नई दिल्ली: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "|language=अंग्रेज़ी" to "|language=अंग्रेज़ी") |
गोविन्द राम (talk | contribs) |
||
Line 64: | Line 64: | ||
*नई दिल्ली के दक्षिण भाग में स्थित लोदी गार्डन, बड़ा गुम्मद, सफरजंग मक़बरा, [[हुमायूं मक़बरा]], कालकाजी मन्दिर, बेगमपुरी मस्जिद मोठ की मस्जिद आदि दर्शनीय हैं। इसका व्यास आधार पर 14.4 मीटर तथा शीर्ष पर 2.7 मीटर है।<ref>'''भारतीय संस्कृति''' पृष्ठ संख्या- 432</ref> | *नई दिल्ली के दक्षिण भाग में स्थित लोदी गार्डन, बड़ा गुम्मद, सफरजंग मक़बरा, [[हुमायूं मक़बरा]], कालकाजी मन्दिर, बेगमपुरी मस्जिद मोठ की मस्जिद आदि दर्शनीय हैं। इसका व्यास आधार पर 14.4 मीटर तथा शीर्ष पर 2.7 मीटर है।<ref>'''भारतीय संस्कृति''' पृष्ठ संख्या- 432</ref> | ||
==संसद भवन== | ==संसद भवन== | ||
{{Main|संसद}} | {{Main|संसद भवन}} | ||
[[चित्र:Sansad-Bhavan-2.jpg|thumb|300px|संसद भवन, नई दिल्ली]] | [[चित्र:Sansad-Bhavan-2.jpg|thumb|300px|संसद भवन, नई दिल्ली]] | ||
संसद भवन में भारत की संसदीय कायॅवाही होती है.संसद की इमारतों में संसद भवन, संसदीय सौध, स्वागत कार्यालय और निर्माणाधीन संसदीय ज्ञानपीठ अथवा संसद ग्रंथालय सम्मिलित है। इन सभी को मिलाकर संसद परिसर कहा जाता है इसमें लंबे-चौड़े लान,जलाशय, फव्वारे और सड़कें बनी हुई हैं। यह सारा परिसर सजावटी लाल पत्थर की दीवारों तथा लोहे के जंगलों और लोहे के ही विशाल दरवाजों से घिरा हुआ है। राष्ट्रपति संसद का अभिन्न भाग है। इसे संसद का अभिन्न भाग इसलिए माना जाता है क्योंकि इसकी अनुमति के बिना राज्यसभा तथा लोकसभा द्वारा पारित कोई भी विधेयक अधिनियम का रूप नहीं लेगा। कुछ ऐसे विधेयक भी हैं, जिन्हें राष्ट्रपति की अनुमति के बिना लोकसभा में पेश नहीं किया जा सकता। राष्ट्रपति को राज्यसभा तथा लोकसभा में पेश नहीं किया जा सकता। राष्ट्रपति को राज्यसभा तथा लोकसभा का सत्र बुलाने, सत्रावसान करने और लोकसभा को विघटित करने का अधिकार है। | संसद भवन में भारत की संसदीय कायॅवाही होती है.संसद की इमारतों में संसद भवन, संसदीय सौध, स्वागत कार्यालय और निर्माणाधीन संसदीय ज्ञानपीठ अथवा संसद ग्रंथालय सम्मिलित है। इन सभी को मिलाकर संसद परिसर कहा जाता है इसमें लंबे-चौड़े लान,जलाशय, फव्वारे और सड़कें बनी हुई हैं। यह सारा परिसर सजावटी लाल पत्थर की दीवारों तथा लोहे के जंगलों और लोहे के ही विशाल दरवाजों से घिरा हुआ है। राष्ट्रपति संसद का अभिन्न भाग है। इसे संसद का अभिन्न भाग इसलिए माना जाता है क्योंकि इसकी अनुमति के बिना राज्यसभा तथा लोकसभा द्वारा पारित कोई भी विधेयक अधिनियम का रूप नहीं लेगा। कुछ ऐसे विधेयक भी हैं, जिन्हें राष्ट्रपति की अनुमति के बिना लोकसभा में पेश नहीं किया जा सकता। राष्ट्रपति को राज्यसभा तथा लोकसभा में पेश नहीं किया जा सकता। राष्ट्रपति को राज्यसभा तथा लोकसभा का सत्र बुलाने, सत्रावसान करने और लोकसभा को विघटित करने का अधिकार है। | ||
==खण्डों की संख्या== | ==खण्डों की संख्या== | ||
नई दिल्ली ज़िले में तीन उपमण्डल या खण्ड है जो निम्न प्रकार हैं- | नई दिल्ली ज़िले में तीन उपमण्डल या खण्ड है जो निम्न प्रकार हैं- |
Revision as of 10:49, 17 March 2011
चित्र:Icon-edit.gif | इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
नई दिल्ली
| |
राज्य | राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली |
