प्रांगण:मुखपृष्ठ/कला: Difference between revisions
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विविध नृत्य कला
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* भारतीय संस्कृति के विविध आयामों में व्याप्त मानवीय और रसात्मक तत्व उसके कला रूपों में प्रकट हुए हैं। <br /> | * भारतीय संस्कृति के विविध आयामों में व्याप्त मानवीय और रसात्मक तत्व उसके कला रूपों में प्रकट हुए हैं। <br /> | ||
* मानवीय संबंधों और स्थितियों की विविध भावलीलाओं और उसके माध्यम से चेतना को 'कला' उजागार करती है। | * मानवीय संबंधों और स्थितियों की विविध भावलीलाओं और उसके माध्यम से चेतना को 'कला' उजागार करती है। | ||
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Revision as of 09:12, 15 December 2010
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