वी. वी. गिरी: Difference between revisions
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*वह उच्च शिक्षा के लिए 'डबलिन विश्वविद्यालय' गए। | *वह उच्च शिक्षा के लिए 'डबलिन विश्वविद्यालय' गए। | ||
*वाराह गिरि वेंकट गिरि [[श्रीलंका]] में [[भारत]] के राजदूत तथा [[उत्तर प्रदेश]] (1957-1960), [[केरल]](1960-1965) और तत्कालीन [[मैसूर]](1965-1967) के राज्यपाल भी रहे। | *वाराह गिरि वेंकट गिरि [[श्रीलंका]] में [[भारत]] के राजदूत तथा [[उत्तर प्रदेश]] (1957-1960), [[केरल]](1960-1965) और तत्कालीन [[मैसूर]](1965-1967) के [[राज्यपाल]] भी रहे। | ||
*1967 में वह [[भारत]] के उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए। | *1967 में वह [[भारत]] के उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए। | ||
*प्रधानमंत्री श्रीमती [[इंदिरा गांधी]] अपनी राष्ट्रीयकरण की उदारवादी नीतियों के समर्थन के लिए उन्हें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में लाईं। | *प्रधानमंत्री श्रीमती [[इंदिरा गांधी]] अपनी राष्ट्रीयकरण की उदारवादी नीतियों के समर्थन के लिए उन्हें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में लाईं। |
Revision as of 12:11, 14 April 2011
thumb|वाराहगिरि वेंकट गिरि कार्यकाल 3 मई 1969 से 24 अगस्त 1974
- वाराह गिरि वेंकट गिरि का जन्म उड़ीसा प्रान्त में 10 अगस्त 1894 को हुआ था।
- वह उच्च शिक्षा के लिए 'डबलिन विश्वविद्यालय' गए।
- वाराह गिरि वेंकट गिरि श्रीलंका में भारत के राजदूत तथा उत्तर प्रदेश (1957-1960), केरल(1960-1965) और तत्कालीन मैसूर(1965-1967) के राज्यपाल भी रहे।
- 1967 में वह भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए।
- प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी अपनी राष्ट्रीयकरण की उदारवादी नीतियों के समर्थन के लिए उन्हें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में लाईं।
- वह भारत के चौथे राष्ट्रपति थे।
- 1975 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक अलंकरण भारत रत्न दिया गया।
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