स्थाणु: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "==संबंधित लेख== " to "==संबंधित लेख== {{शब्द संदर्भ कोश}}") |
||
(4 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 25: | Line 25: | ||
| [[मृड]] | | [[मृड]] | ||
| [[मृत्युंजय]] | | [[मृत्युंजय]] | ||
| [[ | | [[कृत्तिवासस]] | ||
| [[गिरिश]] | | [[गिरिश]] | ||
| [[प्रमथाधिप]] | | [[प्रमथाधिप]] | ||
Line 33: | Line 33: | ||
|- | |- | ||
| [[शितकिण्ठ (शिव)|शितकिण्ठ]] | | [[शितकिण्ठ (शिव)|शितकिण्ठ]] | ||
| [[ | | [[कपालभृत]] | ||
| [[वामदेव]] | | [[वामदेव]] | ||
| [[महादेव]] | | [[महादेव]] | ||
Line 71: | Line 71: | ||
{{शब्द संदर्भ लघु | {{शब्द संदर्भ लघु | ||
|हिन्दी=पेड़ का ऐसा धड़ जिसके ऊपर की डालियाँ और पत्ते आदि न रह गये हों, ठूँठ, [[शिव]], ग्यारह रुद्रों में से एक, एक प्रजापति, एक प्रकार का बरछा या भाला, धूप–घड़ी का काँटा, स्थवर पदार्थ, जीवक नामक अष्ट–वर्गीय ओषधि, दीमक की बाँबी, घोड़े का एक प्रकार का रोग जिसमें उसकी जाँघ में व्रण या फोड़ा निकलता है। | |हिन्दी=पेड़ का ऐसा धड़ जिसके ऊपर की डालियाँ और पत्ते आदि न रह गये हों, ठूँठ, [[शिव]], ग्यारह रुद्रों में से एक, एक प्रजापति, एक प्रकार का बरछा या भाला, धूप–घड़ी का काँटा, स्थवर पदार्थ, जीवक नामक अष्ट–वर्गीय ओषधि, दीमक की बाँबी, घोड़े का एक प्रकार का रोग जिसमें उसकी जाँघ में व्रण या फोड़ा निकलता है। | ||
|व्याकरण=[[ | |व्याकरण=[[विशेषण]], धातु | ||
|उदाहरण=कुरुक्षेत्र के थानेश्वर नामक स्थान का प्राचीन नाम जो किसी समय | |उदाहरण=स्थाणु कुरुक्षेत्र के थानेश्वर नामक स्थान का प्राचीन नाम है जो किसी समय बहुत प्रसिद्ध तीर्थ माना जाता था। | ||
|विशेष= | |विशेष= | ||
|पर्यायवाची=अचल, स्थावर, खंभा | |पर्यायवाची=अचल, स्थावर, खंभा | ||
|संस्कृत= | |संस्कृत=[स्था+नु, पृषो. न→ ण] | ||
|अन्य ग्रंथ= | |अन्य ग्रंथ= | ||
}} | }} | ||
Line 88: | Line 88: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{हिन्दू देवी देवता और अवतार}} | {{शब्द संदर्भ कोश}}{{हिन्दू देवी देवता और अवतार}} | ||
{{शिव2}} | {{शिव2}} | ||
{{द्वादश ज्योतिर्लिंग}} | {{द्वादश ज्योतिर्लिंग}} |
Latest revision as of 12:41, 20 April 2018
[[चित्र:Shiva.jpg|thumb|शिव
Shiva]]
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
भगवान शिव का एक अन्य नाम स्थाणु भी है।
हिन्दी | पेड़ का ऐसा धड़ जिसके ऊपर की डालियाँ और पत्ते आदि न रह गये हों, ठूँठ, शिव, ग्यारह रुद्रों में से एक, एक प्रजापति, एक प्रकार का बरछा या भाला, धूप–घड़ी का काँटा, स्थवर पदार्थ, जीवक नामक अष्ट–वर्गीय ओषधि, दीमक की बाँबी, घोड़े का एक प्रकार का रोग जिसमें उसकी जाँघ में व्रण या फोड़ा निकलता है। |
-व्याकरण | विशेषण, धातु |
-उदाहरण | स्थाणु कुरुक्षेत्र के थानेश्वर नामक स्थान का प्राचीन नाम है जो किसी समय बहुत प्रसिद्ध तीर्थ माना जाता था। |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | अचल, स्थावर, खंभा |
संस्कृत | [स्था+नु, पृषो. न→ ण] |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
संबंधित लेख |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश
|
|
|
|
|