विश्व दूरदर्शन दिवस: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replacement - "रूपय" to "रुपय")
m (Text replacement - "अंदाज " to "अंदाज़")
Line 24: Line 24:
|पाठ 10=
|पाठ 10=
|संबंधित लेख=[[संयुक्त राष्ट्र]], [[संयुक्त राष्ट्र महासभा]], [[दूरदर्शन]]
|संबंधित लेख=[[संयुक्त राष्ट्र]], [[संयुक्त राष्ट्र महासभा]], [[दूरदर्शन]]
|अन्य जानकारी=[[दूरदर्शन]] को जनता को प्रभावित करने में एक प्रमुख साधन के रूप में स्वीकार किया गया है। विश्व राजनीति के ऊपर इसके प्रभाव और इसकी उपस्थिति को किसी भी रूप में नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता।
|अन्य जानकारी=[[दूरदर्शन]] को जनता को प्रभावित करने में एक प्रमुख साधन के रूप में स्वीकार किया गया है। विश्व राजनीति के ऊपर इसके प्रभाव और इसकी उपस्थिति को किसी भी रूप में नज़रअंदाज़नहीं किया जा सकता।
|बाहरी कड़ियाँ=
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
|अद्यतन=

Revision as of 06:35, 10 February 2021

विश्व दूरदर्शन दिवस
विवरण 'विश्व दूरदर्शन दिवस' पूरे विश्व में मनाया जाने वाला दिवस है। वर्तमान समय में दूरदर्शन के बढ़ते हुए प्रभाव और उसके महत्त्व को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने यह दिवस मनाने की घोषणा की थी।
तिथि 21 नवम्बर
संबंधित लेख संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र महासभा, दूरदर्शन
अन्य जानकारी दूरदर्शन को जनता को प्रभावित करने में एक प्रमुख साधन के रूप में स्वीकार किया गया है। विश्व राजनीति के ऊपर इसके प्रभाव और इसकी उपस्थिति को किसी भी रूप में नज़रअंदाज़नहीं किया जा सकता।

विश्व दूरदर्शन दिवस (अंग्रेज़ी: World Television Day) प्रत्येक वर्ष '21 नवम्बर' को मनाया जाता है। दूरदर्शन (टेलीविज़न) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1996 में इस दिवस को मनाये जाने पुष्टि की गई थी। यह विभिन्न प्रमुख आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए पूरे विश्व के ज्ञान में वृद्धि करने में मदद करता है। वर्तमान में यह मीडिया की सबसे प्रमुख ताकत के रूप में उभरा है। यूनेस्को ने टेलीविज़न को संचार और सूचना के एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में पहचाना है। साथ ही यह भी माना है कि इस माध्यम ने व्यापक स्तर पर लोगों के बीच ज्ञान के प्रवाहमान को बरकरार रखा है।

इतिहास

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 17 दिसंबर, 1996 को '21 नवम्बर' की तिथि को विश्व दूरदर्शन दिवस के रूप घोषित किया था। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1996 में 21 और 22 नवम्बर को विश्व के प्रथम विश्व टेलीविज़न फोरम का आयोजन किया था। इस दिन पूरे विश्व के मीडिया हस्तियों ने संयुक्त राष्ट्र के संरक्षण में मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के दौरान टेलीविज़न के विश्व पर पड़ने वाले प्रभाव के सन्दर्भ में काफ़ी चर्चा की गयी। साथ ही उन्होंने इस तथ्य पर भी चर्चा की कि विश्व को परिवर्तित करने में इसका क्या योगदान है। उन्होंने आपसी सहयोग से इसके महत्व के बारे में चर्चा की। यही कारण था कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 नवंबर की तिथि को विश्व टेलीविज़न दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।[1]

दूरदर्शन का महत्त्व

टेलीविज़न के आविष्कार ने सूचना के क्षेत्र में एक क्रांति का आगाज़ किया था। दूसरी क्रांति का आगमन उस समय हुआ, जब वैश्विक स्तर पर टेलीविज़न के महत्व के बारे में लोगों को पता चला और लोगों ने इसे स्वीकार कर लिया। चूँकि मिडिया ने वर्तमान में हमारे जीवन में इतना अधिक हस्तक्षेप कर दिया है कि हमें इसके महत्व के बारे में काफ़ी जानकारी नहीं मिल पाती। वर्तमान में हम इसके महत्व को नकार नहीं सकते। हमें इसके महत्व को समझते हुए इसका व्यापक इश्तेमाल करना चाहिए ताकि मीडिया के सूचना से सम्बंधित दुरुपयोग को रोका जा सके। साथ ही इसके प्रभाव को कम किया जा सके।

दैनिक जीवन पर प्रभाव

वर्तमान समाज में सूचना प्रौद्योगिकी और संचार के इस्तेमाल ने हमारी निर्भरता को मनोरंजन, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, व्यक्तिगत संबंधों, यात्रा आदि के सन्दर्भ में इस पर निर्भर बना दिया है, जिसकी वजह से आज हम इसके गुलाम जैसे हो गए हैं। हम पूरी तरह से कह सकते हैं कि वर्तमान में सूचना तकनीकी ने पूरे विश्व को अपने हाथों में नियंत्रित कर लिया है। वर्तमान में टेलीविज़न से जुदा हर नया अनुभव जीवन को उत्तेजित करता है। यह जीवन को कई संदर्भो में, जैसे- शिक्षा, मनोरंजन, स्वास्थ्य आदि कई क्षेत्रों में शिक्षित करता है। विशेष रूप से युवाओं के बीच यह काफ़ी प्रभावशाली है। इस सन्दर्भ में यह अनुमान लगा सकते हैं कि यह उनके मध्य कुछ समय बाद नई मूल्य प्रणाली का विकास करेगा। हम यह जानते हैं कि दुनिया की हर चीज लाभदायक और हानिकारक दोनों होती है, अतः टेलीविज़न भी इस सन्दर्भ में कोई अपवाद नहीं हो सकता है। यह निश्चित रूप से हमारे समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालता है, जैसे- नई सूचना के बारे में जानकारी, नयी प्रतिभाओं का विकास संस्कृति का भूमंडलीकरण इत्यादि।[1]

विश्लेषण

विश्व के ऊपर दूरदर्शन के प्रभाव को देखते हुए ही इस दिन की महत्ता का प्रभाव बढ़ा है और इसे विश्व दूरदर्शन दिवस के रूप में मनाया जाता है। दूरदर्शन को जनता को प्रभावित करने में एक प्रमुख साधन के रूप में स्वीकार किया गया है। दुनिया की राजनीति के ऊपर इसके प्रभाव और इसकी उपस्थिति को किसी भी रूप में इनकार नहीं किया जा सकता है। वर्तमान में यह मनोरंजन और ज्ञान का सबसे बड़ा स्रोत हो चुका हो। लेकिन साथ में यह भी माना जा रहा है कि इसके नकारात्मक प्रभाव भी दृष्टिगत हो रहे हैं। इसके नकारात्मक प्रभाव को रोकने और गलत संस्कृति पर रोक लगाने के लिए इसके ऊपर कुछ क़ानूनी प्रतिबन्ध भी आरोपित किये जाने चाहिए।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 विश्व टेलीविज़न दिवस (हिन्दी) jagranjosh.com। अभिगमन तिथि: 08 अप्रैल, 2017।

संबंधित लेख