मुख्यालय | नई दिल्ली |
स्थापना | 9 फ़रवरी, 1931 |
जनसंख्या | 179,112 (2001)[1] |
क्षेत्रफल | 35 वर्ग किलोमीटर |
भौगोलिक निर्देशांक | उत्तर अक्षांश- 28° 36' 50″ पूर्वी देशांतर- 77° 12' 32″ |
खण्डों की सँख्या | 3 (चाणक्यपुरी, कनॉट प्लेस, संसद मार्ग) |
मुख्य ऐतिहासिक स्थल | लोदी गार्डन, बड़ा गुम्मद, सफरजंग मक़बरा, हुमायूं मक़बरा, कालकाजी मन्दिर, बेगमपुरी मस्जिद आदि। |
मुख्य पर्यटन स्थल | राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, रकाबगंज गुरूद्वारा, जंतर मंतर, राजघाट, शांति वन, विजय घाट आदि । |
लिंग अनुपात | 1000/791 (2001) ♂/♀ |
साक्षरता | 82.84 % |
बाहरी कड़ियाँ | अधिकारिक वेबसाइट |
अद्यतन | 16:48, 9 नवंबर 2010 (IST) |
- भारत की राजधानी नई दिल्ली यमुना नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। वर्तमान दिल्ली तीन शहरों का सम्मिलित रूप है। पुरानी दिल्ली या शाहजानाबाद की स्थापना का श्रेय शाहजहाँ (17 वीं शताब्दी) को तथा नई दिल्ली की स्थापना का श्रेय अंग्रेज़ों को है।
- नये शहर का औपचारिक उदघाटन 9 फ़रवरी, 1931 को हुआ था। दिल्ली स्थित अनेक दर्शनीय स्थलों को तीन मुख्य परिसरों में विभाजित किया जा सकता है। शाहजहाबाद, क़ुतुबमीनार परिसर तथा तुगलकाबाद क्षेत्र राजपथ के पूर्वी कोने में स्थित इंडिया गेट एक दर्शनीय युद्ध स्मारक है।
- इंडिया गेट के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित हैदराबाद हाउस तथा बड़ौदा हाउस प्रसिद्ध इमारतें हैं। मध्य दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के अतिरिक्त संसद भवन, रकाबगंज गुरूद्वारा, लक्ष्मीनारायण मन्दिर, हनुमान मन्दिर, जंतर मंतर, राजघाट, शांति वन, विजय घाट आदि दर्शनीय हैं।
- नई दिल्ली के दक्षिण भाग में स्थित लोदी गार्डन, बड़ा गुम्मद, सफरजंग मक़बरा, हुमायूं मक़बरा, कालकाजी मन्दिर, बेगमपुरी मस्जिद मोठ की मस्जिद आदि दर्शनीय हैं। इसका व्यास आधार पर 14.4 मीटर तथा शीर्ष पर 2.7 मीटर है।[2]
संसद भवन
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
thumb|300px|संसद भवन, नई दिल्ली संसद भवन में भारत की संसदीय कायॅवाही होती है.संसद की इमारतों में संसद भवन, संसदीय सौध, स्वागत कार्यालय और निर्माणाधीन संसदीय ज्ञानपीठ अथवा संसद ग्रंथालय सम्मिलित है। इन सभी को मिलाकर संसद परिसर कहा जाता है इसमें लंबे-चौड़े लान,जलाशय, फव्वारे और सड़कें बनी हुई हैं। यह सारा परिसर सजावटी लाल पत्थर की दीवारों तथा लोहे के जंगलों और लोहे के ही विशाल दरवाजों से घिरा हुआ है। राष्ट्रपति संसद का अभिन्न भाग है। इसे संसद का अभिन्न भाग इसलिए माना जाता है क्योंकि इसकी अनुमति के बिना राज्यसभा तथा लोकसभा द्वारा पारित कोई भी विधेयक अधिनियम का रूप नहीं लेगा। कुछ ऐसे विधेयक भी हैं, जिन्हें राष्ट्रपति की अनुमति के बिना लोकसभा में पेश नहीं किया जा सकता। राष्ट्रपति को राज्यसभा तथा लोकसभा में पेश नहीं किया जा सकता। राष्ट्रपति को राज्यसभा तथा लोकसभा का सत्र बुलाने, सत्रावसान करने और लोकसभा को विघटित करने का अधिकार है।
खण्डों की संख्या
नई दिल्ली ज़िले में तीन उपमण्डल या खण्ड है जो निम्न प्रकार हैं-
- चाणक्यपुरी,
- कनॉट प्लेस
- संसद मार्ग
क्षेत्रफल
35 वर्ग किलोमीटर
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार नई दिल्ली की जनसंख्या 179,112 है।[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख