।
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
|
|
|
|
|