उछलिया: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "विद्वान " to "विद्वान् ") |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "khoj.bharatdiscovery.org" to "bharatkhoj.org") |
||
Line 1: | Line 1: | ||
'''उछलिया''' [[महाराष्ट्र|महाराष्ट्र राज्य]] की एक जाति है। इस जाति के लोग महाराष्ट्री मिश्रित [[तेलुगु भाषा|तेलुगु]] बोलते हैं। इसी से कुछ विद्वान् इनको मूल तेलुगु प्रांत का मानते हैं। लेकिन इनके रीति रिवाज, मान्यताओं और शारीरिक बनावट से समाजशास्त्री इस निष्कर्ष पर पहुँचे हैं कि ये [[उत्तर भारत]] से आए हैं और [[राजपूत|राजपूतों]] की संतान हैं।<ref>{{cite web |url=http:// | '''उछलिया''' [[महाराष्ट्र|महाराष्ट्र राज्य]] की एक जाति है। इस जाति के लोग महाराष्ट्री मिश्रित [[तेलुगु भाषा|तेलुगु]] बोलते हैं। इसी से कुछ विद्वान् इनको मूल तेलुगु प्रांत का मानते हैं। लेकिन इनके रीति रिवाज, मान्यताओं और शारीरिक बनावट से समाजशास्त्री इस निष्कर्ष पर पहुँचे हैं कि ये [[उत्तर भारत]] से आए हैं और [[राजपूत|राजपूतों]] की संतान हैं।<ref>{{cite web |url=http://bharatkhoj.org/india/%E0%A4%89%E0%A4%9B%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE |title=उछलिया|accessmonthday=04 फ़रवरी|accessyear=2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref> | ||
*इस जाति के लोगों को 'भामता' या 'गॉठचोर' भी कहा जाता है। | *इस जाति के लोगों को 'भामता' या 'गॉठचोर' भी कहा जाता है। |
Latest revision as of 12:26, 25 October 2017
उछलिया महाराष्ट्र राज्य की एक जाति है। इस जाति के लोग महाराष्ट्री मिश्रित तेलुगु बोलते हैं। इसी से कुछ विद्वान् इनको मूल तेलुगु प्रांत का मानते हैं। लेकिन इनके रीति रिवाज, मान्यताओं और शारीरिक बनावट से समाजशास्त्री इस निष्कर्ष पर पहुँचे हैं कि ये उत्तर भारत से आए हैं और राजपूतों की संतान हैं।[1]
- इस जाति के लोगों को 'भामता' या 'गॉठचोर' भी कहा जाता है।
- बरार, गुजरात और पश्चिम भारत में भी मछलिया जाति के लोग काफ़ी संख्या में मिलते हैं।
- इस जाति के लोग विभिन्न प्रकार के रूप बनाए सैकड़ों कोस तक लोगों को ठगते घूमते रहते हैं।
- कहीं पर भी सेंध लगाने या डाका डालने से उछलिया लोग बचते हैं, क्योंकि ऐसा करने पर इन्हें जाति से बहिष्कृत कर दिया जाता है।
- संतानोत्पत्ति पर ये 'सट्बाई' की पूजा करते हैं और 'मुंडन संस्कार' के समय इनके यहाँ जाति भोज देने का विधान है।
- उछलिया जाति में 'बाल विवाह' का प्रचलन है और विवाह के समय वर पक्ष की ओर से कन्या पक्ष को 200 से 250 रुपये तक दिए जाते हैं।
- इस जाति में 'दाह संस्कार' के अंतर्गत मृतकों के शव को जलाया जाता है।
|
|
|
|
|